कावासाकी एक दुर्लभ रोग है। यह अधिकतर पांच साल से कम आयु के बच्चों में पाया जाता है। यह रोग किस कारण से होता है अभी इस बारे में चिकित्सा विज्ञान में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। हालांकि कुछ वैज्ञानिकों का मत है कि कावासाकी संक्रमण (जैसे-वायरस या जीवाणुओं के विष) के कारण होता है। कावासाकी की पहचान पहली बार जापानी बच्चों में 1967 में की गयी थी और नौं साल के अंदर यह शिकायत हवाली राज्य में रहने वाले अमेरिकी बच्चों में भी देखी गई। शोधकर्ताओं का भी यही अनुमान हैं कि कावासाकी संक्रमण के कारण हो सकता है जो जापान से हवाली के बीच फैलता हो। लेकिन अभी इस तथ्य की भी पुष्टि नहीं हो पाई है। हाल में ये बात भी सामने आई है कि वंशानुगत कारक भी इस रोग के लिए जिम्मेदार होते हैं। इस लेख के जरिये हम आपको कावासाकी रोग के बारे में जानकारी देते हैं।
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कावासाकी रोग क्या है और कैसे होता है-
कावासाकी हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली कोरोनरी धमनियों सहित पूरे शरीर में छोटे और मध्यम आकार की धमनियों की दीवारों में सूजन के कारण होता है। कावासाकी रोग को म्यूकोक्यूटेनियस लिम्फ नोड डिजीज भी कहते हैं, क्योंकि यह लिम्फ नोड्स, त्वचा, मुंह, नाक और गले के अंदर श्लेष्मा झिल्ली को प्रभावित करता है। कावासाकी रोग के लक्षणों में तेज बुखार और त्वचा छिलने जैसे लक्षण हो सकते हैं।
राहत पहुंचाने वाले बात यह है कि कावासाकी रोग लाइलाज नहीं होता और इसका उपचार हो जाता है।
बिना किसी गंभीर समस्या के इस रोग से मुक्ति मिल जाती है। कावासाकी आमतौर पर पांच साल से कम उम्र के बच्चों में पाया जाने वाला रोग है। शुरूआती अवस्था में इसकी पहचान की जा सकती हैं। इसका उपचार शुरू होने के महज दो दिन के अंदर इससे संबंधित लक्षण खत्म हो जाते हैं। अगर कावासाकी रोग के लक्षण शुरू होने के एक से दो हफ्ते के भीतर इलाज शुरू हो जाये तो हृदय की कोई समस्या उत्पन्न नहीं होती है।
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कावासाकी रोग के जोखिम-
वैसे तो इस रोग का कोई पुष्ट कारण नहीं है लेकिन कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि यह रोग एक शरीर से दूसरे शरीर में फैलने वाला रोग नहीं है। कुछ जीन कावासाकी रोग के प्रति किसी बच्चे की संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं। कावासाकी रोग बच्चों में अधिग्रहण हृदय रोग का एक प्रमुख कारण है। इस रोग से ग्रस्त औसतन पांच बच्चों में से हर एक बच्चे को हृदय समस्या होती हैं, लेकिन कुछ ही मामलों में कोई स्थायी क्षति होती है।
कावासाकी रोग में होने वाली हृदय समस्याएं
- हृदय की मांसपेशियों में सूजन (मायोकार्डिटिस)।
- हार्ट वॉल्व से संबंधित समस्याएं।
- असामान्य हृदय ताल (दुस्तालता)।
- रक्त वाहिकाओं की सूजन, आमतौर पर वे कोरोनरी धमनियां जो हृदय को रक्त की आपूर्ति करती हैं।
कावासाकी रोग के कारण
यह रोग क्यों होता है, इस बारे में अभी तक कोई भी ठोस जानकारी नहीं है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह रोग किसी एक व्यक्ति से दूसरे को फैलने वाला नहीं है। कई रिसर्च के बाद यह पता चला है कि यह रोग वैक्टीरिया, वायरस या अन्य पर्यावरणीय कारकों के कारण होता है। अभी इस कारण की भी पूर्णतया पुष्टि नहीं हो सकी है।
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