खून में क्यों हो जाती है आयरन की कमी? जानें कारण और इसे सही करने के आयुर्वेदिक उपचार

आयरन और खून की कमी का रिश्ता कुछ सांप और सपेरे जैसा ही है। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में पर्याप्त मात्रा में खून नहीं होगा तो सीधा आयरन की कमी हो जाएगी। जबकि यदि व्यक्ति को भोजन या किसी भी रूप में आयरन नहीं मिलेगा तो उसके शरीर में आयरन यानि कि हीमोग्लोबिन का स्तर गिरता चला जाएगा। जब किसी व्यक्ति का हीमोग्लोबिन स्तर यानि कि खून की मात्रा कम होती है तो उसे एनीमिया रोग हो जाता है। 
  • SHARE
  • FOLLOW
खून में क्यों हो जाती है आयरन की कमी? जानें कारण और इसे सही करने के आयुर्वेदिक उपचार

आयरन और खून की कमी का रिश्ता कुछ सांप और सपेरे जैसा ही है। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में पर्याप्त मात्रा में खून नहीं होगा तो सीधा आयरन की कमी हो जाएगी। जबकि यदि व्यक्ति को भोजन या किसी भी रूप में आयरन नहीं मिलेगा तो उसके शरीर में आयरन यानि कि हीमोग्लोबिन का स्तर गिरता चला जाएगा। जब किसी व्यक्ति का हीमोग्लोबिन स्तर यानि कि खून की मात्रा कम होती है तो उसे एनीमिया रोग हो जाता है। इसके होने पर व्यक्ति थोड़ी थोड़ी देर में थक जाता है, किसी काम को करने के लिए उसके पास एनर्जी नहीं बचती और कभी कभी तो उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो जाती है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा कि खून में आयरन की कमी क्यों होती है और इसके होने का क्या मतलब है?

खून में क्यों हो जाती है आयरन की कमी

आयरन एक आवश्यक खनिज है जो कुछ फल और सब्जियों में पाया जाता है। शरीर में आयरन प्रोटीन हीमोग्लोबीन, मांसपेशियो के प्रोटीन बनाने और कुछ एंजाइम जो शरीर के आवश्यक रसायन क्रियाएं चलाते है, को बनाने के काम आता है। अस्थिमज्जा में आयरन हीमोग्लोबिन बनाने के काम आता है। शरीर की लाल रुधिर कोशिकाओं में जो ऑक्सीजन को ले जाने का काम करता है। अगर लोहे का स्तर बहुत ज्यादा गिर जाए तो इससे खून की कमी भी हो सकती है। जब ऐसा होता है तो लाल रुधिर कोशिकाए सामान्य से छोटी हो जाती है और उनमें कम हीमोग्लोबिन होता है।

खून की कमी होने पर दिखते हैं ऐसे लक्षण

  • सिरदर्द और थकान महसूस रहना।
  • कभी-कभी चक्कर आना और आंखों के आगे अंधेरा छा जाना ।
  • हृदय गति असामान्य होना।
  • खाने खाने का मन नहीं करना।
  • नाखूनों की रंगत सफेद पडना
  • आंखों के नीचे काले घेरे होना।

ये आहार बढ़ाते हैं तेजी से खून

  • चुकन्दर में आयरन के तत्‍व ज्‍यादा मात्रा में होते हैं। यह खून में हीमोग्लोबीन का निर्माण व लाल रक्तकणों की सक्रियता को बढ़ाता है। चुकंदर से ज्‍यादा लौह तत्‍व इसकी पत्तियों में होता है। 
  • जितना ज्यादा पका हुआ होगा, उतना ही पौष्टिक होगा। पके अमरूद को खाने से शरीर में हीमोग्लोबीन की कमी नहीं होती। 
  • आम खाने से हमारे शरीर में रक्त अधिक मात्रा में बनता है, एनीमिया में यह फायदेमंद होता है। सेब एनीमिया जैसी बीमारी में लाभकारी होता है। सेब खाने से शरीर में हीमोग्लोबीन बनता है।
  • अंगूर में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। जो शरीर में हीमोग्लोबीन बनाता है। इसके अलावा अंगूर हीमोग्लोबीन की कमी से होने वाली बीमारियों को ठीक करने में सहायक होता है। 
  • तुलसी रक्त की कमी को कम करता है। तुलसी के नियमित सेवन से शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा बढ़ती है।
  • शरीर में हीमोग्लोबीन बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां को अपने भोजन में शामिल करना चाहिए। इसके अलावा तिल, पालक, अंडा, नारियल, गुड़, जामुन, नाशपाती, दलिया आदि खाने से हीमोग्‍लोबिन की मात्रा बढ़ती है।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On Miscellaneous In Hindi

Read Next

किसी सूपरफूड से कम नहीं कच्‍चे केले का आटा, बिना ​जिम के बनेगी अच्छी बॉडी

Disclaimer