कोरोना वायरस की दूसरी लहर में भारत सबसे ज्यादा प्रभावित देश बन चुका है। भारत में संक्रमण की दर इतनी ज्यादा है कि लोग बड़ी संख्या में बीमार पड़ रहे हैं। इसी बीच कोरोना से बचाव के लिए कुछ जरूरी उपायों में मास्क लगाना, हाथ होना, हाथ सैनिटाइज करना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना तो शामिल है ही, साथ ही बहुत अधिक संक्रमण वाली जगहों पर जाने पर हाथों में डिस्पोजेबल ग्लव्स पहनना भी जरूरी हो गया है। हालांकि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि कहीं न कहीं ग्लव्स भी आपको संक्रमण का शिकार बना सकते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि ग्लव्स को लेकर सावधानियां बरती जाएं और जहां जरूरत हो वहीं ग्लव्स का इस्तेमाल किया जाए। बहुत से लोग ग्लव्स से जुड़ी जानकारी नहीं जानते हैं। अगर आप भी उन्हीं लोगों में से एक हैं तो आप इस लेख के जरिए ग्लव्स से जुड़ी जानकारी को मजबूत बनाइए।
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कब पहनने चाहिए ग्लव्स
- बीमार व्यक्ति के आस-पास या उसके कमरे की सफाई कर रहे हों तब ग्लव्स पहनना बहुत ही ज्यादा जरूरी हो जाता है।
- घर के ऐसे हिस्सों की सफाई करते वक्त, जिन्हें बार-बार या फिर अक्सर छुआ जाता हो।
- रक्त, मल, पेशाब और उल्टी जैसे तरल पदार्थों को छूते वक्त या फिर आप उनके संपर्क में आते हों तो।
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कहां नहीं पड़ती ग्लव्स की जरूरत
- अगर आप किसी ऐसी जगह पर शॉपिंग कार्ट से खरीदारी कर रहे हैं या फिर एटीएम का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ग्लव्स पहनने से भी आप सेफ नहीं हैं। ऐसी जगहों पर ग्लव्स पहनने से कोई फायदा नहीं होने वाला है।
- ऐसी जगहों पर ग्लव्स संक्रमण को पकड़ सकता है और जब भी आप अपने चेहरे को छुएंगे तो ये ग्लव्स आपको संक्रमित बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।
- खुद को सेफ रखने का सबसे अच्छा तरीका है नियमित रूप से हाथ धोते रहना।
क्या दोबारा यूज में आ सकते हैं ग्लव्स
- रबड़ के ग्लव्स के गंदा यानी की धूल-मिट्टी लग जाने या फिर कोई मेहनत भरा काम करने के बाद उन्हें उतार देना चाहिए।
- अगर आपने ग्लव्स पहने हुए हैं और आपने छींक आने पर उसे अपना फेस कवर किया था या चेहरे को छुआ था तो आपको ग्ल्वस उतारना पड़ेगा। ये आपके लिए बिल्कुल भी सेफ नहीं है।
- अगर आपने पुन प्रयोग किए जाने वाले ग्लव्स पहने हैं तो आपको उन्हें प्रत्येक बार उपयोग करने के बाद साफ करना चाहिए और उन्हें कीटाणुनाशक बनाना चाहिए।
- डिस्पोजेबल ग्लव्स को बार-बार इस्तेमाल करने से बचें क्योंकि इस प्रकार के ग्लव्स जल्दी गंदे हो जाते हैं और ये आपको बीमार बना सकते हैं।
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कैसे करें ग्लव्स का निपटान
ग्लव्स को उतारने के बाद उनके निपटान यानी की डिस्पोज का सही तरीका है कि आप उन्हें किसी बंद कूड़ेदान में दाल दें। ऐसा करने से उनका प्रभाव बहुत कम हो जाएगा। ध्यान रखें कि ग्लव्स को ऐसी जगह पर न फेंके जहां लोग रहते हों या फिर बहुत सारे बच्चे हों। सार्वजनिक जगहों पर ऐसी चीजों को फेंकना आपके और आपके आस-पास रहने वाले लोगों के लिए बिल्कुल भी सेफ नहीं है।
ग्लव्स को उतारने के बाद एक बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए कि हाथ जरूरी धोएं। ग्लव्स को उतारने और सही निपटान के बाद हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक धोएं। इसके अलावा आप एल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का भी प्रयोग कर सकते हैं और हाथ के कीटाणुओं को खत्म कर सकते हैं।
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