अकेलापन एक ऐसी बला है, जो हम में से बहुतों को बर्बाद कर चुकी है और बहुतों को बर्बाद कर रही है। अपने पेशेवर जीवन की तेज रफ्तार और आपने टार्गेट को पूरा करते करते लोग अपनी जिंदगी के सुखद लम्हों को भुला चुके हैं और जीवन का मजा लेना भी छोड़ चुके हैं। मीडिया में अकेलेपन की रूमानियत ने लोगों के बीच बैठकर बात करने को एक वर्जित विषय बना दिया है। हालांकि यह एक गंभीर विषय है, जिसे इन चुनिंदा तरीकों से प्रबंधित किया जा सकता है।
अकेलेपन के कारणों को पहचानें
अपने अकेलेपन के संभावित कारणों का पता लगाने हेतु खुद के लिए थोड़ा समय निकालें। जिन चीज़ों से आप गुजर रहे हैं, उनके बारे में गहराई से सोचें और उससे जो निष्कर्ष निकलें उसे अपने उन दोस्तों के साथ साझा करें, जिनसे आप अपने सीक्रेट्स साझा करते हों। इससे आप को कुछ इस तरह के सवालों के जवाब मिलेंगे जैसेः
- आप अकेलापन कब और किन मौकों पर महसूस करते हैं ?
- आप इस पीड़ा से कब से पीड़ित हैं?
- आप इस भावना को उस वक्त अधिक पाते हैं, जब कुछ विशेष लोगों के साथ होते हैं?
- आप इस भावना के लिए क्या महसूस करते हैं, इसके साथ आगे बढ़ना चाहते हैं या इसके लिए एक संभावित समाधान खोजना चाहते हैं?
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कलम उठाइए और अपने विचारों व भावों को लिखना शुरू कीजिए
जब भी आप खुद को अकेला या अकेलापन महसूस करें तो कलम उठाइए और उस छोटे से छोटे भाव को पेपर या अपने फोन पर लिखना शुरू कीजिए। यह तरीका अपने अकेलेपन के कारणों को खोजना का सबसे बेहतर तरीका है क्योंकि यह आपको उस दौर में ले जाता है, जहां से आपने शुरुआत की थी। इस गतिविधि को करने के लिए एक शांत जगह ढूंढे और जिस चीज से आप गुजर रहे हैं उसकी शुरुआत से लिखना शुरू करें। आप इस तरह से शुरुआत कर सकते हैं
- मुझे सबसे ज्यादा बार अकेलापन कब महसूस हुआ...
- मेरे अकेलेपन के कारण हैं....
- जहां तक मुझे याद है पहला मौका जह मैंने खुद को अकेला महसूस किया।
ध्यान लगाएं
ध्यान लगाना अपने विचारों का अवलोकन करने में बहुत मदद करता है। विचारों को अपने दिमाग से गुजरने दें। ऐसा करने के लिए एक आरामदायक जगह चुनें चाहें वह कुर्सी या फर्श या फिर कुशन पर अपने पैरों को मोड़कर बैठना। अब अपनी आंखें बंद करें और आराम-आराम से गहरी सांस लें। अपने सांस पर ध्यान लगाएं। आंखें खोले बिना अपने चारों ओर बहने वाली हवा को महसूस करें। अपने आस-पास हो रही चीजों पर ध्यान दें जैसे पक्षियों का चह-चहाना, हवा के झोंकों को महसूस करना आदि।
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दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलें
अगर आपने दोस्तों को बहुत दिनों से नहीं देखा है तो वक्त आ गया है ऐसा करने का। मानव सामाजिक रचना है। अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने से न केवल समय कटता है बल्कि आपके संबंधों को और मजबूती भी प्रदान करता है।
समुदाय से जुड़े
किसी समुदाय की सेवा करने से न सिर्फ राहत महसूस होती है बल्कि दूसरों के लिए काम करने का मौका मिलता है। पौधे लगाना, जानवरों को बचावना, दान इकठ्ठा करने जैसी गतिविधियों में आप खुद को शामिल कर अपने अकेलेपन को दूर कर सकते हैं।
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