क्या दूध पीने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है? कोलेस्ट्रॉल रोगियों के लिए दूध कितना सुरक्षित है

अगर आप कोलेस्ट्रॉल के मरीज हैं तो आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि दूध आपके कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ाता है या नहीं।
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क्या दूध पीने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है? कोलेस्ट्रॉल रोगियों के लिए दूध कितना सुरक्षित है

अगर यह प्रश्न पूछा जाए कि क्या दूध में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) होता है? तो इसका सीधा और साधारण जवाब है हां। लेकिन कुछ एक प्रकार के दूध में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है जैसे नॉन फैट मिल्क या स्कीम्ड मिल्क में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) नहीं होता है। लेकिन आज के समय में हम केवल भैंस और गाय के दूध का ही नहीं बल्कि पौधों से मिलने वाले दूध जैसे सोए मिल्क, चावल के दूध, बादाम के दूध आदि का भी प्रयोग करते हैं।

लेकिन इतने सारे दूध के प्रकारों में से कौन सा दूध का सेवन (Drinking Milk) कोलेस्ट्रॉल के रोगियों के लिए लाभदायक है और कौन सा दूध उनके लिए नुकसानदायक यह जानना काफी जरूरी है। वैसे भी दूध पीने के तरीकों में भी काफी बदलाव आया है। पहले के मुकाबले दूध के विकल्प बढ़े हैं। माना कि पहले के समय में गाय के दूध को स्वस्थ माना जाता था क्योंकि वह विटामिन ए और डी से समृद्ध था। लेकिन उसमें भी सैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल अधिक होता है। जब आप अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल करना चाहते हों तब ऐसे में आप सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को सीमित करना चाहेंगे।

drinking milk

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

डॉक्टर अदिति शर्मा, डाइटिशियन कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल बताती हैं कि, आपको इस बात का अवश्य पता होना चाहिए कि होल मिल्क या डेयरी मिल्क जिसमें पूरी तरह फैट मौजूद होते हैं या वह दूध जिसमें से फैट्स को अलग नहीं किया जाता है, उसमें कैलोरीज़ और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसके अलावा भी आपको ध्यान रखना चाहिए कि जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक है और जो लोग अपने हृदय की सेहत का ख्याल रखना चाहते हैं या अपना वजन कम करना चाहते हैं उन्हें कम कोलेस्ट्रॉल वाले दूध का सेवन (Drinking Milk)  करने चाहिए। वह लोग नॉन डेयरी दूध का प्रयोग कर सकते हैं।

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कोलेस्ट्रॉल के रोगी किस प्रकार के दूध का सेवन कर सकते हैं?

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फैट रिमूव किया गया डेयरी दूध

नॉन फैट या फैट को रिमूव किया गया दूध स्कीम मिल्क कहलाता है और अगर आप कोलेस्ट्रॉल के रोगी हैं तो आप इस प्रकार के दूध का सेवन (Drinking Milk)  कर सकते हैं।

बादाम का दूध

बादाम में किसी भी तरह का फैट मौजूद नहीं होता है और इसमें कैलोरीज़ भी बहुत कम होती हैं। यह प्राकृतिक रूप से लैक्टस मुक्त होता है और इसमें प्रोटीन की मात्रा भी अधिक होती है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल के रोगी या वजन कम करने की चाह रखने वाले लोग इस दूध का सेवन (Drinking Milk)  कर सकते हैं।

सोया दूध

यह दूध पूरी तरह से कोलेस्ट्रॉल मुक्त होता है और यह प्रोटीन, पोटेशियम, विटामिन ए और डी का भी एक अच्छा स्रोत होता है। इसमें फैट और कैलोरी की मात्रा स्कीम मिल्क से भी कम होती हैं इसलिए वह लोग जिनका कोलेस्ट्रॉल लेवल बहुत अधिक बढ़ा हुआ है वह इस दूध का सेवन (Drinking Milk) कर सकते हैं।

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अगर आप चाहते हैं कि आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक न बढ़े और आपके हृदय की सेहत भी अच्छी रहे तो आपको डेयरी आधारित फैट युक्त दूध का सेवन कम करना चाहिए। स्कीम्ड मिल्क में भी थोड़े बहुत फैट होते हैं जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं इसलिए अच्छा रहेगा यदि इस तरह की कोई समस्या है तो आप इनकी बजाए पौधों से बनने वाले दूध का प्रयोग करें। जैसे बदाम का दूध, सोए मिल्क आदि। ये आपके लिए एकदम सुरक्षित और लाभदायक हैं। लेकिन अगर आपको बादाम या किसी तरह के नट्स से एलर्जी है तो इस दूध को डॉक्टर की सलाह के साथ ही लें। वैसे भी अपनी डाइट में कुछ भी परिवर्तन करने से पहले एक बार डॉक्टर से बात जरूर करें।

डॉक्टर अदिति शर्मा, डाइटिशियन कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल से बातचीत पर आधारित।

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