सही समय पर करवाते हैं मोटापा घटाने की सर्जरी, तो 20% तक घट सकता है कैंसर का खतरा

क्‍या आप भी मोटापे से परेशान हैं? अगर हां...तो ये रिसर्च पढ़ लें, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि बैरिएट्रिक या वेट लॉस सर्जरी ब्रेस्‍ट कैंसर के खतरे को 20 प्रतिशत कम कर सकती है। 
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सही समय पर करवाते हैं मोटापा घटाने की सर्जरी, तो 20% तक घट सकता है कैंसर का खतरा

हाल में हुए एक 'ओबेसिटीवीक' पत्रिका में प्रकाशित अध्‍ययन के अनुसार पाया गया कि जो महिलाएं मोटापे की शिकार होती हैं। यानि गंभीर मोटापे या 35 या उससे अधिक बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) के साथ महिलाओं में ब्रेस्‍ट कैंसर के 18 प्रतिशत केस पाए गए, जबकि बैरिएट्रिक या वजन घटाने वाली सर्जरी से गुजरने वाली मलिहाओं में इसके 7.4 प्रतिशत केस थे। यानि यदि आप मोटापे के शिकार हैं, तो समय से बैरिएट्रिक या वेट लॉस सर्जरी करवाकर ब्रेस्‍ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।  हालांकि अध्ययन में यह भी पाया गया कि बैरिएट्रिक या वजन घटाने वाली सर्जरी ने मोटापे से जुड़े कैंसर के विकास के जोखिम में 20 प्रतिशत कम कर सकती है।  

अध्ययन को सही तरह से समझने के लिए शोधकर्ताओं ने नेशनल इनपटिएंट सैंपल (NIS) में 2010 से 2014 के बीच 35 से अधिक बॉडी मास इंडेक्स (BMI) के साथ 1,670,035 रोगियों के आंकड़ों की समीक्षा की, जो सबसे बड़ा इनस्पेट हेल्थकेयर डेटाबेस है। जिसमें कैंसर की घटनाओं की तुलना 1.4 मिलियन से अधिक रोगियों के बीच की गई, जिन्होंने बेरिएट्रिक सर्जरी या वजन घटाने की सर्जरी नहीं किया और लगभग 250,000 रोगियों ने किया।

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अध्‍ययन के सह लेखक इमानुएल लो मेन्जो, ने कहा, "हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि बेरिएट्रिक सर्जरी औसत आबादी की तुलना में कैंसर के अधिक जोखिम वाले रोगियों में कैंसर के विकास को काफी हद तक कम कर सकती है, यहां तक कि आनुवांशिक रूप से भी। ”

मेन्जो ने कहा, ''ब्रेस्‍ट कैंसर को विकसित करने के लिए आनुवांशिक रूप से रोगियों पर हमने जो प्रभाव देखा, वह उल्लेखनीय था और हमारा मानना है कि किसी अध्ययन ने ऐसा प्रभाव दिखाया है। वजन घटाने सहित कारकों को निर्धारित करने के लिए आगे के अध्ययन की आवश्यकता है, जिससे इस तरह के जोखिम में कमी हो सकती है,''।

अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, अधिक फैट वाले ऊतक होने से एस्ट्रोजन का स्तर बढ़कर ब्रेस्‍ट कैंसर होने की संभावना बढ़ सकती है। वहीं, यू.एस. सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, 2014 में संयुक्त राज्य अमेरिका में इसके निदान किए गए, सभी प्रकार के कैंसर में अधिक वजन और मोटापा 13 प्रकार के कैंसर के जोखिम से जुड़ा हुआ है।

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जबकि, अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी (एएससीओ) मोटापे को कैंसर के लिए एक प्रमुख अपरिचित जोखिम कारक कहता है, जो कैंसर के रोगियों में पुनरावृत्ति और मृत्यु दर के बढ़ते जोखिम के साथ जुड़ा हुआ है।

Source: ANI

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