कैंसर एक घातक बीमारी है, जो शरीर में विशिष्ट कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से बढ़ने के कारण होती है। नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) के अनुसार, ये कैंसर कोशिकाएं अपने आस-पास के स्वस्थ ऊतकों को नष्ट कर सकती हैं - जिनमें महत्वपूर्ण अंग भी शामिल हैं। विश्व भर के सभी लोगों में से एक तिहाई से अधिक लोगों को अपने जीवनकाल में किसी न किसी समय कैंसर की शिकायक होती है। कैंसर के लक्षण अलग-अलग होते हैं, जो इस आधार पर निर्भर करते हैं कि शरीर का कौन सा हिस्सा ट्यूमर से प्रभावित है। अगर आपको शौच करते वक्त एक अलग प्रकार की गंध आती है और और आपके लिए फ्लश करना मुश्किल हो जाता है तो ये इस बात का संकेत है कि आपको कैंसर होने का खतरा हो सकता है। एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि अगर आपको शौच के वक्त एक प्रकार की विशिष्ट गंध आती है तो ये आपमें घातक कैंसर के संकेत का खतरा हो सकता है। ये अग्नाशय के कैंसर यानी की पैंक्रियाटिक कैंसर के छिपे हुए संकेत हो सकते हैं। क्या आपके मल में भी ऐसी गंध आती है?
शौच करने में आती है दिक्कत
मल त्याग करते वक्त अजीब सी तेज गंध आने के पीछे चरबीदार मल (steatorrhoea) आना प्रमुख कारण होता है। ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि आपके मल में फैट की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। चरबीदार मल आने का कारण है पैंक्रियाटिक कैंसर क्योंकि ये कैंसर पाचन संबंधी समस्याओं के कारण होता है। चैरिटी पैंक्रियाटिक कैंसर यूके के मुताबिक, इस स्थिति में आपके मल ऑयली हो सकता है जो तैरता है और सामान्य से अधिक पीला दिखाई दे सकता है।
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नहीं दिखते शुरुआती संकेत
चैरिटी पैंक्रियाटिक कैंसर यूके के मुताबिक, पैंक्रियाटिक कैंसर के अक्सर शुरुआती चरण में किसी प्रकार के कोई संकेत सामने नहीं आते हैं। जिस कारण से इसका शुरुआत में पता चल पाना मुश्किल हो जाता है लेकिन जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता जाता है इसके संकेत सामने आना शुरू हो जाते हैं। पैंक्रियाटिक कैंसर और उपचार के कारण कब्ज, दस्त और चरबीदार मल जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
क्यों निकलता है चरबीदार मल
चरबीदार मल आपके मल में फैट के कारण होता है, जिसमें आपका मल अधिक पीला, तैलीय और भयानक बदबू आती है, जिसके कारण आपका टॉयलेट फ्लश करना बेहद मुश्किल हो जाता है। अगर आपका शरीर आपके भोजन में मौजूद फैद को ठीक से नहीं पचा पाता है, तो आपको ये दिक्कत हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कैंसर पाचन की समस्या का कारण बनता है। अगर आपको लगातार दस्त हो रहे हैं, तो आपको अग्नाशय के कैंसर का खतरा भी हो सकता है।
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पैंक्रियाटिक कैंसर का एक संकेत दस्त
दस्त के कारण मरीज को बार-बार टॉयलेट जाना पड़ सकता है या फिर उसके पेट में ऐंठन पैदा हो सकती है। अगर आपको दस्त होते हैं तो डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए आपको बहुत ज्यादा पानी पीने की जरूरत होती है, जो कि बेहद ही महत्वपूर्ण है। अग्नाशयी कैंसर अग्न्याशय में असामान्य वृद्धि के कारण होता है। पैंक्रियाज एक ग्रंथि है, जो पाचन तंत्र का हिस्सा होती है। 40 वर्ष से कम आयु के लोगों में यह असामान्य है, और लगभग आधे मामलों का निदान 74 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होता है।
पैंक्रियाटिक कैंसर के दिखाई देने वाले संकेत
अग्नाशयी कैंसर के पहले दिखाई देने वाले लक्षणों में बिना वजह वजन कम होना, पेट या पीठ में दर्द और पीलिया शामिल हैं।
अन्य संकेतों में
- मतली
- उल्टी
- कंपकंपी,
- अपच
- रक्त के थक्के शामिल हैं।
अगर आप अग्नाशय के कैंसर के लक्षणों को लेकर चिंतित हैं तो आपको जनरल फिजिशियन से बात करनी चाहिए।
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