इंसुलिन हमारे शरीर में बनने वाला एक महत्वपूर्ण हार्मोन है। वैसे तो ये हार्मोन ढेर सारे बॉडी फंक्शन्स के लिए जिम्मेदार होता है, मगर इसका मुख्य काम यह है कि ये हार्मोन शरीर में सेल्स को इस काम के लिए तैयार करता है कि वे हमारे खून से शुगर लें और उन्हें एनर्जी में बदल सकें। स्वस्थ व्यक्ति का शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन हार्मोन बनाता है। जबकि डायबिटीज का शिकार होने पर व्यक्ति का शरीर या तो बहुत ज्यादा हार्मोन बनाने लगता है मगर इसका ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता है (इसे टाइप 2 डायबिटीज की स्थिति कहते हैं), या तो बहुत कम या बिल्कुल नहीं बना पाता है (इसे टाइप 1 डायबिटीज की स्थिति कहते हैं)।
शरीर में जरूरत से ज्यादा इंसुलिन हार्मोन का बनना भी बहुत खतरनाक है क्योंकि इसके कारण व्यक्ति टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, फैटी लिवर, पॉलीसिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम (PCOS) आदि गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाता है। इसके अलावा व्यक्ति के अंगों तक खून पहुंचाने वाली धमनियां सख्त हो सकती हैं, जिसके कारण उसे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। आज हम आपको बता रहे हैं शरीर में इंसुलिन हार्मोन की मात्रा कम करने के कुछ प्राकृतिक उपाय, जिन्हें अपनाने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगा और आप ऊपर बताए गए खतरों से खुद को बचाने का प्रयास कर सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर (सेब का सिरका) पिएं
एप्पल साइडर विनेगर यानी सेब के सिरके के प्रयोग से आप शरीर में इंसुलिन हार्मोन की अनियमितता को कंट्रोल कर सकते हैं। एप्पल साइडर विनेगर के ढेर सारे लाभ होते हैं और ये सैकड़ों बीमारियों के घरेलू नुस्खों के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। यदि आपके शरीर में ज्यादा इंसुलिन हार्मोन बन रहा है, तो आप रोजाना खाना खाने के 30 मिनट पहले एक ग्लास पानी में 2 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर पिएं।
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खाने में दालचीनी का प्रयोग जरूर करें
रोज के खाने में थोड़ी मात्रा में दालचीनी का प्रयोग करने से भी आपके शरीर में इंसुलिन का लेवल सही रहता है। दालचीनी शरीर में इंसुलिन की मात्रा को घटाती है। इसलिए आप जो भी खाएं, उसमें थोड़ा सा दालचीनी पाउडर छिड़क लें, तो आपके खाने का टेस्ट भी बढ़ जाएगा और आपका ब्लड शुगर भी अच्छा रहेगा।
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खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं
आपने अक्सर सुना होगा कि डॉक्टर्स और डायटीशियन इस बात पर जोर देते हैं कि हमें फाइबर वाले फूड्स खाने चाहिए। मगर क्या आप जानते हैं कि फाइबर क्या होता है? फाइबर का अर्थ है रेशा यानी आपको ऐसे आहारों का सेवन करना चाहिए, जो चिकने नहीं, बल्कि रेशेदार हों। चिकनी चीजें आंतों में जाकर चिपक जाती हैं और बहुत जल्दी पच जाती हैं, इसलिए आपके खून में शुगर अचानक से ज्यादा बढ़ा देती हैं। मगर जब आप फाइबर यानी रेशे वाली चीजें खाते हैं, तो ये आंतों में नहीं चिपकती हैं और पेट को इन्हें पचाने में काफी समय खर्च करना पड़ता है। इसलिए फाइबर वाले फूड्स धीरे-धीरे ब्लड शुगर बढ़ाते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए फाइबर वाले फूड्स का सेवन ही एकमात्र प्राकृतिक तरीका है ब्लड शुगर कम करने का।
कम कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें खाएं
अगर आपके शरीर में इंसुलिन हार्मोन ज्यादा बनता है, तो आपके लिए यही बेहतर है कि आप ऐसी डाइट लें, जिसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम हो। दरअसल कार्ब्स शरीर में ब्लड शुगर को बहुत तेजी से बढ़ाते हैं, इसलिए ऐसे लोगों को कम कार्ब्स वाले फूड्स खाने की सलाह दी जाती है, जिन्हें अनियमित ब्लड शुगर या इंसुलिन की समस्या होती है।
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आराम नहीं....थोड़ी मेहनत करें...चाहे जो भी करें
ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने और शरीर में इंसुलिन की मात्रा को सही रखने के लिए सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण टिप यह है कि आपको शारीरिक रूप से थोड़ा एक्टिव रहना चाहिए। अगर आप दिनभर एक ही जगह बैठे, लेटे या रुके रहेंगे, तो आपका शरीर ग्लूकोज को इस्तेमाल न कर पाएगा और यही ग्लूकोज आपके खून में घुलकर आपको बीमार बनाएगा। इसलिए आपको आराम से एक जगह बैठने के बजाय दिनभर किसी न किसी काम में एक्टिव रहना चाहिए। अगर करने को कुछ विशेष नहीं है, तो एक्सरसाइज करें, योगासन करें, घर के काम करें। अगर यह भी नहीं कर सकते हैं, तो कम से कम रोजाना कुछ घंटे पैदल चलें, सीढ़ियां चढ़ें-उतरें, बच्चों के साथ खेलें... बस बैठें नहीं।
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