लिवर डिस्फंक्शन एक गंभीर स्थिति है जिसमें लिवर शरीर के जरूरी काम ठीक से नहीं कर पाता। इससे शरीर में विषैले पदार्थ जमा होने लगते हैं और स्वास्थ्य पर गहरा असर डालते हैं।
डॉक्टर से जानें
आइए जिनोवा शेलबी हॉस्पिटल की इंटर्नल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉक्टर उर्वी महेश्वरी से जानते हैं कि लिवर डिस्फंक्शन किन कारणों से होती हैं?
क्यों हो रहा है लिवर कमजोर?
डॉ. उर्वी महेश्वरी की मानें तो गलत जीवनशैली, फास्ट फूड, अल्कोहल, तनाव और लगातार दवाओं का सेवन लिवर पर बुरा असर डालता है। ये आदतें धीरे-धीरे लिवर की कार्यक्षमता को कम कर देती हैं।
हेपेटाइटिस और लिवर का कनेक्शन
हेपेटाइटिस B, C और D वायरस लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। ये संक्रमण लिवर डिस्फंक्शन के पीछे एक प्रमुख कारण माने जाते हैं।
अल्कोहल और मोटापा भी है जिम्मेदार
अत्यधिक अल्कोहल का सेवन और मोटापा लिवर में सूजन और फैट जमा होने का कारण बनते हैं। ये फैटी लिवर और सिरोसिस जैसी बीमारियों की ओर ले जाते हैं।
ज्यादा दवाएं भी खतरनाक
बिना जरूरत की दवाओं का बार-बार सेवन लिवर पर प्रेशर डालता है। खासकर पेनकिलर और स्टेरॉयड लंबे समय तक लेने से लिवर डैमेज हो सकता है।
लक्षण पहचानना है जरूरी
पीलिया, त्वचा में खुजली, बालों का झड़ना, कमजोरी, वजन घटना, गहरे रंग की पेशाब और मल जैसे लक्षण लिवर डिस्फंक्शन की चेतावनी हो सकते हैं।
समय पर इलाज जरूरी
यदि समस्या शुरुआती है तो इसे दवाओं और लाइफस्टाइल सुधारकर कंट्रोल किया जा सकता है। सही समय पर जांच और दवा से गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है।
जब लिवर पूरी तरह से काम करना बंद कर देता है, तो लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत होती है। यह एक मेडिकल प्रोसीजर है, जो अंतिम विकल्प माना जाता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com