कोविड 19 का नया वेरिएंट EG.5.1 दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। ब्रिटेन के जरिए तेजी से फैले इस वेरिएंट ने भारत के महाराष्ट्र में भी दस्तक दे दी है। ERIS वेरिएंट चीन, फ्रांस और स्पेन समेत दुनियाभर के 51 देशों में फैल चुका है। दरअसल, हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें कोरोना का टेस्ट कराने के बाद नेगेटिव रिपोर्ट आने पर भी शरीर में कोविड के लक्षण देखे गए।
क्या है मामला?
हाल ही में एक व्यक्ति में कोविड नेगेटिव होने पर भी इसके लक्षण मिले हैं। दरअसल, टेस्ट कराने पर रिपोर्ट नेगेटिव आई, लेकिन उसके एक हफ्ते बाद कोविड के लक्षण मिलने वाले शख्स की तबियत अचानक खराब होती है। ऐसे में वह गंभीर रूप से बीमार हुआ। चौंका देने वाली बाद यह है कि दोबारा टेस्ट कराने पर कोविड की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। इस मामले को देखते हुए प्री-कोविड होने और कोरोना संक्रमण के फिर से जोर पकड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
शुरू में कम होती है वायरस की संख्या
कोविड के इस मामले को देखते हुए माना जा रहा है कि ऐसी स्थिति होने पर शरीर में कोविड इंफेक्शन फैलता जरूर है, लेकिन यह इसका शुरुआती चरण होता है। ऐसे में शरीर में वायरस होता है, लेकिन शुरुआती दौर में इनकी संख्या इतनी कम होती है, जिससे जांच के जरिए इसका पता लगाया जाना मुश्किल होता है। यही कारण है कि जांच में नेगिटिव आने के बाद भी शरीर में इसके लक्षण दिख सकते हैं।
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कैसे पहचानें लक्षण?
EG.5.1 वेरिएंट में शरीर में गले में खराश, कफ, बलगम, मुंह के स्वाद के साथ सूंघने की क्षमता कम होना, सांस लेने में कठिनाई, बंद नाक के साथ-साथ बुखार जैसी स्थिति बनी रहना इसके लक्षणों में शामिल हैं। पिछले कुछ दिनों से कोविड के इस वेरिएंट ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। यूएस और ब्रिटेन में इसके मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सभी देशों को सावधानियां बरतने की सलाह दी है।