स्वास्थ्य को लेकर बॉलीवुड से इस साल एक के बाद एक बुरी खबर सामने आ रही है। इरफान खान और सोनाली बेंद्री के बाद अब एक्टर और सिंगर आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा कश्यप को ब्रेस्ट कैंसर हो गया है। यह बात खुद ताहिरा ने अपने इंस्टाग्राम अकांउट के जरिए दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है। लेकिप अच्छी बात ये है कि उनका कैंसर अभी जीरो स्टेज यानि बिल्कुल शुरुआती स्टेज पर है। उन्होंने हॉस्पिटल में ली गई अपनी एक फोटो को इंस्टा पर पोस्ट करते हुए कैंसर के बारे में एक डीटेल्ड पोस्ट भी शेयर किया है।
आयुष्मान ने अपनी पत्नी की एक तस्वीर शेयर की है और लिखा है," आपके सपोर्ट और दुवाओं के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। पिछले सात दिन हमारे लिए बहुत ही मुश्किलों वाले दिन थे लेकिन हमने इसे एक चेलेंज समझ कर ख़ुशी से अपनाया और इससे लड़ें। मुझे अपनी प्रिंसेस वॉरियर पर बहुत गर्व है।" आपको बता दें कि ताहिरा को इसके लिए सर्जरी करानी पड़ी है। ताहिरा ने भी अपने पोस्ट में औरतों को इस बारे में सजग रहने की सलाह दी है और कहा है कि मैं 35 साल की हूं और मुझे बहुत जल्दी इस बीमारी के बारे में पता चल गया। आपको भी इस बारे में पढ़ना चाहिए और रेग्युलर बॉडी चेकअप भी करवाना चाहिए। बता दें कि ताहिरा बुक्स और प्लेज़ लिखती हैं, थिएटर डायरेक्टिंग और प्रोडक्शन के बाद अब जल्द ही फ़िल्म लिखने वाली हैं।
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ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
ब्रेस्ट में दर्द या गांठ ज़रा-सा भी महसूस हो तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। कभी-कभी ये भी होता है गांठ में दर्द न हो, लेकिन छूने पर ये महसूस होता है। स्तनों में पड़ने वाली गांठ को मेमोग्राफी के ज़रिए पता किया जा सकता है। इससे ब्रेस्ट कैंसर का भी पता लगाया जा सकता है और मेमोग्राफी कराने में ज्य़ादा पैसे भी नहीं लगते। 30 से 35 साल की महिला को एक बार मेमोग्राफी ज़रूर करानी चाहिए। ब्रेस्ट में गांठ और समय के साथ इसका आकार बढ़ना, ब्रेस्ट का असामान्य तरीके से बढ़ना, बगल में सूजन आना, निप्पल का लाल पड़ना या उनसे खून आना, यदि आपके स्तन में कोई उभार या असामान्य मोटाई लगे तो तुरंत अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें।
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स्तन कैंसर का कारण
- अगर आपको अपने स्तनों में किसी तरह की गांठ महसूस हो तो तुंरत इसकी जांच कराएं। जांच से यह पता चल सकेगा कि स्तनों में बनने वाली गांठ कितनी खतरनाक है।
- स्तन कैंसर होने की आशंका काफी हद तक वातावरण और जीवनशैली पर निर्भर करती है।
- महिलाओं में यह रोग फूड एलर्जी के कारण भी हो सकता है।
- आनुवंशिकता के कारण भी महिलाओं में स्तन कैंसर हो सकता है।
- स्तन कैंसर से ग्रसित एक महिला से दूसरी महिला को भी यह हो सकता है।
- गर्भनिरोधक गोलियां महिलाओं में स्तन कैंसर की मुख्य वजह है। कोई महिला जितनी जल्दी मां बन जाती है उसमें स्तन कैंसर होने की आशंका लगभग उतनी ही कम हो जाती है।

ब्रेस्ट कैंसर की जांच व इलाज
यह आवश्यक है कि 30 साल की उम्र से प्रत्येक महिला माहवारी के बाद अपने स्तनों और इसके इर्दगिर्द होने वाले बदलावों की स्वय जाच करे। इसी तरह 40 साल की उम्र से प्रत्येक महिला को साल में एक बार ब्रेस्ट स्पेशलिस्ट से अपनी जाच कराकर उनके परामर्श से स्तनों का एक्सरे कराना चाहिए। इस एक्सरे को मैमोग्राम कहते हैं। मैमोग्राम के जरिये चावल के दाने जितने सूक्ष्म कैंसरग्रस्त भाग का पता लगाया जा सकता है। इस स्थिति में कैंसर के इलाज में पूरे स्तन को निकालने की जरूरत नहीं पड़ती। इस अवस्था में पता चलने वाले स्तन कैंसर के रोगियों का 90 से 95 प्रतिशत तक सफल इलाज हो सकता है। जब स्तन कैंसर का बाद की अवस्था (एडवास्ड स्टेज) में पता चलता है, तो इसके इलाज के लिए पूरे स्तन को ऑपरेशन के जरिये निकालना पड़ता है।
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