हार्ट अटैक का कारण बन सकती है पुरानी कब्‍ज!

एक हालिया सर्वे के मुताबिक लगभग 14 प्रतिशत शहरी भारतीय कब्‍ज की समस्‍या से परेशान है अगर पूरी दुनिया की बात करें तो ऐसे लोग महज 10 फीसदी ही हैं।
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हार्ट अटैक का कारण बन सकती है पुरानी कब्‍ज!


क्‍या आपका पेट हमेशा फूला रहता है और पेट ठीक तरह से साफ नही होता? क्‍या इससे आपका मिजाज चिड़चिड़ा, बेचैनी, मतली, उल्‍टी या पेट में सूजन और पेट में दर्द की समस्‍या होती है तो इसका मतलब आप कब्‍ज (constipation) की समस्‍या से जूझ रहे हैं। एक हालिया सर्वे के मुताबिक लगभग 14 प्रतिशत शहरी भारतीय कब्‍ज की समस्‍या से परेशान है अगर पूरी दुनिया की बात करें तो ऐसे लोग महज 10 फीसदी ही हैं। यदि कोई व्‍यक्ति तीन या उससे अधिक दिनों में मल त्‍याग नही करता है तो इसका मतलब उसे कब्‍ज है। शोध के मुताबिक हर 5 में से 3 व्‍यक्ति जीवनभर कब्‍ज से परेशान रहते हैं।

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कब्‍ज की वजह और खतरे

आमतौर पर कब्‍ज फाइबर युक्‍त भोजन और पानी नही पीने के कारण होता है। इसके आलावा फिजिकल एक्‍सरसाइज की कमी और दवाओं का साइड इफेक्‍ट भी इसकी एक वजह है। कब्‍ज कई कारणों से हो सकते हैं, जैसे यात्रा के दौरान या फिर पुराना कब्‍ज। महिलाओं को पुरुषों की तुलना में 2-3 गुना अधिक कब्ज होने की संभावना रहती है। जो लोग पुरानी कब्‍ज से परेशान रहते हैं उनमें हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक का खतरा ज्‍यादा रहता है। दरअस कब्‍ज के कारण ब्‍लड सर्कुलेशन श्‍लो हो जाता है जिससे खून का थक्‍का जमने का लगता है। हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक के कुछ मामलों में कब्‍ज महत्‍वपूर्ण कारण हो सकता है।        
शमी लैब्‍स के फाउंडर और चेयरमैन डॉक्‍टर मुहम्‍मद मजीद के मुताबिक, कब्‍ज को लेकर झिझकने की जरूरत नही है बल्कि प्राकृतिक उपचार के जरिए इससे निजात पाया जा सकता है।


भरपूर पानी पीजिए

कब्‍ज से निजात पाना चाहते हैं तो आप भरपूर मात्रा में पानी पीजिए, इससे मल त्‍याग करने में आपको मदद मिलेगी। अगर आप पानी का सेवन कम करते हैं तो अन्‍य पेय पदार्थ जैसे, जूस आदि का सेवन कर सकते हैं।      

 

फाइबर युक्‍त फूड को करें शामिल

आप अपने डाइट में फाइबर युक्‍त फूड को शामिल कीजिए, यह आपके पेट को पूरी तरह से साफ करने में मदद करता है। बशर्ते पानी का सेवन भी करना जरूरी है। इससे आपके पेट में गैस या कब्‍ज की समस्‍या नही होगी। बेरी, हरी पत्‍तेदार सब्जियां, बींस, फलियां, अनप्रोसेस्‍ड अनाज में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है।

 

डेयरी प्रोडक्‍ट को करें नजरअंदाज

पनीर, दूध ओर अन्‍य डेयरी प्रोडक्‍ट में लैक्‍टोस होता जो कि पेट में गैस और मरोड़ का कारण बनता है। इसलिए इनसे बचना चाहिए। इसके बजाए आप दही का सेवन कर सकते हैं। इसमें प्रोटीन भी होता है और नुकसानदेह नही होता है।

 

मैग्‍नीशियम फूड को करें शामिल

अपने खाने में मैग्‍नीशियम युक्‍त फूड को शामिल करे।  यह कब्‍ज के लिए काफी कारगर होते हैं। यह आंत से मल को ठीक तरह से साफ करते है।

 

जंक फूड को कहें न

हम में से ज्‍यादातर लोगों को फ्राइड फूड बहुत पसंद होता है। जिन्‍हें कब्‍ज की समस्‍या रहती है या जो लोग चाहते हैं कि उन्‍हें कब्‍ज न हो तो जंक फूड से दूरी बनाइए। क्‍यों कि इसमें फैट और सुगर की मात्रा बहुत ज्‍यादा होती है।

 

एक्‍सरसाइज

इन सबके साथ सबसे महत्‍वपूर्ण है एक्‍सरसाइज करना। स्‍वस्‍थ्‍य शरीर के लिए एक्‍सरसाइज बहुत जरूरी होता है। योग और प्रणायाम भी कर सकते हैं।

 

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Image Source: Getty

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