आपके लाडले के शरीर में विटामिन डी की कमी उसके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया है कि बच्चों में लंबे समय तक विटामिन डी की कमी बने रहना एनीमिया रोग का कारण बन सकती है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि यदि रक्त में विटामिन डी का स्तर 30 नैनो ग्राम प्रति मिली लीटर से कम है तो ऐसे में बच्चे के एनीमिया गस्त होने की आशंका बनी रहती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि 30 नैनो ग्राम प्रति मिली लीटर से कम स्तर वाले बच्चों को सामान्य विटामिन डी के स्तर वाले बच्चों की तुलना में दोगुना खतरा ज्यादा था।
जिन बच्चों को एनीमिया होने का खतरा था उनके रक्त में विटामिन डी की मात्रा 20 नैनो ग्राम प्रति मिली लीटर पायी गई। इससे पहले भी कई अध्ययनों में विटामिन डी और एनीमिया के बीच संबंध पाया जा चुका है। यह भी पता चला कि विटामिन डी की कमी रेड ब्लड सेल के उत्पादन पर भी असर डालता है।
रेड ब्लड सेल का उत्पादन कम होने पर इम्यून सिस्टम पर विपरीत असर पड़ता है। शोध के दौरान गहरे रंग की त्वचा वाले बच्चों की तुलना में गोरी त्वचा वाले बच्चों में विटामिन डी की कमी ज्यादा पायी गई। शोध के आधार पर कहा गया कि त्वचा के रंग में अंतर विटामिन डी की कमी और एनीमिया दोनों का कारण बन सकता है।
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