लंदन। ‘मां का दूध शिशु के लिए सवरेत्तम आहार’- यह बात जगजाहिर है, लेकिन विशेषज्ञों ने अब कहा है कि स्तनपान करने वाले शिशु को भविष्य में अल्जाइमर से लेकर कैंसर तक होने का खतरा टल सकता है। एक अंतरराष्ट्रीय दल ने कहा है कि मां के दूध में स्टेम कोशिकाएं होती हैं जो अल्जाइमर से लेकर कैंसर जैसे रोग तक का प्रतिरोध कर सकती है। इन कोशिकाओं में वही गुण होते हैं जो भ्रूण कोशिकाओं में होते हैं।
स्टेम कोशिकाओं को शरीर में किसी भी कोशिका में परिवर्तित होने की क्षमता को लेकर ‘मरम्मत किट’ के रूप में देखा जाता है। इसे ‘मास्टर कोशिकाएं’ भी कहा जाता है। मां का यह दूध स्टेम कोशिकाओं का ‘तैयार और नैतिक स्रेत’ हो सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कैंसर, दृष्टिहीनता, मधुमेह, अल्जाइमर, पार्किंसन और लकवा- इन सभी रोगों को ठीक करने में ‘मास्टर कोशिका’महत्चपूर्ण होती है। वेस्टर्न आस्ट्रेलिया विविद्यालय के प्रो. फोटेइनी हासीइटोउ के हवाले से डेली मेल अखबार ने बताया है, ‘मां का दूध कोशिका उपचार के लिए एक नया उत्साहजनक अवसर पेश करता है। हालांकि इसके और प्रमाण हासिल करने की जरूरत है।’ इसके अलावा यह भी दावा किया गया है कि एक महिला अपने दूध में मौजूद स्टेम कोशिकाओं को सुरक्षित रख सकती है और बाद में मधुमेह जैसी बीमारियों के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
मां के दूध में प्रचुर मात्रा में स्टेम कोशिकाएं होती हैं। इन कोशिकाओं में वही गुण हो ते हैं जो भ्रूण कोशिकाओं में होते हैं