COVID 19: 17 साल की लड़की ने बनाया संक्रमण से बचाने वाला मास्क, डॉक्टरों के लिए होगा बेहद फायदेमंद

COVID 19: कुछ लोगों ने घर के कपड़ों से ही मास्क बनाकर इस महामारी से बचने का तरीका ढूंढ निकाला है। जानिए इस खास मास्क के बारे में।    
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COVID 19: 17 साल की लड़की ने बनाया संक्रमण से बचाने वाला मास्क, डॉक्टरों के लिए होगा बेहद फायदेमंद

देश-दुनिया में फैली कोरोनावायरस महामारी से निपटने और इसे जड़ से खत्म करने का फिलहाल कोई संकेत नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि ये वायरस लंबे समय तक रहने वाला महै। इसलिए, हमें निकट भविष्य में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और मास्क पहनने की आवश्यकता की बेहद जरूरत है। दुर्भाग्यवश, मास्क की सप्लाई में अंसतुलन और बाधा के कारण बाजार में मास्क की भारी कमी है। इस वजह से, ज्यादातर लोग अब घर पर मास्क बनाना सीख रहे हैं। बहुत से लोगों ने घरों में बनाए मास्क को बाजार में बेचना शुरू किया है तो कुछ लोगों ने घर के कपड़ों से ही मास्क बनाकर इस महामारी से बचने का तरीका ढूंढ निकाला है।  

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7 दिनों में खत्म करेगा वायरस 

समय की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए हाल ही में  विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के स्वायत संस्थान नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन (एनआईएफ) ने COVID- 19 प्रतियोगिता (C3) की घोषणा की। इस प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों में से एक पश्चिम बंगाल के बर्दवान शहर की 17 वर्षीय दिगंतिका बोस ने केवल 7 दिनों में वायरस को मारने वाला मास्क बनाया है। ये मास्क स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों और सामान्य आबादी को जानलेवा कोरोना के प्रकोप से लड़ने में मदद कर सकता है। एनआईएफ अधिकारियों का कहना है कि अगर इस वायु प्रदान करने वाले और वायरस को नष्ट करने वाले मास्क' को मंजूरी मिल जाती है, तो डॉक्टर इसका उपयोग कोरोना रोगियों के इलाज के लिए करेंगे।

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मंत्रालय मास्क के टेस्ट के लिए तैयार 

बोस का कहना है कि अगर कोरोना के मरीज इस मास्क का प्रयोग करते हैं तो मुंह से निकले वाली बूंदों में वायरस मौजूद नहीं रहेगा। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय इन इनोविटव मास्क के प्रोटोटाइप को टेस्ट करने के लिए बिल्कुल तैयार है। 

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मास्क लोगों को संक्रमण से बचाएगा

बोस का कहना है कि यह मास्क लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं यह उस वायरस को भी तुरंत खत्म कर देगा, जिस क्षण वह मास्क के संपर्क में आएगा। बोस के अनुसार, यह दो दिशाओं में लगाए गए दो-तरफ़ा वाल्व और फिल्टर से लैस दो दिशाओं वाला मास्क है। वाल्व दो अलग-अलग चैम्बर से जुड़ा होता है। जब कोई व्यक्ति सांस लेता है, तो वाल्व में लगा एक फ़िल्टर हवा को फेफड़ों में प्रवेश करने की अनुमति देता है और दूसरा फिल्टर वायरस को मारने का काम करता है। मास्क में लगा ये फिल्टर हवा के साथ प्रवेश करने वाले वायरस को खत्म करने की कोशिश करता है।

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कैसे खत्म होगा वायरस 

जब कोई कोरोना रोगी छींकता है या फिर खांसता है, तो बूंदों में मौजूद वायरस दूसरे चैम्बर से जुड़े एक-तरफ़ा वाल्व में फंस कर तुरंत नष्ट हो जाएगा।

बाजार में मास्क की भारी कमी 

जैसा कि पहला भी बताया जा चुका है कि घरेलू मास्क यानी की घर के बने मास्क इस समय की सख्त जरूरत है क्योंकि बाजार में अच्छी क्वालिटी वाले मास्क की भारी कमी है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए ये भी कहा है कि सर्जिक्ल मास्क और एन95 मास्क अब स्वास्थ्य देखभाल कर्ताओं और फ्रंटलाइन वर्कर के लिए रिजर्व कर दिए गए हैं, जो कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहे हैं। वहीं आम आबादी के लिए घर के बने मास्क  और कपड़े के मास्क पर्याप्त हैं और ये वायरस से बचाने में पूर्ण रूप से प्रभावी हैं।  

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