बबूल (कीकर) एक औषधीय पेड़ है, जिसके पत्ते सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। बबूल के पत्तों का सही तरीके से सेवन करने से कई परेशानियों में राहत मिलती है। तो आइए आयुर्वेदाचार्य राहुल चतुर्वेदी से जानते हैं कि बबूल से कौन-सी बीमारियां ठीक होती हैं और इसका उपयोग कैसे करना चाहिए?
दस्त से राहत
गर्मी में होने वाले दस्त में बबूल के पत्तों का सेवन फायदेमंद होता है। 100 ग्राम पत्ते और 10-20 ग्राम मिश्री मिलाकर पानी में पीने से दस्त में आराम मिलता है।
माहवारी और ल्यूकोरिया में लाभकारी
अत्यधिक ब्लीडिंग या ल्यूकोरिया की समस्या में बबूल के पत्तों का सेवन बहुत लाभकारी होता है। 6-7 दिन तक पत्तों का रस पीने से महिलाओं को आराम मिलता है।
दांतों के लिए संजीवनी
बबूल की दातून और पत्तों का रस दांतों के रोग जैसे पायरिया, हिलते दांत और मसूड़ों की कमजोरी में असरदार होता है। बबूल के पेड़ के छाल उबालकर कुल्ला करना लाभकारी है।
पाचन समस्याओं में राहत
बबूल के सूखे पत्तों और मिश्री के मिश्रण का सेवन गैस, एसिडिटी, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। यह पेट को साफ रखता है और पाचन दुरुस्त करता है।
आंखों के लिए फायदेमंद
स्क्रीन के अधिक उपयोग से आंखों की कमजोरी बढ़ती है। 100 ग्राम बबूल पत्ते और मिश्री का चूर्ण पानी के साथ सुबह खाली पेट लेने से आंखों की सेहत सुधरती है।
बालों का झड़ना रोके
बबूल और रीठा से बना शैंपू बालों के झड़ने, पतलेपन और बढ़ने की समस्या में फायदेमंद होता है। एक घंटे सिर पर लगाकर धोने से बालों में मजबूती आती है।
रीठा कंसंट्रेट कैसे बनाएं?
1 किलो रीठा और 1 किलो बबूल के पत्ते 4 किलो पानी में उबालें। जब पानी 1 किलो रह जाए, तो यह कंसंट्रेट तैयार है। इसे सप्ताह में दो बार लगाएं।
बबूल शरीर के कई रोगों से राहत देता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com