पेट की चर्बी सिर्फ दिखने की बात नहीं, यह आपके अंदर चल रही हेल्थ प्रॉब्लम्स का संकेत भी हो सकती है। इसलिए फैट कम करने से पहले कुछ जरूरी ब्लड टेस्ट करवाना बहुत जरूरी है। आइए PubMed की रिपोर्ट से जानते हैं।
क्यों जरूरी है ब्लड टेस्ट?
हर इंसान का शरीर अलग तरह से चर्बी जमा करता है। ब्लड रिपोर्ट यह समझने में मदद करती है कि कहीं आपके हार्मोन, शुगर या कोलेस्ट्रॉल पेट की चर्बी को बढ़ा तो नहीं रहे।
फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट
यह टेस्ट दिखाता है कि आपका शरीर ग्लूकोज को कैसे प्रोसेस करता है। हाई शुगर लेवल पेट की चर्बी को बढ़ा सकता है और डायबिटीज का खतरा भी पैदा कर सकता है।
इंसुलिन और HOMA-IR टेस्ट
अगर इंसुलिन सही से काम नहीं कर रहा तो फैट बर्न होना मुश्किल हो जाता है। HOMA-IR टेस्ट इंसुलिन रेसिस्टेंस का पता लगाता है, जो पेट की चर्बी बढ़ने की बड़ी वजह होती है।
लिपिड प्रोफाइल (कोलेस्ट्रॉल टेस्ट)
यह टेस्ट HDL, LDL और ट्राइग्लिसराइड्स को मापता है। खराब कोलेस्ट्रॉल और हाई ट्राइग्लिसराइड्स पेट के आसपास फैट जमा करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
थायरॉइड फंक्शन टेस्ट (TSH)
थायरॉइड स्लो हो तो मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ता है, जिससे फैट तेजी से जमा होता है। इसलिए वजन घटाने से पहले थायरॉइड लेवल चेक करना बहुत जरूरी है।
लीवर फंक्शन टेस्ट (LFT)
पेट की चर्बी और फैटी लिवर का गहरा रिश्ता है। LFT ये बताता है कि आपका लिवर ठीक से काम कर रहा है या नहीं।
विटामिन D और B12 लेवल
इन विटामिन्स की कमी से मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है और वजन कम करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए इनकी जांच भी जरूरी है।
ब्लड रिपोर्ट से आपको अपनी हेल्थ का रूट कारण समझ में आता है। एक बार सही रिपोर्ट मिल जाए, तो वजन कम करना आसान और सुरक्षित हो जाता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com