आज यानि कि 20 मार्च को अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे (World Oral Health Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों में दंत स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है। बहुत कम लोग ये जानते हैं कि दांतों के रोग भी हमें बड़ी शारीरिक मुसीबत में फंसा सकते हैं। दांतों में सड़न, कीड़े लगना जैसी समस्या मुंह में मौजूद एसिड के कारण होती है। इस वजह से दांतों के इनेमल खोखले होने लगते हैं, और यही कारण है कि कैविटी का निर्माण होता है। इसके अलावा, मुंह में मौजूद बैक्टीरिया दांतों कि सतह पर जमा होने लगते हैं जिसे प्लॉक कहा जाता है। यह प्लॉक में मौजूद बैक्टीरिया आपके खाने में मौजूद शुगर एवं कार्बोहाइडेट को अम्ल में परिवर्तित कर देता है, इसी अम्ल के कारण दांत खराब होने लगते हैं। हालांकि इसे शुरूआती दौर में उपचार किया जा सकता है। हम आपको 5 ऐसे तरीके बता रहे हैं जिससे आप दांतों की इस समस्या से दूर रहेंगे।
मीठे पदार्थों को कहें न
यदि आप चाहते है कि आपका दांत स्वस्थ और कैविटी मुक्त रहे तो इसके लिए सबसे पहले मीठे पदार्थों के सेवन को कम करना होगा। यह मुंह में मौजूद बैक्टीरिया दांतों में बनने वाले स्वस्थ्य तरल पदार्थ को बनने से रोकता है, और यही कारण है, कि दांतों में सड़न की समस्या उत्पन्न होती है। इसलिए मीठा खाने के बाद मुंह की सफाई जरूरी है।
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ऑयल पुलिंग
ऑयल पुलिंग कैविटी को कम करने के साथ-साथ मसूढ़ों से खून बहना और सांस की बदबू को भी दूर करता है। यह बहुत ही पुराना नुस्खा है। यह दांतों के लिए जिम्मेदार हानिकारक बैक्टीरिया को मुंह से साफ करने में मदद करता है। इसके लिए तिल के तेल की एक चम्मच को मुंह में रखें। फिर इसे 20 मिनट तक मुंह में रखकर थूक दें, लेकिन इसे निगलने से बचें।
पोषक तत्वों का करें सेवन
पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ को अपने आहार में शामिल करें, क्योंकि यह आपके दांतों में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने में सहायता करता है। खासकर अपने आहार में, हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें। इसके अलावा नारियल तेल, एवोकैडो, वसा युक्त खाद्य पदार्थ, नट और बीज का भी सेवन करें। यह दांतों के कैविटी से लड़ने में आपकी करता है।
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नीम
नीम में औषधीय गुण पाया जाता है। यह कैविटी के इलाज के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसकी एंटी-बैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया के कारण होने वाली कैविटी को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा यह दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में भी मदद करता है। नीम का दातून दांतों की सेहत के लिए रामबाण है।
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हल्दी
हल्दी को कैविटी और दर्द से राहत प्रदान करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुणों के साथ एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण मसूढ़ों को स्वस्थ रखने के साथ बैक्टीरियल संक्रमण के कारण दांतों के गिरने की समस्या को भी रोकता है। प्रभावित दांत पर थोड़ा सा हल्दी पाउडर लगाकर इसे कुछ मिनटों के लिए छोड़ दें। फिर गुनगुने पानी से अच्छे से कुल्ला कर लें।
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