डायबिटीज का सीधा असर आपकी आंखों पर पड़ता है और कई लोग इस बीमारी के दुष्प्रभाव के चलते अपनी आंखों की रोशनी गंवा बैठते हैं। लेकिन डायबिटीज के कारण आंखों की रोशनी खोने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है। ऐसे लोगों के लिए विज्ञान की नयी खोज काफी मददगार साबित हो सकती है। वैज्ञानिकों ने ऐसा 'ठंडा' लेजर बनाया है जो रोशनी खोने वाले लोगों के लिए उम्मीद की एक किरण लेकर आया है।
लंदन हॉस्पिटल में आंखों के डॉक्टर बॉबी कुरैशी के अनुसार, अभी तक सिर्फ बहुत जरूरी होने पर ही लेजर के जरिये इलाज किया जाता था, क्योंकि इससे आंखों के स्वस्थ हिस्से के खराब होने का खतरा रहता था। मगर अब नई प्रक्रिया में कम तापमान वाले लेजर का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि इससे आंख के बीमार हिस्से के आसपास के स्वस्थ ऊतकों को नुकसान न पहुंचे।
डायबिटीज की स्थिति में शरीर शुगर को सुरक्षित तरीके से विघटित नहीं कर पाता है। इस स्थिति में शरीर में शुगर की मात्रा खतरनाक हद तक बढ़ जाती है। यदि समय रहते डायबिटीज का इलाज न किया जाए तो इससे शरीर के कई अंग काम करना बंद कर सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों में अंधापन होना बहुत आम है। शुगर अधिक होने के कारण नसों में जम जाता है और आंखों की रोशनी कम कर देता है। लेजर के जरिये इस समस्या को दूर किया जाता है।
डॉक्टर बॉबी कुरैशी का कहना है कि इससे पहले जब हम ऑपरेशन करते थे तो उसमें आंख के स्वस्थ हिस्सों को नुकसान होने का डर रहता था, लेकिन अब हम कम तापमान वाली लेजर किरणों का इस्तेमाल करते हैं। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि इसके जरिये आंख के सिर्फ प्रभावित हिस्से पर ही काम किया जा सकता है।
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