Omicron: कोविड के नए ओमीक्रोन वैरिएंट का खतरा देख कई देशों ने जारी की नई गाइडलाइन, जानें भारत की स्थिति

कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रोन की संक्रामकता देखते हुए कई देशों ने प्रतिबंध बढ़ा दिए। जानें WHO कोविड के इस नए वैरिएंट के बारे में क्या कह रहा है

Anurag Anubhav
Written by: Anurag AnubhavUpdated at: Dec 08, 2021 14:53 IST
Omicron: कोविड के नए ओमीक्रोन वैरिएंट का खतरा देख कई देशों ने जारी की नई गाइडलाइन, जानें भारत की स्थिति

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कोरोना वायरस, जिसे भारत सहित कई देशों में लोगों ने लगभग 'खत्म' मानकर सामान्य जीवन शुरू कर दिया था, एक बार फिर से स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का सबब बन गया है। इन दिनों कोविड का एक नया वैरिएंट काफी चर्चा में है, जिसे ओमीक्रोन (Omicron) नाम दिया गया है। इस वैरिएंट का साइंटिफिक नाम B.1.1.526 है। कोरोना का ये नया वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका में पाया गया है और काफी ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। इसकी एक वजह यह भी है कि अफ्रीका में इस वायरस का पता लगने के कुछ दिनों बाद ही इस वायरस के मामले हांगकांग, बेल्जियम, इजराइल, यूके सहित कई अन्य देशों में पाए गए। इसके खतरे को देखते हुए कई देशों ने विदेश यात्रा से जुड़ी नई गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं, जिनमें भारत भी शामिल है। आइए आपको बताते हैं भारत में ओमीक्रोन वायरस की स्थिति के बारे में।

WHO ने ओमीक्रोन के बारे में क्या कहा है?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) यानी WHO के आधिकारिक बयान के अनुसार, ओमीक्रोन वैरिएंट अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैलने की क्षमता रखता है और इसे 'Very High' ग्लोबल रिस्क वाला वैरिएंट माना जा सकता है। WHO ने कहा "ओमीक्रोन नया कोविड वैरिएंट है, लेकिन इसके बारे में अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि ये पहले के वैरिएंट्स से ज्यादा खतरनाक है। शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि दक्षिण अफ्रीका में सामने आए मामलों में हॉस्पिटल में भर्ती होने वालों की दर बढ़ रही है, लेकिन यह इसलिए भी हो सकता है कि संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है। इस वैरिएंट के कारण रिइंफेक्शन (दोबारा कोरोना संक्रमित होने का खतरा) भी बढ़ सकता है क्योंकि ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं। लेकिन जानकारी अभी पूरी नहीं है।" WHO ने यह भी कहा कि इस बारे में भी अभी कोई जानकारी नहीं उपलब्ध है कि इस वैरिएंट के लक्षण, अन्य वैरिएंट्स से अलग हैं या नहीं।

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क्या भारत में ओमीक्रोन का मामला सामने आया है?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र के थाने जिले के डोंबिवली में दक्षिण अफ्रीका से आया एक शख्स कोविड पॉजिटिव पाया गया है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वो ओमीक्रोन वैरिएंट से संक्रमित है या किसी अन्य वैरिएंट से। जांच के लिए इस व्यक्ति के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है।

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ओमीक्रोन के कारण कई देशों ने किए नियमों में बदलाव

कोरोना वायरस के कारण पिछले 2 सालों में हुई तबाही को देखते हुए ज्यादातर देश नए कोविड वैरिएंट ओमीक्रोन को लेकर बहुत जल्दी सतर्क हो गए हैं। इजराइल ने अपने यहां विदेशियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं मोरक्को ने 2 सप्ताह के लिए बाहर से आने वाली सभी फ्लाइट्स बंद कर दी हैं। वहीं फिलिपींस ने अपने इस नियम में बदलाव कर लिया है कि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग,  उनके देश में प्रवेश कर सकते हैं। वहीं जापान ने भी विदेश से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

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भारत ने भी जारी की नई गाइडलाइन (New COVID Guidelines in India Due to Omicron Variant)

भारत ने भी कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट के खतरे को भांपते हुए विदेशी यात्रियों से आवागमन से संबंधित गाइडलाइन्स में थोड़े बदलाव किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी नई गाइडलाइन के अनुसार भारत ने 11 देशों- दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश, बोट्सवाना, जिम्बाबवे, सिंगापुर, हांग-कांग और इजराइल और यूके को 'At Risk' की कैटेगरी में शामिल किया है। इन देशों से आने वाले यात्रियों को भारत आने के बाद या भारत से कनेक्टिंग फ्लाइट लेने से पहले RT-PCR टेस्ट कराना पड़ेगा। इस टेस्ट में जो लोग ओमीक्रोन वैरिएंट के पॉजिटिव पाए जाते हैं, उन्हें टेस्ट निगेटिव आने तक क्वारंटाइन रहना होगा। अगर कोई यात्री ओमीक्रोन के बजाय किसी अन्य वैरिएंट से संक्रमित पाया जाता है, तो उसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार इलाज या क्वारंटाइन किया जाएगा। इन सभी देसों से आने वाले ऐसे लोग जो भारत में लैंड करने के बाद RT-PCR टेस्ट में निगेटिव पाए जाते हैं, उन्हें भी खुद को होम क्वारंटाइन करना होगा और पहले टेस्ट के आठवें दिन दूसरा टेस्ट कराना होगा, जिसके परिणाम के अनुसार ऊपर के नियम उनपर भी लागू होंगे। इसके अलावा सभी यात्रियों को अपने पिछले 14 दिनों का यात्रा इतिहास भी बताना होगा।

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