Laser Eye Surgery Myths-Facts In Hindi: आंखों की सर्जरी के बारे में सोचते ही हमें लगता है कि न जाने यह कितनी दर्द भरी प्रक्रिया होगी। हालांकि, हम इतने जागरूक भी हैं कि हमें पता है कि इन दिनों ज्यादातर आंखों की सर्जरी लेजर द्वारा की जाती है। आमतौर पर मोतियाबिंद जैसे आंखों की गंभीर समस्या में ही सर्जरी की दरकार पड़ती है। बहरहाल लेजर सर्जरी के बारे में कुछ बातें जानने के बावजूद लोगों के मन में इसको लेकर कई तरह के सवाल घूमते हैं। खासकर, लेजर सर्जरी को लेकर लोगों को यह भ्रम रहता है कि इसकी वजह से आंखों में दर्द होता और भविष्य में आंखें कमजोर भी हो जाती हैं। इसी तरह की कई ऐसी बातें मौजूद हैं, जिन पर लोग आंख मूंदकर भरोसा करते हैं। आइए, जानते हैं इनके बारे में और उनकी सच्चई भी। इस बारे में हमने आईक्यू अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अजय शर्मा से बात की।
लेजर आई सर्जरी से जुड़े मिथक और सच्चाई- Common Myths And Facts Of Laser Eye Surgery In Hindi
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मिथकः लेजर आई सर्जरी सुरक्षित नहीं है
सच्चाईः लेजर आई सर्जरी पूरी तरह सुरक्षित है। दशकों से लोग इस प्रक्रिया की मदद ले रहे हैं। मोतियाबिंद और लसिक जैसी आंखों से संबंधित समस्याओं में लेजर आई सर्जरी की मदद ली जा रही है। ये तकनीक पूरी तरह से सुरक्षित और सफलता की गारंटी देती है। हर साल हमारे देश में लाखों की संख्या में लोग लेजर आई सर्जरी करवा रहे हैं। अच्छी बात ये है कि लेजर आई सर्जरी की मदद से आंखों की इंपेयरमेंट में भी सुधार किया जा रहा है।
मिथकः लेजर आई सर्जरी में तीव्र दर्द होता है
सच्चाईः लेजर आई सर्जरी में तीव्र दर्द होने जैसी बातों पर ज्यादातर लोगों को यकीन होता है। जबकि, लेजर आई सर्जरी शुरू करने से पहले ही आंखों में ऐसे ड्रॉप डाले जाते हैं, जिससे आंखों सुन्न हो जाती हैं और दर्द का अहसास पूरी तरह खत्म हो जाता है। ऐसे में मरीजों को लेजर आई सर्जरी के दौरान हल्का प्रेशर महसूस हो सकता है, लेकिन दर्द महसूस नहीं होता है। हालांकि, लेजर आई सर्जरी के बाद कुछ लोगों को आंखों के आसपास हल्की सूजन और इचिंग की दिक्कत हो सकती है। लेकिन, ये समस्याएं अपने आप कुछ देर में ठीक हो जाती हैं। अगर ऐसा न हो, तो मरीज को अपनी स्थिति के बारे में डॉक्टर को बताना चाहिए।
मिथकः लेजर आई सर्जरी के गंभीर साइड इफेक्ट्स होते हैं
सच्चाईः जैसा कि आप जानते ही होंगे कि हर तरह की सर्जरी के साथ किसी न किसी तरह के साइड इफेक्ट्स जुड़े होते हैं। हां, समय के साथ-साथ में उसमें सुधार होता है। लेजर आई सर्जरी के साथ भी ऐसा ही देखने को मिलता है। लेजर आई सर्जरी करवाने के बाद आंखों में इचिंग, ड्राईनेस जैसी चीजें देखने को मिलती है। लेकिन, इस बात को लेकर निश्चिंत रहें कि लेजर आई सर्जरी करवाने से लॉन्ग टर्म साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। ऐसा नहीं है।
मिथकः लेजर आई सर्जरी सबके लिए नहीं होते हैं
सच्चाईः सर्जरी अपने आप में कई तरह के चैलेंजेस और जटिलताओं के साथ होती हैं। लेजर आई सर्जरी के साथ भी ऐसा ही है। लेकिन, यह कहना कि सबके लिए सूटेबल नहीं है, सही नहीं होगा। आपको बता दें कि किसी भी तरह की सर्जरी करने से पहले कई कारकों पर ध्यान देना होता है। जैसे मरीज की उम्र, कॉर्निया की थिकनेस, आंखों का स्वास्थ्य आदि। इन सब कारकों की ओर ध्यान दिया जाता है, जिसके बाद लेजर आई सर्जरी करनी है या नहीं, यह फैसला लिया जाता है।