व्हाइट ब्रेड भी हो सकता है आपके बढ़ते मोटापे की वजह

व्हाइट ब्रेड का सेवन करने वाले लोगों के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि इसमें किसी तरह का कोई पोषण नहीं होता है। इसके अलावा यह अन्य खाद्य पदार्थों का पोषण भी शरीर तक नहीं पहुंचने देती है।
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व्हाइट ब्रेड भी हो सकता है आपके बढ़ते मोटापे की वजह


अगर आप अपने बढ़ते वजन को लेकर परेशान है तो जरा अपने व्हाइट ब्रेड के सेवन पर नजर डालें। होल ग्रेन ब्रेड के मुकाबले व्हाइट ब्रेड बहुत ज्यादा मात्रा में फैट पाया जाता है जो आपके वजन को बढ़ाता है। व्हाइट ब्रेड ब्राउन ब्रेड के मुकाबले ज्‍यादा घातक होती है। व्हाइट ब्रेड में काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, सोडियम और ग्‍लूटेन मिला होता है, जो कई बीमारियां पैदा कर सकता है। व्हाइट ब्रेड पूरी तरह से मैदा से बनती है जो बहुत ही महीन होता है। कई शोधों में भी इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि व्हाइट ब्रेड हमारे शरीर के लिए काफी नुकसानदेह है। इसीलिए डॉक्टर्स, और डाइटीशियन होल ग्रेन्स ब्रेड या फिर ब्राउन ब्रेड को खाने की सलाह देते हैं।

व्हाइट ब्रेड का ग्लूटेन है खतरनाक

अधिकतर ब्रेड फाइन व्हीट से बनाया जाता है जिससे यह आसानी ले पच जाते हैं और तेजी से ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन लेवल को बढ़ाते हैं। यह ओवरइटिंग को भी बढ़ाता है। व्हाइट ब्रेड में ग्लूटेन नामक प्रोटीन बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। इस प्रोटीन में ग्लू की तरह की प्रापर्टीज पाई जाती है इसीलिए इसे ग्लूटेन कहते हैं। शोधकर्ताओं की माने तो ग्लूटेन हमारी डाइजेस्टिव ट्रैक्ट की वाल को क्षतिग्रस्त करता है जिससे पेट में दर्द और कब्ज  होता है। ग्लूटेन आंत की लाइनिंग्स को डैमेज करके न्यूट्रिएंट्स के एब्जार्पशन को रोकता है। इसके साथ ही ग्लूटेन की सेंसिटीविटी ब्रेन से जुड़ी बीमारियों स्क्रीजोफ्रेनिया और सेरेबेलर अटैक्सिया का कारण भी हो सकता है।

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नहीं होता कोई पोषण

व्हाइट ब्रेड आप किसी भी तरह से क्यों ना खाएं यह आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिये हानिकारक है। न ही इसमें किसी प्रकार का प्रोटीन होता है ना ही विटामिन होता है और न ही फाइबर। सफेद ब्रेड की जगह पर ब्राउन ब्रेड खाना ज्‍यादा उचित रहता है।

मोटापे की वजह

डॉक्टर्स की माने तो व्हाइट ब्रेड या फाइन ग्रेन फूड प्रोडक्ट्स को खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन तेजी से बढ़ता है. साथ यह तेजी से नीचे भी आता है. ब्लड शुगर लेवल तेजी से कम होने के कारण हमें फिर से भूख लगती है और हम फिर खाते हैं. ज्यादा एनर्जी लेने के कारण हम मोटे होते जाते हैं।

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पोषण में रुकावट 

यूं तो व्हाइट ब्रेड में पोषण नहीं होता है लेकिन यह अन्य खाद्य पदार्थों में से भी पोषण का अवशोषण कम कर देता है। इसमें कुछ एंटी न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं जो कैल्शियम, आयरन और जिंक के अवशोषण को रोकते हैं। डॉक्टर्स कहते हैं कि कोई भी व्यक्ति जो वजन घटाना चाहता है उसे अपनी डाइट से ब्रेड को हटा देना चाहिए। इसके अलावा अगर आंत की डैमेज्ड वाल, ब्लड शुगर स्तर का उतार-चढ़ाव, टायर्डनेस, और बैड कोलेस्ट्रॉल में बढ़ोत्तरी होती है तो हमें ब्रेड खाना से ही बचना चाहिए।

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