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घर बैठे करें पाचन में गड़बड़ी की जांच, बीट टेस्ट बताएगा डाइजेशन सही है या नहीं

बीट टेस्ट में चुकंदर का सेवन कर 24 घंटे के भीतर यूर‍िन का रंग देखा जाता है। अगर रंग लाल हो, तो यह पाचन में समस्‍या का संकेत है।
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घर बैठे करें पाचन में गड़बड़ी की जांच, बीट टेस्ट बताएगा डाइजेशन सही है या नहीं

आजकल की जीवनशैली और गलत खानपान के कारण पाचन संबंधी समस्याएं बहुत आम हो गई हैं। पेट में सूजन, गैस, अपच या कब्ज जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। हालांकि, यह पता लगाना कि आपकी पाचन प्रणाली ठीक से काम कर रही है या नहीं, थोड़ा मुश्‍क‍िल हो सकता है। इसके लिए एक आसान घरेलू उपाय है- बीट टेस्ट। यह एक नेचुरल तरीका है, जो आपके पाचन तंत्र की सेहत के बारे में जानकारी देता है। बीट (चुकंदर) एक ऐसा सुपरफूड है, जिसमें प्राकृतिक बीटालेन (Betalains) होते हैं। इसका इस्‍तेमाल न केवल सेहतमंद खाने के रूप में किया जाता है, बल्कि पाचन स्वास्थ्य की जांच में भी इसकी मदद ली जाती है। बीट टेस्ट से पता चलता है कि आपका शरीर भोजन को सही तरीके से पचा और एब्‍सॉर्ब कर रहा है या नहीं। अगर पाचन सही नहीं है, तो इसका असर यूर‍िन के रंग पर दिखाई देता है। इस परीक्षण को करने में न, तो किसी महंगे उपकरण की जरूरत है और न ही इसमें कोई मुश्‍क‍िल प्रक्रिया शामिल है। यह पूरी तरह से सुरक्षित और सस्ता तरीका है। आइए, जानते हैं कि बीट टेस्ट कैसे किया जाता है और इसके क्या फायदे हैं। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

पाचन की जांच के ल‍िए चुकंदर का इस्‍तेमाल क्‍यों क‍िया जाता है?

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  • चुकंदर में बीटालेन (Betalains) नामक के प्राकृतिक रंगद्रव्य होते हैं, जो ब्‍लड और यूर‍िन के माध्यम से शरीर से बाहर निकल सकते हैं। ये रंगद्रव्य पाचन तंत्र द्वारा ठीक से एब्‍सॉर्ब नहीं होने पर यूर‍िन में दिख सकते हैं।
  • अगर शरीर का पाचन तंत्र ठीक से काम कर रहा है, तो चुकंदर का रंग पेट में पच जाएगा और यूर‍िन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन अगर पाचन तंत्र में कोई गड़बड़ी है, जैसे कि ठीक से एब्‍सॉर्ब नहीं हो रहा है, तो चुकंदर का रंग यूर‍िन में गुलाबी या लाल हो सकता है।
  • चुकंदर का रंग जब यूर‍िन में दिखाई देता है, तो यह संकेत देता है कि आंतों में खाना एब्‍सॉर्ब होने की प्रक्र‍िया ठीक से नहीं हो रही है। इसका मतलब हो सकता है कि पेट या आंतों में कोई समस्या हो, जैसे कि अपच या खराब पाचन।
  • इसलिए, चुकंदर का सेवन करके और यूर‍िन के रंग की जांच करके हम यह समझ सकते हैं कि पाचन तंत्र कैसा काम कर रहा है। हालांकि, यह सिर्फ एक प्रारंभिक संकेत है, और अगर पाचन में गड़बड़ी के लक्षण महसूस हों, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।

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क‍ितना सटीक है बीट टेस्‍ट?

डॉक्‍टर सीमा ने बताया क‍ि हम आमतौर पर बीट टेस्ट को एक मान्यता प्राप्त मेड‍िकल टेस्‍ट के रूप में नहीं मानते हैं। यह एक घरेलू परीक्षण है जिसे लोग पाचन स्वास्थ्य की सामान्य जांच के लिए इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, बीट टेस्ट से म‍िले परिणाम केवल प्रारंभिक संकेत होते हैं और यह पाचन या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में नहीं बता सकते। अगर बीट टेस्ट में आपके यूर‍िन का रंग गुलाबी या लाल दिखाई देता है, तो आपको डॉक्‍टर से सलाह लेना चाह‍िए क्‍योंक‍ि यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की ओर भी इशारा कर सकता है। इसलिए, बीट टेस्ट एक घरेलू उपाय (Home Remedies) हो सकता है, लेकिन गंभीर पाचन समस्याओं के लिए डॉक्टर की सलाह और सही मेड‍िकल टेस्‍ट कराना जरूरी है।

बीट टेस्ट कैसे करें?- How to Do Beet Test For Digestion Issues

  • एक मध्यम आकार का चुकंदर लें और इसे सलाद, स्मूदी या जूस के रूप में खाएं।
  • चुकंदर खाने के 2-6 घंटे के भीतर अपने यूर‍िन का रंग जांचें।
  • अगर यूर‍िन का रंग गुलाबी या लाल हो जाता है, तो यह संकेत देता है कि आपका शरीर भोजन को पूरी तरह से पचा नहीं पा रहा है।
  • अगर यूर‍िन का रंग सामान्य है, तो यह दर्शाता है कि आपका पाचन तंत्र अच्छा काम कर रहा है।

बीट टेस्ट के फायदे- Benefits of Beet Test

  • यह आसान जांच यह बताती है कि आपका पाचन तंत्र भोजन को एब्‍सॉर्ब कर रहा है या नहीं।
  • बीट लिवर के काम पर भी प्रभाव डालता है। खराब पाचन का असर लिवर पर भी पड़ता है, जिसे बीट टेस्ट से समझा जा सकता है।
  • अगर बीट टेस्ट असामान्य परिणाम दिखाता है, तो यह आपके आहार को बदलने या सुधारने का संकेत हो सकता है।

बीट टेस्ट आपकी पाचन सेहत को समझने का एक आसान तरीका है। हालांक‍ि इसे करने के बाद, डॉक्‍टर से जांच जरूर कराएं।

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image credit: i.ytimg.com

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