क्या आपको पता है? पहली बार अपने बच्चे को डेंटिस्ट के पास कब और क्यों ले जाएं

बच्चों के मुंह और दांतों की देखभाल करना बहुत महत्वपूर्ण है। उचित देखभाल के बिना आपका बच्चा दांतों की समस्याओं से पीड़ित हो सकता है। जैसे कि कैविटी, मसूड़ों की बीमारी, सांसों की बदबू और कई दांतों से जुड़ी की समस्याएं बढ़ सकते हैं
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क्या आपको पता है? पहली बार अपने बच्चे को डेंटिस्ट के पास कब और क्यों ले जाएं


शिशु को डेंटिस्ट के पास ले जाने का सही समय कब है? इस सवाल से अभी भी बहुत ऐसे माता-पिता हैं जो अवगत नही हैं। अधिकांश पेरेन्टस के लिए, यह तब होता है जब उनके बच्चे को पूरी दांत अच्छी तरह से आ जाती है। जबकि कुछ पेरेन्टस के लिए यह तब तक नहीं होता जब तक कि उनके बच्चे को दांतों से जुड़ी कोई समस्या न हो जाय। लेकिन बच्चे को डेंटिस्ट के पास ले जाने का सही उम्र आपकी सोच की तुलना से बहुत पहले भी हो सकता है। आइए जानते हैं आपको अपने बच्चे को डेंटिस्ट के पास ले जाने का सही समय कब है और उसे डॉक्टर के पास ले जाना जरूरी क्यों है।

डॉक्टर के पास ले जाने का सही उम्र क्या है?

हर दूसरी चीज की तरह, मुंह के स्वास्थ्य का भी उतना ही महत्व है और कम उम्र में ही इसका ध्यान रखा जाना बहुत जरूरी है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक डेंटिस्ट्री के अनुसार, जब आपके बच्चे को पहला दांत आता है उसी समय उसे किसी डेंटिस्ट के पास ले जाना चाहिए। बच्चे को पहला दांत आमतौर छह महीने से एक वर्ष के बीच में आ जाता है। मुंह के स्वास्थ्य की देखभाल शुरू करने के लिए इसे सबसे अच्छी उम्र माना जाता है ताकि बाद में बच्चों को दांतों से जुड़ी कोई समस्याओं ना हो सके।

पहली बार जाने पर क्या होता है?

डेंटिस्ट के पास बच्चे को पहली बार ले जाना काफी आसान होता है। डॉक्टर आमतौर पर सबसे पहले बच्चों के दांतों की वृद्धि और विकास की जांच करता है और कैविटी के संकेतों की भी जांच करते हैं। दोतों से जुड़ी ऐसे समस्याओं को रोकने के तरीकों के बारे में आपको अच्छी तरह जानकारी देते हैं। जब आप अपने बच्चे को पहली बार डॉक्टर के पास ले जाते है तो उन्हें बच्चों के ब्रश करने और मुंह धोने के तरीकों के बारे में जरूर बताएं।

डेंटिस्ट के पास बच्चे को ले जाना महत्वपूर्ण क्यों है?

अपने बच्चे को कैविटी जैसे दांतो की समस्याओं को रोकने के सुझावों के अलावा डेंटिस्ट के पास ले जाने से  बच्चे को स्पष्ट रूप से बोलने और शुरुआत से ही नेचुरली चबाने में मदद मिलती है। वो आपके बच्चों के दांतों के बीच में जगह बचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा अगर बच्चा शुरू से ही दंत के डॉक्टर से परिचित हो जाता है तो बड़े होने पर दांतों में कोई समस्या आने पर डॉक्टर से मिलने से नहीं डरता है।

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जरूरी टिप्स

मुंह के अच्छे स्वस्थ्य के लिए, केवल बच्चे को डेंटिस्ट के पास ले जाना ही पर्याप्त नहीं हैं। इसके लिए आपको अपने बच्चे को घर पर भी मुंह के सफाई पर विशेष रूप से ध्यान देनी चाहिए।

  • अपने बच्चे के दांतों को दिन में कम से कम दो बार ब्रश कराएं।
  • बच्चे को कुछ मीठा पेय पदार्थ न दें।
  • रात में सोने से पहले बोतलों का उपयोग बिल्कुल न करें।
  • अपने बच्चे को भोजन करने के बाद उसे अपना मुंह अच्छे से धोने के लिए कहें।

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