कई बार ऐसा होता है कि अचानक कुछ सेकंड के लिए आपको धुंधला दिखाई देने लगता है या चीजें घूमती हुई महसूस होती हैं। ऐसे में आप पलकों को थोड़ा झपकाते हैं या आंखों पर पानी के छींटे मार लेते हैं, तो ठीक दिखाई देने लगता है। इस समस्या को लोग थकान, ज्यादा रोशनी या आंखों की कोई सामान्य समस्या का परिणाम समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। मगर कई बार इसका कारण असामान्य हो सकता है यानि ये किसी रोग के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
मगर कई बार ये किसी गंभीर बीमारी का शुरुआती संकेत भी हो सकता है। आंखें हमारे शरीर का सबसे नाजुक और महत्वपूर्ण अंग हैं। इसलिए आंखों का खयाल रखना बहुत जरूरी है। आंखों के संबंध में थोड़ी सी लापरवाही भी की बार गंभीर परिणाम ला सकती है। अगर आपकी आंखों से अचानक धुंधला दिखने लगा है तो इसके कई कारण हो सकते हैं।
डायबिटीज
आंखों से अचानक धुंधला दिखने लगना डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। डायबिटीज आंखों के रेटिना की महीन रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है जिससे डायबिटिक रेटिनोपैथी नामक आंखों की बीमारी हो जाती है। डायबिटीज के कारण ही रेटिना के हिस्से में सूजन भी आ सकती है जिसे मैक्युला कहा जाता है। मैक्युला में आंखों की रेटिना के अंदर रक्त वाहिकाएं अनावश्यक रूप से बढ़ने लगती हैं या नई रक्त वाहिकाओं का निर्माण शुरू हो जाता है। इसके कारण आंखों की रेटिना में सूजन आ जाता है और कई बार आंखों से खून निकलने लगता है।
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स्ट्रोक
स्ट्रोक के कारण भी आंखों से अचानक धुंधला दिखाई देना शुरू हो जाता है। जानलेवा स्ट्रोक के लक्षण इतने अजीब होते हैं कि कई बार मरीज को समझ भी नहीं आता। स्ट्रोक की स्थिति में कई बार बिना दर्द के ही शरीर में अजीब लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इन लक्षणों में आंखों के देखने की क्षमता का प्रभावित होना भी शामिल है। इसके अलावा स्ट्रोक की स्थिति में कंपकंपाहट, चेहरे पर तेज पसीना आना, चलते हुए या खड़े-खड़े लडखड़ाने लगना, बोलते-बोलते आवाज में परिवर्तन और फिर बोलने में परेशानी होने लगना आदि स्ट्रोक के सामान्य लक्षण हैं।
प्रीक्लैम्प्सिया
अगर आप गर्भवती हैं और आपको अचानक धुंधला दिखाई देने लगा है या आंखों के आगे अंधेरा छा गया है, तो इन लक्षणों को हल्के में लेकर नजरअंदाज न करें। ये खतरनाक बीमारी प्रीक्लैम्प्सिया का लक्षण हो सकता है। रक्तचाप के बहुत ज्यादा बढ़ जाने या यूरिन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाने के कारण ये बीमारी हो सकती है। प्रीक्लैम्प्सिया आमतौर पर उन महिलाओं को होता है जिन्हें पहले से बल्ड प्रेशर की कोई समस्या नहीं होती है लेकिन गर्भावस्था के समय अचानक उनका ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आमतौर पर ये बीमारी गर्भावस्था के 20 महीने बाद होती है। प्रीक्लैम्प्सिया के कारण मां और बच्चे दोनों की जान को खतरा होता है।
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आंखों की थकान
कई बार जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तब भी हमारे आंखों के देखने की क्षमता प्रभावित होती है। अगर आपकी आंखें थकी हुई हैं तो इसकी वजह से आपको कई बार धुंधला दिखाई देने लगता है। ऐसी स्थिति में आंखों को थोड़ी देर बंद करके ठंडे हाथों या बर्फ से सिंकाई करने से थकान कम होती है और आंखों की रौशनी ठीक हो जाती है।
माइग्रेन
माइग्रेन यानि सिर दर्द भी आपकी दृष्टि को धुंधला बना सकता है। माइग्रेन को कुछ लोग सामान्य सिर दर्द समझ लेते हैं जबकि माइग्रेन सामान्य सिर दर्द से कई गुना ज्यादा खतरनाक बीमारी है। माइग्रेन के कारण कई बार आंखों की प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता खत्म हो जाती है जिससे आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है या धुंधला दिखाई देने लगता है।
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