
रक्तदान को लेकर लोगों के मन में कई तरह की भ्रांतियां हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि रक्तदान में दूसरों के साथ आपको भी फायदा होता है!
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 14 जून को हर साल विश्व रक्तदान दिवस 2020 (World Blood Donor Day 2020) मनाया जाता है। रक्तदान दिवस के दिन लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया जाता है। ताकि रक्तदान कर सके। रक्तदान से कई जरूरतमंद लोगों की जान बचाई जा सकती है। ऐसा कहा जाता है कि रक्तदान-महादान है, क्योंकि दान किया गया रक्त बहुत परिस्थितियों में किसी की जान बचाता है। इसकी महत्ता को देखते हुए हर बड़े अस्पताल में एक ब्लड बैंक की स्थापना की जाती है, जहां पर जरूरत पड़ने पर रक्त लिया और दान किया जा सकता है।
रक्तदान से कई लोगों का जीवन बचाया जा सकता है। लेकिन बहुत से लोग यह समझते हैं कि रक्तदान से शरीर कमज़ोर हो जाता है, और उस रक्त की भरपाई होने में महीनों लग जाते हैं। इतना ही नहीं लोगों में यह गलतफहमी भी व्याप्त है कि नियमित ख़ून देने से लोगों की रोगप्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है और उसे बीमारियां जल्दी जकड़ लेती हैं। यह भ्रम इस कदर फैला हुआ है कि लोग रक्तदान का नाम सुनकर ही सिहर उठते हैं। जबकि रक्तदान इंसान के शरीर के लिए फायदेमंद होता है। रक्तदान करने से हमारे शरीर में किसी प्रकार का कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता, बल्कि हमारे द्वारा दान किये गये रक्त की रिकवरी हमारा शरीर कुछ ही घंटों में कर लेता है। विश्व रक्तदान दिवस समाज में रक्तदान को लेकर व्याप्त भ्रांति को दूर करने का और रक्तदान को प्रोत्साहित करने का काम करता है।
रक्तदान आपकी सेहत के लिए है फायदेमंद
- मनुष्य के शरीर में रक्त बनने की प्रक्रिया हमेशा चलती रहती है, और रक्तदान से कोई भी नुकसान नहीं होता है।
- जो व्यक्ति नियमित रक्तदान करते हैं उन्हें हृदय सम्बन्धी बीमारियां होने का खतरा बहुत कम रहता हैं। डॉक्टर्स का मानना है कि रक्तदान से खून पतला होता है, जो कि हृदय के लिए अच्छा होता है।
- रक्तदान करने से आपका दिल के साथ लिवर भी स्वस्थ रहता है। शरीर में आयरन की अतिरिक्त मात्रा हो जाने से आपका दिल और लिवर अस्वस्थ हो सकते हैं। यही कारण है कि आपको सही समय पर रक्तदान करना चाहिए जिससे कि आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या ना हो।
- अगर आपके शरीर में आयरन की अतिरिक्त मात्रा है तो यह लिवर और किडनी में जमा होता रहता है। यह दिल और पाचन ग्रंथियों में भी जाकर जमा हो जाता है। इसके फलस्वरूप आगे जाकर आपको लिवर खराब होने की समस्या से गुजरना पड़ता है।
- एक बार आपके रक्तदान करना शुरू करने पर आपके शरीर में आयरन का स्तर नियंत्रित हो जाता है और विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त होने की आपकी सम्भावनाएं काफी कम हो जाती हैं।
- हमारे द्वारा दिये रक्त की पूर्ति हमारा शरीर कुछ ही घंटों के अन्दर कर लेता है, और गुणवत्ता की पूर्ति 21 दिनों के भीतर हो जाती है।
- हमारे रक्त की संरचना ऐसी है कि उसमें समाहित रेड ब्लड सेल तीन माह में स्वयं ही मर जाते हैं, लिहाज़ा प्रत्येक स्वस्थ्य व्यक्ति तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है।
- रक्तदान करने के बाद बोनमैरो नए रेड सेल्स बनाता है। इससे शरीर को नए ब्लड सेल्स मिलने के अलावा तंदुरुस्ती भी मिलती है।
- आधा लीटर ख़ून तीन लोगों की जान बचा सकता है।
- एक नई रिसर्च के मुताबिक नियमित रक्तदान करने से कैंसर व दूसरी बीमारियों के होने का खतरा भी कम हो जाता है, क्योंकि यह शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।
शायद आपने पहले कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया होगा कि आपके रक्त की कुछ बूंदें किसी को जीवन दे सकती हैं। हर दूसरे सेकण्ड में दुनिया भर में कोई न कोई जि़दगी मौत से जूझ रही होती है, ऐसे में आपका रक्त किसी को जीवनदान दे सकता है। लेकिन हां, रक्तदान से पहले और बाद में आपको कुछ सामान्य बातों का ध्यान ज़रूर रखना होता है।
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कौन कर सकता है रक्तदान
- रक्तदान करने वाले व्यक्ति की उम्र 17 साल से अधिक होनी चाहिए।
- रक्तदान करने वाले व्यक्ति के हीमोग्लोबीन का स्तर 12 प्रतिशत से अधिक होना चाहिए।
- रक्तदान के लिए वही लोग योग्य होते हैं, जिनका वज़न 45 किलो से अधिक होता है।
- महावारी के दौर से गुज़र रही महिलाएं या बच्चे को स्तनपान कराने वाली महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकतीं।
- अगर आपने रक्तदान के 48 घंटे पहले एल्कोहल का सेवन किया है तो आप रक्तदान नहीं कर सकते।
हम या हमारे अपनों में से कोई भी, कभी भी दुर्घटना का शिकार हो सकता है। ऐसे में हो सकता है, आपके रक्त की कुछ बूंदों से किसी की जान बच जाये। तो देर किस बात की आज ही रक्तदान करें और अपने मित्रों और रिश्तेदारों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
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