कंधे की चोट को न करें नजरअंदाज

कंधे की चोट को बिलकुल भी नजरअंदाज न करें और न ही इसके उपचार में देर करें, क्‍योंकि यह समस्‍या गंभीर हो सकती है और इसके कारण अर्थराइटिस भी हो सकता है।
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कंधे की चोट को न करें नजरअंदाज

अक्‍सर आपने खबरों में पढ़ा होगा कि कंधे में चोट के कारण इन खिलाडि़यों को खेल से दूर रहना पड़ा और बाद में इनको सर्जरी भी करानी पड़ी। लेकिन अगर आपके कंधे में कभी भी चोट लग जाये तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें, क्‍योंकि यह एक गंभीर समस्‍या है और उम्र बढ़ने के साथ यह और भी घातक होती जाती है। चोट लगने के 24 घंटे के अंदर ही इसका उपचार करना चाहिए। इस लेख में विस्‍तार से जाने कि कंधे की चोट को नजरअंदाज क्‍यों न करें।
Shoulder Injury in Hindi

शोध के अनुसार

'जर्नल ऑफ अमेरिकन एकेडेमी ऑफ आर्थोपेडिक सर्जंस' में छपे शोध की मानें तो कंधे की चोट के कारण हड्डियों को समस्‍या होती है और इसके कारण हाथों हाथ हिलाने तक में समस्‍या होती है। यह कंधे की चोट फ्रोजन शोल्‍डर की समस्‍या का भी कारण बन सकता है। इसलिए समय रहते इसका उपचार करना बहुत जरूरी है।

कैसे पहचान करें

कंधे की हड्डी अगर उखड़ गई है तो इसकी पहचान करना बहुत जरूरी है, ताकि आप समझ पायें‍ कि आपके कंधे में चोट लग गई है। अगर कंधे की हड्डी में चोट लग गई है तो इसके कारण आपके कंधे पर उभार दिखाई देने लगता है, पतले लोग आसानी से इसे पहचान सकते हैं, लेकिन मोटे लोगों को सामान्‍य तौर पर नहीं दिखाई पड़ता है। इसलिए अगर कंधे में दर्द भी हो तो अपने हड्डी की स्थिति को जांचने के लिए जोड़ों की जांच करें।

कैसे लगती है चोट

कंधे की हड्डी में चोट लगने की संभावना खिलाडि़यों को अधिक होती है, खासकर फुटबॉल, क्रिकेट, कुश्‍ती के खिलाडि़यों को। जो लोग मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेते हैं उनको भी चोट लग सकती है। खेल के दौरान जब भी कंधे की मांसपेशियों में खिंचाव हो जाता है या फिर कंधे पर चोट लगती है तब यह समस्‍या हो सकती है।

Injury in Shoulder in Hindi
क्‍या करें

जब भी आपको पता लगे कि आपके कंधे में चोट लग गई है तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें, चोट लगने के 24 घंटे के अंदर चिकित्‍सक से संपर्क कीजिए और इसके बारे में सलाह लीजिए। अगर आप चोट को नजरअंदाज करेंगे तो इसके कारण कंधे के आसपास खून जम जाता है और मांसपेशियों में खिंचाव भी आ जाता है। इसके कारण बाद में हाथ हिलाने में समस्‍या होती है और यह बाद में अर्थराइटिस का कारण भी बन सकता है।

इसके उपचार के बाद आप दोबारा अपनी पूर्व दिनचर्या को बनाये रख सकते हैं, और इसके सफल उपचार के बाद व्‍यायाम करना न कतई न छोड़ें, अगर कंधों में कोई समस्‍या है तो चिकित्‍सक से सलाह अवश्‍य लें।

 

Image Source - Getty Images

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