धमासा के पत्ते, जड़ और फूल औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं और कई रोगों में लाभकारी हैं। आइए, इसके
एक्सपर्ट की राय
इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
धमासा के फायदे
धमासा एक आयुर्वेदिक औषधि है जो बुखार, सर्दी, खांसी और गले की खराश जैसी आम समस्याओं में राहत देती है और इसका काढ़ा पीना काफी लाभकारी होता है।
धमासा की पत्तियां
शरीर में सूजन होने पर धमासा की पत्तियों को दूध में पकाकर उसका लेप लगाने से सूजन और दर्द में काफी आराम मिलता है। यह गांठ या घाव भरने में भी मदद करता है।
पेट में जलन से राहत
पेट में अल्सर या जलन की परेशानी होने पर धमासा का काढ़ा या पत्तियों का सेवन फायदेमंद होता है। यह पाचन क्रिया को ठीक करता है और आंतरिक घावों को भी भरता है।
मुंह की बदबू से छुटकारा
धमासा के पत्तों से बना गरारे का पानी गले की खराश और मुंह की बदबू को दूर करता है। यह संक्रमण से लड़ने में भी असरदार माना गया है।
धमासा की छाल का पाउडर
त्वचा में खुजली, रैशेज या संक्रमण होने पर धमासा की छाल का पाउडर एलोवेरा और हल्दी के साथ मिलाकर लगाने से खुजली खत्म होती है और त्वचा को ठंडक मिलती है।
सर्दी-जुकाम से राहत
सर्दी-जुकाम और सिरदर्द की समस्या में धमासा की पत्तियां पीसकर माथे पर लगाने से आराम मिलता है और इसका चूर्ण लेने से गले की खराश भी ठीक हो जाती है।
धमासा काढ़ा
धमासा काढ़ा बनाने के लिए तुलसी, गिलोय, सोंठ और शहद मिलाएं, यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और मौसम बदलने पर होने वाले संक्रमण से बचाता है।
ध्यान रखें
धमासा औषधि का उपयोग गर्भवती महिलाओं, स्तनपान करवाने वाली माताओं और छोटे बच्चों को नहीं करना चाहिए। यह उनके लिए सुरक्षित नहीं माना जाता।
आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेकर ही धमासा का सेवन करें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com