हर साल की तरह बोर्ड की परीक्षाओं की शुरुआत बस कुछ ही दिन दूर हैं और लगभग आधे से ज्यादा बच्चों के लिए वक्त आ चुका है अपनी पूरी ताकत झोंक देने का। कुछ छात्रों ने पहले ही कमर कस ली होगी तो कुछ अब शुरू करने जा रहे होंगे। मार्च के आते हैं बच्चों पर एक आफत सी टूट पड़ती है, जिसका सबसे पहला शिकार होती हैं उनकी आंखें। जी हां, जैसे ही आपके मन में ख्याल आता है कि अरे एक्जाम तो सिर पर आ गए तब हम जाकर पढ़ना शुरू करते हैं और दिन-रात एक कर देते हैं। लेकिन इस कशमकश में एक चीज, जो सबसे ज्यादा परेशान रहती है वह है हमारी आंखें। एक्जाम टाइम का मतलब है ढेर सारी पढ़ाई, ढेर सारा लिखना और बहुत सारा तनाव, जिसका सीधा असर हमारी आंखों पर पड़ता है। आलम ये है कि हम हर बार अपने इस शरीर के अंग की अनदेखी करते हैं और हमारी आंखें कमजोर होना शुरू हो जाती हैं।
मैक्सविजन सुपर स्पेशयालिटी आई हॉस्पिटल के लैसिक एंड आईसीएल सर्जन एमबीबीएस, एमएस डॉ. एलवीके राजू का कहना है कि जब बात आंखों की सही देखभाल की आती है तो आपको हमेशा कुछ बातों की जानकारी जरूर होनी चाहिए और उनसे अवगत होना चाहिए। कुछ लोग वास्तव में ढेरों एक्सरसाइज को समझते हैं और आंखों की सही देखभाल के लिए उन्हें करने के लिए कदम भी उठाते हैं।
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डॉ. राजू ने आंखों की सही देखभाल के लिए 11 टिप्स दिए हैं, जिन्हें अपनाकर आप परीक्षा के दौरान अपनी आंखों को कमजोर होने से बचा सकते हैंः
- अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं तो कभी भी पीठ के बल लेट नहीं और न ही कभी पीठ के बल लेट कर पढ़ाई करें।
- जहां तक संभव हो सके आंखों से किताब की दूरी कम से कम 25 सेंटीमीटर की दूरी बनाने का प्रयास करें।
- अगर आप बहुत ज्यादा देर तक पढ़ाई करते हैं तो बीच-बीच में 5 से 10 मिनट का गैप लें। आप 5 मीटर की दूरी बनाकर भी आंखों को आराम दे सकते हैं।
- गाजर, पालक, पपीता जैसे फल और सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना बहुत जरूरी है क्योंकि ये सभी चीजें बीटा-कैरोटीन से भरी होती हैं। ये सभी आपको स्वस्थ आंखे और सही दृष्टि देने में मदद करती हैं।
- नींद से समझौता न करें और पर्याप्त नींद लें।
- आंखों को तरोंताजा रखने के लिए आंखों को मलने से बचें और इसके बजाए ठंडे पानी की छींटे मारे।
- कम रोशनी में पढ़ाई न करें क्योंकि ऐसा करने से आंखों में दिक्कत होने लगती है।
- चलते हुए पढ़ाई न करें।
- कंप्यूटर, शीशे के आगे बैठकर पढ़ाई न करें। अगर आपके पढ़ने की जगह पर कंप्यूटर रखा है तो आंखों और स्क्रीन के बीच 45 डिग्री का कोण बनाकर ही पढ़ाई करें।
- अगर आपकी आंख में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है तब भी अपने ऑप्टोमेट्रिस्ट / नेत्र रोग विशेषज्ञ से साल में एक बार अपनी आंखों की जांच जरूर करवाएं।
- चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करने से पहले हमेशा अपने ऑप्टोमेट्रिस्ट की सलाह का पालन करें।
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एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर आपको नियमित रूप से सिरदर्द, आंखों में लालपन, आंख से पानी आना या फिर आंखों में दर्द रहता है तो आपको बिना किसी देरी के तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए या फिर माता-पिता से बोलना चाहिए। अगर आप माता या पिता है तो इनमें से किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर बच्चे को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं और आंखों की जांच करवाएं।
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आंखों को हेल्दी रखने के आसान टिप्स
- स्वस्थ भोजन करें।
- पर्याप्त नींद लें और ज्यादा देर तक जागें नहीं।
- हमेशा उसी स्थान पर पढ़ाई करें जहां पर्याप्त रोशनी हो।
- बार-बार आंखों पर ठंडे पानी की छींटे मारते रहें।
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