सर्दियों में दिखने वाले ये 12 लक्षण होते हैं एलर्जी का संकेत, जानें कैसे करें बचाव

सर्दी के मौसम में लगातार छींक आना, नाक बहना और जुकाम की समस्या एलर्जी का संकेत हो सकते हैं। एलर्जी का कारण हानिकारक वायरस और बैक्टीरिया होते हैं। सर्दी के मौसम में आपका मेटाबॉलिज्म और इम्यूनिटी आमतौर पर कमजोर हो जाता है इसलिए भी रोगों के बैक्टीरिया शरीर पर हमला करते हैं। संवेदी त्वचा वाले लोगों के लिए इस मौसम में ज्‍यादा परेशानी होती है। डॉक्टरों के मुताबिक ठंड बढ़ने के साथ ही एलर्जी रोगियों की संख्या में भी वृद्धि होती है।
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सर्दियों में दिखने वाले ये 12 लक्षण होते हैं एलर्जी का संकेत, जानें कैसे करें बचाव

सर्दी के मौसम में लगातार छींक आना, नाक बहना और जुकाम की समस्या एलर्जी का संकेत हो सकते हैं। एलर्जी का कारण हानिकारक वायरस और बैक्टीरिया होते हैं। सर्दी के मौसम में आपका मेटाबॉलिज्म और इम्यूनिटी आमतौर पर कमजोर हो जाता है इसलिए भी रोगों के बैक्टीरिया शरीर पर हमला करते हैं। संवेदी त्वचा वाले लोगों के लिए इस मौसम में ज्‍यादा परेशानी होती है। डॉक्टरों के मुताबिक ठंड बढ़ने के साथ ही एलर्जी रोगियों की संख्या में भी वृद्धि होती है। आइए आपको बताते हैं क्या हैं एलर्जी के सामान्य लक्षण और किस तरह इनसे बचाव संभव है।

एलर्जी के 12 सामान्य लक्षण

  • नाक का बहना या बंद होना।
  • नाक की त्वचा का लाल हो जाना या सूजन आना।
  • लगातार छीकें आना, आंखों में खुजली, लाली, सूजन, जलन या पानी बहना। 
  • छींकना, खांसना और अस्थमा या दमा दौरा पड़ना।
  • सर्दी होने पर नाक से पानी आना।
  • बदन दर्द, सिर या आंखों में भारीपन।
  • नाक में खुजली, खराश के साथ हल्का दर्द।
  • गले में खुजली होना या खांसी आना।
  • त्वचा पर लाली होना और खुजली होना।
  • कान में तकलीफ होने पर सुनने की क्षमता में कमी आना।
  • मुंह के आसपास सूजन या निगलने में परेशानी होना।
  • श्‍वास मार्ग अवरूद्घ होने से सांस लेने में परेशानी होना।

इसके अलावा सांस की तकलीफ से पीड़ित लोगों में मौसम के बदलाव के साथ छाती में जकड़न और सांस लेने में परेशानी की समस्या बढ़ जाती है। बच्चों व वयस्कों की सांस की नली (रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट) के ऊपरी व निचले भाग में भी संक्रमण बढ़ जाता है। इसके सामान्य लक्षणों के रूप में नाक बहना, छींक आना, आंखों में पानी आना, नाक में खुजली, बलगम जमा होना और थकावट आदि लक्षण हैं।

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कैसे करें एलर्जी से बचाव

  • अक्‍सर धूल से यह समस्‍या होती है इसलिए यदि घर में वैक्‍यूम क्‍लीनर हो तो झाडू की जगह उसका इस्तेमाल करें।  
  • धूल व धुंए से बचें और तापमान में अचानक परिवर्तन होने पर बचाव करें।
  • बाइक चलाते समय धूल से बचने के लिए मुंह और नाक पर रुमाल बांधे, आंखों पर धूप का अच्छी क्‍वालिटी का चश्मा लगायेंl
  • पर्दे, चादर, बेडशीट व कालीन को नमी से बचाने के लिए समय-समय पर इन्हें धूप में रखें। 
  • बाल वाले जानवरों से दूर ही रहें। पालतू जानवरों से एलर्जी है तो उन्हें घर में ना रखेंl
  • एकदम गर्म से ठंडे और ठंडे से गर्म वातावरण में ना जाएंl
  • अधिक एलर्जी होने पर सुरक्ष‍ित दवाओं का प्रयोग करें या नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
  • वर्ल्‍ड एलर्जी आर्गेनाइजेशन जर्नल में हुए एक अध्‍ययन के अनुसार, विटामिन सी सूजन और एलर्जी प्रतिक्रियाओं को कम करता है। इसके अलावा एलर्जिक राइनाइटिस को कम करने में विटामिन C के अलावा विटामिन E तथा मछली का तेल (cod liver oil) जादुई रूप से असर करता है।

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