अगर आप एक साथ कई बीमारियों को ठीक करने वाली औषधि की तलाश कर रहें है? तो आपको एक बार गिलोय का प्रयोग जरूर करना चाहिए। गिलोय कई पोषक तत्वों से भरी एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसका प्रयोग कई प्रकार के स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में किया जाता रहा है। यह एक बेल है जो ज्यादातर जंगल-झाड़ियों में पायी जाती हैं। इसमें कॉपर, कैल्शियम, जिंक, मैगनीज, एंटी-पायरेटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे गुण मौजूद होते हैं। जो कई तरह के स्वास्थ्य समस्याओं जैसे सूजन, दर्द, पाचन संबंधित समस्या, रक्त शोधन आदि से छुटकारा दिलाता है और हमें अन्य कई प्रकार के रोगों से लड़ने की शक्ति देता है। पर कई ऐसी भी बीमारियां है जिनमें गिलोय का सेवन काफी सावधानी से करनी चाहिए।
आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहें है किन्हें गिलोय का सेवन करना चाहिए और किन्हें नहीं।
गिलोय के फायदे- Benefits Of Giloy in Hindi
इम्यूनिटी बढ़ाए गिलोय (Immunity Booster)
ऐसे कई इंसान होते है जो लगातार बीमार रहते है, इसका कारण उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना हो सकता है। इन समस्याओं पर हमें तुरंत ध्यान देना चाहिए। इस तरह की समस्या को दूर करने में गिलोय का जूस काफी लाभकारी होता है। गिलोय हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे हमारा शरीर जल्दी किसी भी बीमारी के चपेट में नही आता है।
अस्थमा के इलाज में गिलोय (Treating Asthma)
अस्थमा से पीड़ित मरीज़ों के लिए गिलोय काफी लाभकारी होता है। ऐसे मरीज जो अस्थमा या दमा से पीड़ित हैं, उन्हें गिलोय के जड़ चबाने की सलाह दी जाती है। इससे कफ आना, गले में घरघराहट व सांस से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है।
आंखों की समस्या दूर करने में (Eye Disorders)
गिलोय का प्रयोग आंखों की समस्या भी दूर करती है। इसके उपयोग से हमारे आंखों की रोशनी बढ़ती है जिसके वजह से हम बिना चश्मे के भी साफ देख सकते हैं। यहां तक की भारत के कई हिस्सों में इसका उपयोग सीधे आंखों पर किया जाता है, इसके लिए गिलोय को पानी में डालकर इसे उबालते है, फिर उस पानी को ठंडा करके अपनी आंखों के पलको पर लगाते हैं। जिससे आंखों से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
पीलिया के इलाज में गिलोय (Cure for Jaundice)
पीलिया में गिलोय का सेवन फायदेमंद होता है। इस बीमारी में गिलोय की पत्तियों को सूखा लें और उसका चूर्ण बना लें। इस चूर्ण के सेवन से आपको पीलिया दूर करने में मदद मिलती है। इसके अलावा गिलोय के 20-30 पत्ते लेकर पीस लें। एक गिलास ताजी छांछ लेकर पेस्ट को उसमें मिला लें। दोनों को एक साथ छानने के बाद उसका सेवन करें।
गिलोय के नुकसान (Side Effects of Giloy in Hindi)
कब्ज की समस्या (Giloy causes constipation)
आमतौर पर गिलोय पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज में काफी प्रभावी होता है, लेकिन कभी-कभी यह पेट को नुकसान भी पहुंचाता है। इसके सेवन से कई बार कब्ज की समस्या हो जाती है। अगर आपको इसके सेवन से पेट में जलन या कब्ज की समस्या हो तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
ब्लड शुगर का स्तर को करे प्रभावित (Giloy effects Blood sugar level)
गिलोय का सेवन ब्लड शुगर से ग्रस्त लोगों के लिए नुकसानदायक होता है। ब्लड शुगर से पीड़ित मरीजों को गिलोय के सेवन से पूरी तरह से बचना चाहिए। दरअसल गिलोय ब्लड शुगर लेवल को काफी कम कर देता है, जिसके कारण आप लो ब्लड शुगर लेवल से जुड़ी अन्य समस्याओं का शिकार हो सकते है।
गर्भावस्था में ना करें गिलोय का सेवन (Giloy Harmful in Pregnancy)
गर्भावस्था में महिलाओं को भी गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे शरीर पर नकारात्मक असर पड़ता है। इसके अतिरिक्त सर्जरी हुई है या सर्जरी करवानी हो, तब भी इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे ब्लड शुगर प्रभावित होता है। ऐसे में सर्जरी का घाव सूखने में काफी समय लग सकता है।
कैसे करें गिलोय का इस्तेमाल (How to use Giloy in Hindi)
गिलोय जूस
अगर आपके पास गिलोय का तना है, तो इसे आप पहले अच्छे तरीके साफ कर लें। इसके बाद इसे पानी में डालकर अच्छी तरह से उबाल लें, फिर उबले हुए पानी को अच्छी तरह से ठंडा कर उसका सेवन करें।
गिलोय का काढ़ा
इसे बनाने के लिए अदरक, तुलसी के पत्ते, लौंग, गिलोय की एक बड़ी स्टीक व काली मिर्च की जरूरत होती है। ये सारी चीजों को पानी में सही तरीके से उबालकर छान लेना चाहिए व दिन में कम-से-कम दो बार इस काढ़े का सेवन करना चाहिए।
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गिलोय की गोलियां
गिलोय की गोलियां या गिलोय घनवटी आसानी से बाजारों में उपलब्ध होती है। इसका इस्तेमाल हर रोज खाली पेट लेने से काफी फायदा व लाभकारी होता है। हालांकि गिलोय का किसी भी प्रारुप में सेवन करने से पहले चिकत्सक की सलाह जरूर लें।
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