डायबिटीज या मधुमेह (Diabetes) एक सामान्य स्थिति है, इससे भारत समेत दुनियाभर में लाखों लोग प्रभावित हैं। यह स्थिति शरीर द्वारा हार्मोन इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन नहीं करने के कारण होती है, या शरीर इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया नहीं करता है। पर्याप्त इंसुलिन के बिना, शरीर रक्त में शर्करा को उपयोग करने योग्य ऊर्जा में बदलने के लिए संघर्ष करता है। अगर आपको अपनी पलकों के आसपास पीले रंग के पैचेस हैं तो आपको मधुमेह के लक्षणों का खतरा हो सकता है।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार, अगर आपको डायबिटीज है और आप बीमारी पर ध्यान नहीं देते तो यह आपकी पलकों के आसपास पीले निशान पैदा कर सकता है। इस स्थिति को जैंथेलाज्मा के रूप में जाना जाता है, और यह आपके रक्त में वसा के उच्च स्तर के कारण भी हो सकता है। वास्तव में यह एक चर्बीयुक्त गांठ जो पलकों के अंदरूनी कोनों के आसपास जमा होते हैं।
अमेरिकन अकादमी ऑफ डर्मेटोलॉजी ने मुताबिक, "मधुमेह आपके शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है, जिसमें आपकी त्वचा भी शामिल है, जब मधुमेह त्वचा को प्रभावित करता है, तो यह संकेत हो सकते हैं कि आपके ग्लूकोज का स्तर बहुत अधिक है"
आपकी पलकों पर और उसके आस-पास पीली पपड़ी जम जाती है- ये तब विकसित होती हैं जब आपके रक्त में वसा की मात्रा अधिक होती है इसके अलावा यह भी संकेत हो सकता है कि आपका मधुमेह ठीक तरह से नियंत्रित नहीं हो रहा है। इस स्थिति के लिए चिकित्सा नाम xanthelasma है।
अगर अपनी आंखों के चारों ओर पीले रंग की पपड़ीदार पैच दिखे तो इसके बारे में अपने डॉक्टर को बताएं। अपने डॉक्टर से बात करें कि अपने मधुमेह को बेहतर तरीके से कैसे नियंत्रित करें। मधुमेह को नियंत्रित करने से पपड़ीदार पैच साफ हो सकते हैं।
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xanthelasma को दूर करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन, यह पपड़ी पूरी तरह से हानिरहित हैं। इस बीच, आपको मधुमेह के लक्षणों का भी खतरा हो सकता है यदि आप अपनी त्वचा पर छोटे, लाल रंग के bumps को नोटिस करते हैं। bumps थोड़ा pimples की तरह लग सकता है, और आमतौर पर घुटनों के पीछे या कोहनी के पास पाए जाते हैं।
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डायबिटीज को कैसे करें नियंत्रित
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- अपने कार्ब इंटेक को नियंत्रित करें।
- अपने फाइबर सेवन को बढ़ाएँ।
- पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।
- कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ चुनें।
- तनाव के स्तर को नियंत्रित करें।
- अपने रक्त शर्करा के स्तर की निगरानी करें।
- अच्छी नींद लें।
- क्रोमियम और मैग्नीशियम युक्त फूड का सेवन करें।
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