वेरिकोज वेन्स की समस्या लोगों में बढ़ती जा रही है। डॉक्टर और एक्सपर्ट्स की मानें तो जिन लोगों की फैमली में पहले किसी को यह समस्या होती है, तो ऐसे में परिवार के अन्य लोगों को भी यह रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा हार्मोनल बदलाव, प्रेग्नेंसी, मोटापा, शारीरिक गतिविधियों में कमी और स्ट्रेस के कारण भी आपको वैरिकोज वेन्स (varicose veins) की समस्या हो सकती है। इस समस्या में व्यक्ति के पैरों में नीले रंग की नसों दिखने लगती हैं। दरअसल, नसों में ब्लड सर्कुलेशन में पड़ने वाले दवाब के कारण ऐसा होता है। आगे जानते हैं इस समस्या के क्या कारण हो सकते हैं और विटामिन की कमी इस रोग में क्या भूमिका निभाती है।
वेरिकोज वेन्स की समस्या क्या है? What is Varicose Vein In Hindi
आसान भाषा में समझें तो वैरिकोज वेन्स नसों से जुड़ी समस्या है। इसमें पैरों की नसें फूली हुई दिखाई देने लगती है। यदि इस स्थिति को नजरअंदाज किया जाए तो व्यक्ति को चलने में स्थायी रूप से परेशानी हो सकती है। इसका मुख्य कारण तेजी से बढ़ता वजन माना जाता है। साथ ही लंबे समय तक खड़े होने पर जब ब्ल्ड सर्कुलेशन पर दबाव पड़ता है, तो इससे नसों में सूजन आने लगती हैं। यह आपके कमर के निचले हिस्से को प्रभावित कर सकता है।
क्या विटामिन की कमी से वैरिकोज वेन्स की समस्या हो सकती है? Are Varicose veins caused by a vitamin deficiency In Hindi
कुछ स्टडी से पता चलता है की विटामिन K और डी की कमी के कारण लोगों को वैरिकोज वेन्स की समस्या हो सकती है।
वैरिकोज वेन्स और विटामिन K की कमी के बीच संबंध
विटामिन K, शरीर की चोट में रक्त को रोकने, घाव भरने और हड्डियों के निर्माण के लिए आवश्यकता होता है। ब्रोकोली, केल, पत्तागोभी, पालक और सलाद में विटामिन K की मात्रा अधिक होती है।
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के अनुसार, "विटामिन K2 के कम होने से इलास्टिन का कैल्सीफिकेशन होता है, जो डबल चिन, बवासीर और वैरिकोज वेन्स का कारण बनता है।"
विटामिन डी की कमी और वैरिकोज वेन्स
विटामिन डी एक पोषक तत्व है, जो शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण और नियंत्रण करने में मदद करता है। इससे हड्डी, दांत और मांसपेशियों की स्थिति में भी सुधार होता है। जब हम धूप के संपर्क में आते हैं तो हमारे शरीर में विटामिन डी का उत्पादन होता है। लेकिन, कुछ आहार जैसे मछली, रेड मीट, अंडे की जर्दी आदि से भी इसे पूरा किया जा सकता है।
विटामिन डी नसों को भी आराम पहुंचाता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। यदि आपके शरीर में विटामिन डी का स्तर कम है, तो आपकी नसों में दर्द होना शुरू हो सकता है, जिससे आपको वैरिकोज वेन्स जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। वैरिकोज वेन्स में व्यक्ति को दर्द हो रहता है। इसके अलावा, चलने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वैरिकोज वेन्स की समस्या का इलाज किया जा सकता है।
वैरिकोज वेन्स के लक्षण - Symptoms Of Varicose Veins in Hindi
- गहरे नीले या बैंगनी रंग की नसे दिखाई देना
- मुड़ी हुई और उभरी हुई नसें
- पैरों में दर्द या भारीपन महसूस होना
- पैर के निचले हिस्से में जलन
- पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन और सूजन
- ज्यादा देर तक खड़े होने पर पैरों में दर्द, आदि।
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वैरिकोज वेन्स के लक्षण दिखाई देने पर आप इसे अनदेखा न करें। ऐसे में आप तुरंत डॉक्टरी सलाह ले। डॉक्टर आपके रोग की स्थिति के आधार पर इलाज शुरू कर देते हैं। साथ ही, आपको इलाज से इस समस्या में आराम मिलता है।