धमनियों में रुकावट (एथेरोस्क्लेरोसिस) का कारण क्या है? डॉक्टर से जानें कारण, लक्षण, इलाज

क्या आप एथेरोस्क्लेरोसिस के बारे में जानते हैं? अगर नहीं, तो यहां डॉक्टर से जानें एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में।  
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धमनियों में रुकावट (एथेरोस्क्लेरोसिस) का कारण क्या है? डॉक्टर से जानें कारण, लक्षण, इलाज

दुनियाभर में बहुत सी बीमारियां हैं, जिनके बारे में हम शायद ही जानते होंगे। इन्हीं में से एक है एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis )। क्या आपने कभी इस बीमारी के बारे में सुना है? अगर नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में। दरअसल धमनियों में रुकावट को ही एथेरोस्क्लेरोसिस कहा जाता है। यह एक गंभीर समस्या है। यह समस्या मुख्य रूप से शरीर में कोलेस्ट्रॉल जमने के कारण होती है। सीधे शब्दों में समझें तो धमनियों में ऑक्सीजन कम होने से यह बीमारी होती है। यह मुख्य रूप से आपके हृदय को प्रभावित करती है। साथ ही इससे आपको ब्रेन से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं। इसी विषय पर विस्तार से जानने के लिए हमने पुणे के हेल्दी हार्ट क्लीनिक के डॉक्टर केदार कुलकर्णी से बातचीत की। आइये जानते हैं एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में।  

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क्या है एथेरोस्क्लेरोसिस (What Is Atherosclerosis)

डॉ. केदार कुलकर्णी ने बताया कि एथेरोस्क्लेरोसिस होने पर आपकी धमनियों में सिकुड़न आने के साथ ही यह सख्त भी हो जाती हैं। समय पर इसका इलाज न कराने पर यह बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती है। हालांकि इसके लक्षणों की पहचान करना थोड़ा मुश्किल होता है। डॉ. केदार के मुताबिक यह आपके हृदय को प्रभावित करने के साथ ही ब्रेन को भी नुकसान पहुंचा सकती है। यह बीमारी दिल के साथ ही ब्रेन और किडनी में भी हो सकती है, इससे ब्रेन स्ट्रोक भी हो सकता है। वहीं यह बीमारी दिल में होने पर हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर की आशंका होती है। यह समस्या महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ज्यादा देखी जाती है। 

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एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण (Causes of Atherosclerosis)

  • डॉ. केदार ने बताया कि इसका मुख्य कारण शरीर में फैट जमा होना है। जिस वजह से आपको ब्लड प्रेशर की समस्या होती है और समय रहते इलाज नहीं कराने पर एथेरोस्क्लेरोसिस भी हो सकता है। 
  • डायबिटीज भी इस समस्या के कारणों में से एक है। अधिक शुगर लेवल वाले व्यक्तियों को यह समस्या होने की अधिक आशंका रहती है। 
  • तंबाकू चबाने और धूम्रपान करने से भी यह समस्या हो सकती है। ऐसे लोग जो नियमित रूप से स्मोकिंग करते हैं उनमें इसकी ज्यादा आशंका रहती है।
  • कुछ मामलों में यह जेनेटिक भी हो सकता है। हालांकि ऐसे बहुत कम मामले देखे जाते हैं। 
  • उम्र बढ़ने के साथ भी इस समस्या की आशंका बढ़ सकती है। इसलिए बढ़ती उम्र में वजन नियंत्रित करने पर खास ध्यान देना चाहिए। 
  • कैल्शियम का स्तर ज्यादा होने पर जांच करानी चाहिए। 

एथेरोस्क्लेरोसिस के लक्षण (Symptoms of Atherosclerosis)

  • डॉ. केदार के मुताबिक एथेरोस्क्लेरोसिस के लक्षणों की पहचान करना अन्य बीमारियों की तुलना में थोड़ा मुश्किल हो सकता है। 
  • आमतौर पर सीने में दर्द होना, सांस लेने में समस्या और थकान आदि जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं। 
  • हाई ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल हाई हो जाने से भी इसकी पहचान की जा सकती है। 
  • सीटी एंजो या फिर इंटीमिया मीडिया थिकनेस कराकर इस समस्या की पहचान की जा सकती है। 
  • रक्त प्रवाह कम हो जाने के कारण आपके पैरों की मांसपेशियों में काफी कमजोरी आ जाती है। जिससे कभी कभी चलने फिरने में भी समस्या हो सकती है। इससे भी आप एथेरोस्क्लेरोसिस की पहचान कर सकते हैं। 

एथेरोस्क्लेरोसिस का उपचार (Treatment of Atherosclerosis)

  • कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर अक्सर कैल्शियम स्कोरिक लेवल भी बढ़ जाता है। इसलिए कैल्शियम बढ़ जाने पर चिकित्सक के पास जरूर जाएं। 
  • पहले इलाज के तौर पर कोलेस्ट्रॉल लोइंग एजेंट्स यानि कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं दी जाती हैं। इससे धमनियों में जमा फैट और कोलेसट्रॉल कम हो जाता है साथ ही धमनियों की सिकुड़न में भी राहत मिलती है।  
  • डायबिटीज और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए चिकित्सक द्वारा कुछ दवाएं दी जाती हैं। 
  • चिकित्सक द्वारा मरीज को उम्र के अनुसार निर्धारित वेट मेनटेन करने की सलाह दी जाती है। 
  • कुछ मामलों में एंटी प्लेटलेट दवाओं की भी सलाह दी जाती है। 
  • वहीं इस समस्या को दूर करने में एक्सरसाइज भी अहम भूमिका निभाती है। इसलिए एथेरोस्क्लेरोसिस के मरीजों को चिकित्सक की सलाहनुसार व्यायाम जरूर करना चाहिए। 

यह लेख डॉक्टर से हुई बातचीत पर आधारित है। इसलिए लेख में दिए गए कारणों पर ध्यान दें और इस प्रकार के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। 

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