
Nail polish and shampoo may lead to type 2 diabetes: आजकल की खराब लाइफस्टाइल की वजह से लोगों को कई तरह की बीमारियां हो रही हैं। खानपान, केमिकल्स से भरी सब्जियां और प्रोसेस्ड फूड खाने की वजह से 10 में से 7 लोगों को डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियां हो रही हैं। खानपान, लाइफस्टाइल के अलावा आम जिंदगी में कुछ खास चीजों का इस्तेमाल भी बीमारियों की वजह बन रहा है। इन्हीं चीजों में से हैं नेल पॉलिश और शैंपू। हालही में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि नेल पॉलिश और शैंपू के कारण महिलाओं में डायबिटीज का खतरा कई गुणा बढ़ सकता है। स्टडी में ये बात सामने आई है कि नेल पॉलिश में टॉक्सिक केमिकल्स पाए जाते हैं, जो टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ाते हैं। शोधकर्ताओं का दावा है कि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में टॉक्सिक केमिकल्स का इस्तेमाल Phthalates नाम किया जाता है।
6 सालों तक महिलाओं को किया गया ट्रैक
जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन में नेल पॉलिश इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ने की जानकारी सामने आई है। मिशिगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने रिसर्च में 1300 महिलाओं को शामिल किया था। इन महिलाओं के ऊपर शोधकर्ताओं ने 6 साल तक रिसर्च की। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो महिलाएं ब्यूटी प्रोडक्ट (विशेषकर नेल पॉलिश)Phthalates नाम के इन केमिकल्स के हाई एक्सपोजर में थीं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क 63 प्रतिशत तक ज्यादा था। शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने 2000 से 2006 तक उन महिलाओं के यूरिन सैंपल्स लिए जो नेल पॉलिश और शैंपू जैसे ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल रेगुलर बेसिस पर करती हैं।
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इन प्रोडक्ट में इस्तेमाल होता है Phthalates
अमेरिका के स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग की एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि Phthalates नामक ये केमिकल सिर्फ नेल पॉलिश ही नहीं बल्कि हेयर स्प्रे, आफ्टर शेव और अन्य कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट में इस्तेमाल किया जाता है।
किन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है Phthalates?
Phthalates पर हुई कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि ये शरीर में कोलेस्ट्रॉल को सोंखने वाले पदार्थों को निष्क्रिय कर देता है। इसकी वजह से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है और कार्डियोवस्कुलर जैसी कई बीमारियां शरीर को घेर लेती हें। मिशिगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक किसी महिला में इस केमिकल की मात्रा बढ़ती है तो इससे गर्भ में ट्यूमर, कैंसर और प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में पलने वाले बच्चे के विकास में परेशानी आ सकती है।
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क्यों होता है Phthalate का इस्तेमाल?
जानकारी के मुताबिक किसी भी ब्यूटी प्रोडक्ट में Phthalate का इस्तेमाल गेलिंग एजेंट के रूप में किया जाता है। Phthalate ब्यूटी प्रोडक्ट के रंग और खुशबू को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है। ये केमिकल नेल पॉलिश के रंग को खराब होने से रोकने में मदद करता है।
क्या करें और क्या नहीं?
नेल पॉलिश और शैंपू में इस तरह के केमिकल्स सामने आने के बाद वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रहे शोधकर्ताओं ने चिंता जाहिर की है। शोधकर्ताओं का कहना है कि महिलाओं को इस तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए, ताकि टाइप 2 डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों से बचा जा सके।