Can Working AT Night Make You Fat: वर्क कल्चर में तेजी से बदलाव हो रहा है, आज देश अन्य देशों को साथ मिलकर कई प्रोजेक्ट पर एक साथ काम कर रहा है। ऐसे में लोगों को उनके बाहरी देश के समय के अनुसार काम करना पड़ता है। वहीं, कुछ ऑफिस 24/7 खुले रहते हैं। ऐसे में लोगों को नाइट शिफ्ट में भी काम करना पड़ता है। हाल में ही हुए रिसर्च से पता चला है कि रात को काम करने वाले लोगों को हेल्थ की कई समस्याओं के साथ ही मोटापे की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में रात की शिफ्ट करने वाले लोगों को अपनी हेल्थ पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। आगे नारायणा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन और कंसल्टेंट डॉ. पंकज वर्मा से जानते हैं कि क्या रात में जागने से मोटापा बढ़ सकता है?
क्या नाइट शिफ्ट करने से मोटापा बढ़ सकता है? - Can Working AT Night Make You Fat In Hindi
बीते दिनों पहले हुए एक रिसर्च से पता चला है कि रात को काम करने वाले लोगों को अन्य लोगों की तुलना में मोटापा बढ़ने की संभावना काफी अधिक होती है। दरअसल, देर रात तक जागने से व्यक्ति की सर्कैडियन रिदम यानी सोने और जागने की साइकिल में अनियंत्रित हो सकती है। इसकी वजह से मेटाबॉलिज्म और हार्मोनल समस्या हो सकती है, जो आगे चलकर मोटापे का कारण बनती है।
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रात में जागने से मोटापा होने के कारण - Causes of fat at night shift in hindi
सर्कैडियन रिदम में गड़बड़ी होना
व्यक्ति के शरीर की आतंरिक घड़ी होती है, जो उसके सोने और जागने के पैर्टन को फॉलो करती है। जब व्यक्ति देर तक काम करता है, तो इससे सर्कैडियन रिदम में गड़बड़ी हो सकती है। इससे शारीरिक परिवर्तन हो सकते है, जो वजन बढ़ने का कारण बन सकते हैं।
नींद के पैर्टन में बदलाव होना
रात में काम करने वाले अक्सर नींद लेने का समय और क्वालिटी कम हो जाती है। नींद की कमी हार्मोन असंतुलन से जुड़ी है, जिसमें घ्रेलिन (भूख हार्मोन) का बढ़ा हुआ स्तर और लेप्टिन (तृप्ति हार्मोन) का कम स्तर शामिल है, जिससे भूख और कैलोरी का सेवन बढ़ सकता है।
मेटाबॉलिज्म संबंधी परिवर्तन
सर्कैडियन रिदम में गड़बड़ी से ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म और इंसुलिन संवेदनशीलता को खराब कर सकती है, जिससे वजन बढ़ने और मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। रिचर्स से पता चला है कि रात में शरीर की ग्लूकोज को प्रोसेस करने की क्षमता कम हो सकती है, इससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है और फैट बढ़ने लगता है।
हार्मोनल उतार-चढ़ाव
मेलाटोनिन हार्मोन नींद को नियंत्रित करता है। आमतौर पर यह दिन के समय कम एक्टिव रहता है। रात की शिफ्ट में काम करने से मेलाटोनिन का उत्पादन बाधित हो सकता है, जो फैट बढ़ने और मेटाबॉलिज्म संबंधी गड़बड़ी से जुड़ा होता है।
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मोटापा बढ़ने को रोकने के लिए आप दिन की शिफ्ट में काम करने का प्रयास करें। साथ ही, पर्याप्त नींद लें। खाने के सही पैर्टन को फॉलों करें और पौष्टिक चीजों को डाइट में शामिल करें। दिन में कुछ मेडिटेशन और योग करने से रात में जागने के साइड इफेक्ट्स कम हो सकते हैं।