छोटे बच्चों के बालों का किस तरह रखें ख्याल, ताकि न हो जुंए, डैंड्रफ और ड्राईनेस की समस्या

सर्दियों में बच्चों के बालों में जु्ंआ, डैंड्रफ और रूखेपन की समस्या ज्यादा हो जाती है। जानें इन समस्याओं से बचने के लिए हेयर केयर टिप्स।
  • SHARE
  • FOLLOW
छोटे बच्चों के बालों का किस तरह रखें ख्याल, ताकि न हो जुंए, डैंड्रफ और ड्राईनेस की समस्या

आमतौर पर सर्दियों के मौसम में बच्चों को बालों की समस्याएं ज्यादा होती हैं। बालों में जुंए, रूसी (डैंड्रफ) और रूखेपन के कारण बाल खराब हो जाती है। इन समस्याओं का मुख्य कारण ये है कि ज्यादातर लोग ठंडे मौसम में बच्चों को रोजाना नहीं नहलाते हैं, जबकि खेलने-कूदने के कारण बच्चे ही सबसे ज्यादा बैक्टीरिया और गंदगी के संपर्क में आते हैं। कई बार बालों की ये छोटी-छोटी समस्याएं त्वचा रोग का कारण बनती हैं और स्कैल्प खराब हो जाता है। बचपन में ही अगर बालों की समस्या हो जाए, तो आगे चलकर बच्चों को बाल झड़ने की समस्या, बालों के कमजोर होने की समस्या आदि काफी बढ़ जाती हैं। इसलिए अपने बच्चे को ऊपर बताई गई समस्याओं से बचाने के लिए और उनके बालों को स्वस्थ रखने के लिए आपको सर्दियों के दौरान कुछ खास बेबी हेयर केयर टिप्स का ध्यान रखना चाहिए।

हफ्ते में 2-3 बार शैंपू करें

अगर आपका बच्चा 6-7 महीने से बड़ा है, तो आप सर्दियों के मौसम में उसे गुनगुने पानी से रोजाना नहला सकती हैं। इसके अलावा 2 साल से बड़ी उम्र के बच्चे, जो आमतौर पर अपने पैरों से चलकर खेलने-कूदने लगते हैं, वो अपने बालों और शरीर को बहुत जल्दी गंदा करते हैं। ऐसे में बालों में जमा धूल-मिट्टी और प्रदूषण कणों को बाहर निकालने के लिए आपको बच्चे को नहलाते समय सप्ताह में कम से कम 2-3 बार उन्हें शैंपू करना चाहिए। शैंपू करने से बालों की गंदगी अच्छी तरह साफ हो जाती है।

इसे भी पढ़ें: जल्दी-जल्दी बीमार पड़ता है आपका बच्चा तो बदलें उसकी ये 5 आदतें, बढ़ने लगेगी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता)

अच्छी तरह देखकर करें शैंपू का चुनाव

बच्चों के लिए शैंपू का चुनाव करते समय आपको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। दरअसल छोटे बच्चों की स्किन बहुत सेंसिटिव होती है इसलिए अगर आप बड़ों वाले शैंपू बच्चों के सिर पर लगा देंगे, तो उनमें मौजूद केमिकल बच्चों की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए बच्चों के लिए शैंपू का चुनाव करते समय हमेशा इस बात का ध्यान दें कि उसे बनाने में पैराबीन्स, सल्फेट्स और थैलेट्स का प्रयोग न किया गया हो, क्योंकि ये तत्व बच्चों की त्वचा के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं। इसकी जानकारी के लिए आपको शैंपू या किसी भी अन्य प्रोडक्ट के पीछे लिखे इंग्रीडिएंट्स वाले सेक्शन को देखना चाहिए। बच्चों के लिए बाजार में अलग से बेबी शैंपू आते हैं, जिनमें हानिकारक केमिकल्स का इस्तेमाल कम होता है, जिससे कि बच्चें की त्वचा ड्राई न हो।

Buy Baby Shampoo Online @ 17% Discount: Johnson's Baby No More Tears Baby Shampoo 500ml  At Offer Price of: Rs. 273/-

बालों को मॉइश्चराइज करना है जरूरी

बड़ों की ही तरह बच्चों के बालों को भी मॉइश्चराइज रखना जरूरी है। बिना सही मॉइश्चराइजेशन के स्कैप्ल ड्राई हो जाता है और कई तरह के त्वचा रोगों का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों के बालों को मॉइश्चराइज करने के लिए उनके बालों में तेल की मालिश करना सबसे अच्छा होता है। तेल की मालिश करने से उनके बाल भी घने होते हैं और खोपड़ी में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इसके अलावा तेल में मौजूद पोषक तत्व बालों को स्वस्थ और मुलायम रखते हैं। बच्चों के सिर की मालिश आप नारियल के तेल, सरसों के तेल, बादाम के तेल, तिल के तेल, ऑलिव ऑयल आदि से कर सकते हैं।

बालों को समय-समय पर ट्रिम करते रहें

बालों में जूं पड़ने और डैंड्रफ होने का एक बड़ा कारण यह है कि अक्सर लोग बच्चों के बालों की सफाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। गंदगी और बैक्टीरिया के कारण ही जुंए और त्वचा रोगों की समस्या होती है। बालो में कम से कम गंदगी जमा हो, इसके लिए जरूरी है कि आप बच्चों के बालों को बहुत अधिक न बढ़ने दें। आपको 3-4 सप्ताह में एक बार बच्चों के बालो को जरूर ट्रिम करते रहना चाहिए। ट्रिम करने से बालों की ग्रोथ भी अच्छी होती है और ये घने होते हैं।

इसे भी पढ़ें: घर का खाना नहीं खाता है आपका बच्चा? तो इन 5 तरीकों से खिलाएं जिद्दी बच्चों को हेल्दी फूड्स

सॉफ्ट कंघी/ब्रश का प्रयोग करें

बच्चों के बालों को संवारने के लिए आपको हमेशा मुलायम कंघी और ब्रश का प्रयोग करना चाहिए। दरअसल बच्चे के सिर की त्वचा बाकी जगहों की अपेक्षा ज्यादा मुलायम और पतली होती है। इसलिए अगर आप हार्ड ब्रश या कंघी का प्रयोग करेंगे, तो हो सकता है बच्चे के सिर पर हल्की-फुल्की खरोंच लग जाए, जिसे आप आसानी से न देख पाएं। इस तरह की छोटी-मोटी चोट भी की बार इंफेक्शन और रोगों का कारण बनती है। इसलिए बच्चों के लिए हमेशा सॉफ्ट ब्रश का इस्तेमाल करें।

Read more articles on Tips For Parents in Hindi

Read Next

नए पैरेंट्स इन 6 चीजों का रखें ध्यान, बच्चे का पालन-पोषण होगा बेहतर

Disclaimer