Lifestyle Change To Prevent Stroke: समय के साथ लोगों की लाइफस्टाइल में काफी बदलाव आया है। आज लोगों का अधिकतर समय नौकरी में चला जाता है। शहरों में अधिक युवा डेस्क जॉब करते हैं। जिसकी वजह से उनका मोटापा बढ़ने की संभावना अधिक होती है। वहीं दूसरी ओर टारगेट को पूरा करने के चक्कर में लोगो रात को जागकर अपना काम करते हैं। जीवनशैली में हुए ये बदलाव लंबे समय के बाद शरीर पर अपना असर दिखाने लगते हैं। डॉक्टर और एक्सपर्ट की मानें तो ये आदतें ब्रेन और हार्ट स्ट्रोक की मुख्य वजह बनती हैं। ऐसे में आपको इन्हें बदलने पर विचार करना चाहिए। क्योंकि इससे शरीर में कुछ गंभीर रोग भी उत्पन्न हो सकते हैं, जो आपकी लाइफ को खराब कर सकते हैं। आगे मैक्स सुपर स्पेशिलिस्ट अस्पताल, शालीमार बाग के न्यूरोसाइंज और न्यूरोलॉजी विभाग के एसोसिएट डायरेक्टर डॉक्टर मनोज खनल से जानते हैं कि स्ट्रोक से बचने के लिए लोगों को लाइफस्टाइल में क्या जरूरी बदलाव करने चाहिए।
स्ट्रोक से बचाव के लिए लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव - Change These Lifestyle Habits To Reduce Stroke Risk In Hindi
डाइट में बदलाव जरूरी
डाइट का सेहत पर सीधा असर पड़ता है। आहार हार्ट और ब्रेन के कार्यों के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की पूर्ति करता है। फलो, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन को आहार शामिल कर आप कई तरह की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड के लिए आप डाइट में अलसी, अखरोट को शामिल कर सकते हैं। पोषक तत्वों से आपका कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रहता है और हाई बीपी की समस्या नहीं होती है। इससे स्ट्रोक का जोखिम कम होता है।
हाई ब्लड प्रेशन को रखें नियंत्रित
हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक का एक प्रमुख कारण होता है। नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर को चेक करें और इसे कंट्रोल में रखें। इसके लिए आप ज्यादा नमक वाले आहार का सेवन न करें। साथ ही, पोटैशियम युक्त आहार का सेवन अधिक करें। हाई बीपी को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से योगा करें। इससे भी स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
नियमित एक्सरसाइज करें
हार्ट और ब्रेन को स्वस्थ रखने के लिए आप रोजाना एक्सरसाइज करें। डॉक्टर के मुताबिक सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्य व तीव्रता वाली एक्सरसाइज करने से स्ट्रोका का जोखिम कम हो सकता है। स्वीमिंग, साइकिलिंग, तेज चलना जैसी एक्सरसाइज से हार्ट हेल्थ में सुधार होता है। साथ ही, ब्लड प्रेशर में कमी आती है। एक्सरसाइज से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है और ऐसे में स्ट्रोक आदि का जोखिम कम होता है।
धूम्रपान से बनाएं दूरी
डॉक्टर के मुताबिक धूम्रपान स्ट्रोक का एक मुख्य कारक माना जा सकता है। तंबाकू में कई तरह के हानिकारक कैमिकल होते हैं, जो नसों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही, ब्लड प्रेशर को बढ़ाकर, ब्लड क्लॉटिंग का खतरा बढ़ा सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर स्ट्रोक से बचने के लिए धूम्रपान व तंबाकू का सेवन न करने की सलाह देते हैं।
शराब पीने की आदत छोड़े
शराब पीने की आदत आपके हार्ट और ब्रेन के लिए नुकसानदायक हो सकती है। अत्यधिक शराब पीने से सेहत पर हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं। इससे स्ट्रोक का खतरा भी शामिल है। हालांकि, शराब ज्यादा पीने से ब्लड वैसेल पर दबाव पड़ता है। जो स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
स्ट्रेस और तनाव को दूर करें
लंबे समय से स्ट्रेस और तनाव आपके हाई ब्लड प्रेशर और सूजन को बढ़ा सकता है। ये दोनों ही स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं। इसके लिए आप तनाव व स्ट्रेस को दूर करने के लिए मेडिटेशन, व्यायाम व योग कर सकते हैं। योग गुरू की देखरेख में योगासन करने से आपको स्ट्रेस में तेजी से राहत मिलती है। साथ ही, स्ट्रोक का जोखिम कम होता है।
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इसके अलावा, नींद का पैर्टन बनाएं। ज्यादा देर तक जागने से बचें। पर्याप्त नींद लेने से आपके ब्रेन को आराम मिलता है। वहीं, फाइबर युक्त आहार खाने से आप बार-बार खाने से बचते हैं और ऐसे में आपका वजन कंट्रोल में रहता है। इससे स्ट्रोक का जोखिम कम होता है।