जब भी मौसम बदलने पर हमें बुखार या जुखाम होता है, तो हम पेनकिलर एस्पिरिन लेकर थोड़ी राहत पाने की कोशिश करते हैं। एस्पिरिन एक ऐसी दवा है, जो बॉडी पेन में व्यक्ति को काफी आराम पहुंचा सकती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि अगर आप इसकी रोज एक खुराक लेते हैं, तो यह कैंसर को भी रोकने में मददगार साबित हो सकती है।
एक नए शोध से पता चला है कि “एक तिहाई से ज्यादा कैंसर, तंबाकू या उससे बने उत्पादों के सेवन की देन है। जबकि एक तिहाई खान-पान और रहन-सहन या दूसरे सामाजिक कारकों से जुड़े हैं”। पहले के रिसर्च में पता चला था कि एस्पिरिन कैंसर के कुछ प्रकारों को रोक सकती है, लेकिन वैज्ञानिक, सालों तक इस बात को लेकर उलझन में रहे कि बुखार, सूजन कम करने की दवा कैसे इस जानलेवा बीमारी को रोक सकती है।
नए रिसर्च में टेक्सास के 'वेटरन अफेयर्स' के वैज्ञानिकों के हवाले से बताया गया है कि “प्लेटलेट्स के साथ पेन किलर दवाओं से जो ब्लड सेल्स क्लॉट बनाती हैं, वे खून बहने से रोक देती हैं, जिससे ट्यूमर का बढ़ना रुक सकता है”।
रिसर्च की रिपोर्ट पत्रिका 'कैंसर प्रिवेंशन रिसर्च' में कहा गया है कि “एस्पिरिन सामान्य रूप से क्लॉट बनने की प्रसोस को कॉक्स-1 एंजाइम के जरिए रोक देता है, जिससे प्लेटलेट्स और कैंसर की सेल्स के बीच होने वाला प्रसोस बंद हो जाता है और ट्यूमर का बढ़ना रुक जाता है”।
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसे हम सही स्टेज पर पहचान नहीं पाते हैं और यह समय के साथ बढ़ती रहती है। अगर इसका चेकअप या इलाज सही समय पर नहीं कराया गया, तो यह जानलेवा साबित भी हो सकती है।