
अगर आपको भी गहने पहनने के बाद त्वचा पर एलर्जी होने लगती है, तो डॉक्टर से जानें इसका कारण और इसे रोकने के लिए आसान घरेलू उपाय।
भारतीय परंपरा में गहनों का बहुत अधिक महत्व है। चाहे मांग टीका हो या साधारण सी अंगूठी, हर कोई इन्हें पहनना पसंद करता है। पर क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों को गहनों से एलर्जी होती है? दरअसल, कुछ लोगों को इन गहनों को पहनने से तेज खुजली और जलन जैसी स्किन से जुड़ी परेशानियां होती हैं। इसे आम भाषा में गोल्ड एलर्जी और मेडिकल टर्म में मेटल एलर्जी (metal allergy) कहते हैं। ये आमतौर पर सोने की धातु में अन्य धातुओं के मिलावट की वजह से होती है। जैसे कि सोने के गहनों में निकल (nickel) नाम के धातु की मिलावट स्किन एलर्जी को ट्रिगर कर सकती है। जिन लोगों की स्किन ज्यादा सेंसिटिव होती है, उन्हें ये परेशानी ज्यादा होती है। ऐसे में अगर आपको भी गोल्ड ज्वेलरी पहनने से त्वचा से जुड़ी कोई भी परेशानी होती है, तो आपके लिए ये जानना जरूरी है कि आपको किस धातु से एलर्जी है और उसे कैसे ठीक किया जा सकता है? मेटल एलर्जी से जुड़ी इन्हीं तमाम बातों को समझने के लिए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डॉ. देवेश मिश्रा से बात की। आइए समझते हैं ज्वैलरी पहनने से होने वाली एलर्जी का कारण और इसे ठीक करने के उपाय।
ज्वेलरी में मिलने वाला (nickel) नामक धातु है स्किन के लिये खतरनाक
डॉ देवेश से बताया कि हमारा शरीर कुछ चीजों को लेकर बेहद संवेदशील होता है, जैसे ही त्वचा बाहरी चीजों के संपर्क में आती है वहां रिएक्शन शुरू हो जाता है। इसे ही हम संक्रमण का नाम देते हैं। ज्वेलरी या गोल्ड से होने वाली एलर्जी का सबसे बड़ा कारण है उसमें मिलने वाला धातु निकल। (nickel) कई महिलाओं को आर्टिफिशियल ज्वेलरी के अलावा गोल्ड व सिल्वर से भी एलर्जी होती है क्योंकि उसमें निकल, कोबाल्ट या क्रोमियम जैसी धातु की मात्रा ज्यादा होती है। स्किन विशेषज्ञ ये मानते हैं कि गहने कभी भी पूरी तरह से शुद्ध नहीं होते। इस बात की संभावना जरूर होती है कि उनमें कुछ मिलाया गया है। गोल्ड जितने कम कैरेट का होगा उसमें निकल की मात्रा उतनी ही अधिक होगी इसलिये कोशिश करें कि हमेशा अधिक कैरेट वाले गोल्ड को ही चुनें।
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क्या हैं गोल्ड या ज्वेलरी से होने वाली एलर्जी के लक्षण?
डॉ देवेश से बताया कि जो भी धातु आपको एलर्जी देगी वो आपकी स्किन से संपर्क में आने के 12 से 48 घंटों बाद अपना असर दिखायेगी। इसलिये कोई भी गहना पहनने के बाद इस बात पर ध्यान दें की आपको उससे किसी तरह की कोई परेशानी तो नहीं हो रही है। गहनों से होने वाली परेशानी के आम लक्षण हैं- त्वचा में खुजली होना, त्वचा का लाल पड़ना, सूजन आना आदि। अगर लंबे समय तक इस परेशानी को नजरअंदाज करते हैं तो दाने त्वचा के बड़े हिस्से में फैल सकते हैं।
गर्मियों के दिनों में ये समस्या और भी बढ़ जाती है क्योंकि आपको पसीना आता है। संक्रमित हिस्से में जैसे ही पसीने की बूंद लगती है वैसे ही दर्द और जलन बढ़ जाती है। कभी कभी ये संक्रमण बड़े दाने का रूप ले लेता है जिसमें मवाद भर जाता है। कुछ कुछ केस में त्वचा फटने लगती है पर ऐसी स्थिति बनने का इंतजार न करें। किसी भी तरह की स्किन इंफेक्शन बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर को दिखायें।
पियर्सिंग से भी हो सकता है संक्रमण
लोगों में पियर्सिंग को लेकर शौक बढ़ता जा रहा है। शरीर में कई जगहों पर पियर्सिंग करवाना फैशन ट्रैंड है। इसमें कोई बुराई नहीं है पर कान या अन्य अंग में छेद करवाने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत है जिससे ये आपके लिये मुसीबत का कारण न बन जाए। लोग भौहें, जीभ, नाभि, छाती, होंठ और कई जगहों पर पियर्सिंग करवाते हैं पर कई बार ऐसा करना त्वचा के लिये हानिकारक साबित होता है। कई बार लोग ऐसी जगह से पियर्सिंग करवा लेते हैं जो उनके लिये संक्रमण का कारण बनती है। छेद करने के लिये जिस औजार का इस्तेमाल किया जा रहा है अगर उसमें लेड या कोई नुकसानदायक मेटल मिला है तो इसका खामियाजा आपको जिंदगी भर चुकना पड़ सकता है। इसलिये हमेशा प्रोफेशनल्स से ही पियर्सिंग करवायें।
पियर्सिंग के बाद रिएकशन होने पर एलोवेरा जेल, पाउडर या एंटीबायोटिक क्रीम लगायें और डॉक्टर से संपर्क करें। पियर्सिंग करवाने के बाद उस जगह को अच्छी तरह साफ कर लें। इसके अलावा कम से कम 15 दिनों तक एंटीबायोटिक क्रीम लगायें।
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कैसे ठीक होगी एलर्जी?
एक बार अगर आपको किसी धातु से संक्रमण हो गया तो इसकी उम्मीद है कि जीवन भर आपको इससे जूझना पड़ सकता है। आपको संक्रमण की जानकारी होने के बाद उसका इस्तेमाल यानी उसे पहनना तुरंत बंद करना होगा। बेहतर होगा आप डॉक्टर से संपर्क करें। इस तरह के संक्रमण में पैच टेस्ट (patch test) की मदद से इसका पता लगाया जाता है कि आपको किस धातु से एलर्जी हो रही है। उसके लिये जिस धातु से परेशानी हो रही है उसका एक बहुत छोटा टुकड़ा सल्यूशन की मदद से पैड पर लगाकर बांह पर 72 घंटों के लिये लगाया जाता है। ये पैड बैंडेज की तरह आपके हाथ पर चिपका रहता है। इससे चिकित्सक ये मालूम करते हैं कि आपको धातु से एलर्जी है या नहीं।
इंफेक्शन से बचने के लिये काम के टिप्स
- अगर आपको गोल्ड से एलर्जी हो रही है तो चांदी पहनकर देखें। ये शरीर का तापमान भी संतुलित रखते हैं और इसमें एलर्जी की आशंका भी कम होती है।
- आर्टिफिशियल ज्वेलरी पहनने का मन है तो स्टोन या हैंडमेड ऑप्शन चुन सकते हैं। इनसे एलर्जी होने का खतरा कम रहता है।
- गहनों को साफ न रखने के कारण भी एलर्जी हो सकती है। किसी भी गहने को उतारने या पहनने से पहले उसे साबुन और पानी से साफ कर लें। कई बार गहनों पर बाल या गंदगी फंस जाती है जो स्किन को नुकसान पहुंचा सकती है।
- गीले हिस्से में गहना पहनने से भी संक्रमण हो सकता है। कई बार हम नहाकर तुरंत गहने पहन लेते हैं। शरीर में मौजूद नमी गहने के धातु के साथ रियेक्ट कर जाती है जो इंफेक्शन का कारण बन सकती है। इसलिये शरीर को अच्छी तरह सुखाकर ही कोई गहना पहनें। आप गहना पहनने से पहले उस हिस्से में पाउडर में छिड़क सकते हैं। इसके अलावा ज्यादा टाइट ज्वेलरी पहनने से बचें।
- त्वचा में जलन या लाल निशान बन रहे हैं तो सोने से पहले नारियल के तेल का इस्तेमाल करें। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। सोने से पहले प्रभावित हिस्से में तेल अच्छी तरह लगा लें सुबह तक आराम मिल जायेगा। रोज भी इस प्रक्रिया को दोहरा सकते हैं।
- नींबू के रस में भी घाव को पकने से बचाने वाले गुण होते हैं। ये त्वचा पर बैक्टेरिया के हमले को बढ़ने नहीं देता। जिस जगह एलर्जी हो वहां नींबू के रस को लगाकर छोड़ दें फिर 20 मिनट बाद साफ कर लें। ऐसा करने से इंफेक्शन जल्द ठीक को जायेगा।
अगर आपको भी ज्वेलरी पहनने से ऐसे लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें। सही समय पर इसका पता लगने पर बैक्टेरिया हमारी स्किन में बढ़ नहीं पाते और स्किन सेल डैमेज होने से बच सकते हैं।
Written by Yashaswi Mathur
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