बेल का मुरब्बा कब और कैसे खाना चाहिए?

By Deepak Kumar
26 Apr 2025, 19:00 IST

बेल के मुरब्बे में कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम, बीटा-कैरोटीन, फाइबर और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व भरपूर पाए जाते हैं। इसे डेली डाइट में शामिल कर कई बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। लेकिन इसे कब और कैसे खाना चाहिए, आइए जानते हैं।

सुबह खाली पेट खाना फायदेमंद

सुबह खाली पेट बेल का मुरब्बा खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। यह पेट को ठंडक पहुंचाता है और कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करता है।

खाने के बाद मुरब्बा न खाएं

भोजन के तुरंत बाद बेल का मुरब्बा नहीं खाना चाहिए। इससे पाचन प्रक्रिया बाधित हो सकती है। बेहतर है कि इसे खाने के एक घंटे पहले या दो घंटे बाद सेवन करें, ताकि लाभ सही तरीके से मिले।

गर्मी के मौसम में ज्यादा फायदेमंद

बेल के मुरब्बे की तासीर ठंडी होती है। गर्मियों में इसका सेवन शरीर को ठंडा रखता है, लू से बचाव करता है और शरीर को अंदर से हाइड्रेटेड बनाए रखने में मदद करता है।

कितनी मात्रा में खाएं?

बेल का मुरब्बा स्वादिष्ट होता है, लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए। रोजाना 1-2 चम्मच पर्याप्त है। अधिक सेवन से पाचन गड़बड़ हो सकता है और शरीर में भारीपन महसूस हो सकता है।

इसके फायदे

अगर किसी को पेट में गैस, अपच या कब्ज की समस्या है, तो बेल का मुरब्बा बेहद लाभकारी है। इसके नियमित सेवन से पेट की समस्याएं दूर होती हैं और आंतों की सफाई भी अच्छे से होती है।

कोलेस्ट्रॉल लेवल करे कंट्रोल

बेल के मुरब्बे में एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होता है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इससे दिल की सेहत भी सुधरती है और हार्ट अटैक का खतरा घटता है।

इम्यून सिस्टम को बनाए स्ट्रांग

बेल के मुरब्बे में मौजूद विटामिन C शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इससे मौसमी बीमारियां और संक्रमण से बचाव होता है और शरीर अंदर से मजबूत बनता है।

हालांकि, डायबिटीज या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित लोगों को बेल का मुरब्बा खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि इसमें शक्कर की मात्रा होती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com