
खूबसूरत दिखना है तो फेस की क्लीनजिंग, टोनिंग और मॉश्चराइज करना बेहद जरूरी है। आइए हम आपको देते हैं इस ब्युटी फॉर्मूले से जुड़ी पूरी जानकारी।
हर मौसम में खुद को सुंदर और स्वस्थ बनाए रखना आसान नहीं है। दरअसल हर मौसम में खुद को सुंदर बनाए रखने का फार्मूला अलग होता है। मौसम के हिसाब से सुंदर और स्वस्थ रहने के तरीके बदल जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम सर्दी हो या गर्मी हर मौसम में अपनी त्वचा का ख्याल रखें। इसके लिए हमें फेस को ब्यूटीफुल बनाने के यह 3 टिप्स जरूर मालूम होना चाहिए। सीटीएम (CTM)यानी कि सी से क्लींजिंग, टी से टोनिंग और एम से मॉश्चराइजिंग। इस ब्युटी फॉर्मूले का इस्तेमाल करके आप का चहरे को रूखा और बेजान नहीं, बल्कि खिला-खिला नजर आता रहेगा । आइए हम आपको बताते हैं इन तीनों के बारे (What Is CTM) में।
मेकअप के सीटीएम (CTM) यानी कि
सी से क्लीनजिंग (Cleansing)
दिन भर की थकान से आपका फेस अक्सर डल हो जाता है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप अपने फेस की क्लीनजिंग करें। दरअसल क्लीनजिंग करने से स्किन की गहराई से सफाई हो जाती है। क्लिंजर का इस्तेमाल करते वक्त बस ये ख्याल रखें कि क्लीनजर मिल्क से चेहरे का मसाज करने के बाद इसे कॉटन से पोछें ना कि पानी से धोएं। क्लीनजर से मुंह धोते वक्त भी काफी सारी चीजों को ख्याल रखें-
- चेहरे पर क्लीन्ज़र को हमेशा उंगलियो से लगाएं हथेली से नहीं
- क्लीनजिंग के बाद चेहरे को बार बार रगड़कर तौलिए से न पोछें।
- चेहरे पर हमेशा एक ही तरीके के क्लीनजिंग क्रीम का इस्तेमाल करें। अगर त्वचा ऑयली है तो बेसन में शहद मिलाकर या गुलाब जल और मुलतानी मिट्टी से फेस की क्लीनजिंग करें
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टी से टोनिंग (Toning)
क्लीनजिंग करने के बाद टोनिंग करना बेहद जरूरू होता है। इससे आपकी त्वचा में निखार आ जाता है। टोनिंग करने से क्लींजिंग प्रक्रिया के पश्चात चेहरे पर से धूल के बारीक़ कणों और अतिरिक्त तेल को हटाने में मदद मिलता है। इससे हमारा फेस हाइड्रेट रहता है। टोनिंग करने के लिए अपने हिसाब का कोई टोनर चुनें। फिर उसे क्लीजिंग के बाद फेस पर लगाकार मुंह की सफाई करें। इस तरह क्लीनजिंग के बाद टोनिंग से आपके फेस पर निखार आ जाएगा।
टोनर को सीधे चेहरे पर स्प्रे करें या अपनी हथेली पर थोड़ी मात्रा में लें और इसके साथ अपना चेहरा थपथपाएं व इससे चहरे की मालिश करें। यदि आप प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग करना चाहते हैं, तो आप अपने नियमित टोनर के रूप में ग्रीन टी या गुलाब जल भी ले सकते हैं। ये आपकी त्वचा को कोमल बनाते हैं, आपकी त्वचा को कसते हैं और आपके चेहरे को उज्ज्वल करते हैं। इसे साफ करने के बाद अपने चेहरे पर ग्रीन टी या गुलाब जल छिड़कें और, इसे सूखने दें। इसके बाद एक अच्छा सा मॉइस्चराइज़र लगा लें।
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एम से मॉश्चराइजिंग (Moisturising)
चेहरा धोने के बाद त्वचा पर मॉश्चराइजर लगाना बिल्कुल न भूलें। इसे लगाकर चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करें और अतिरिक्त मॉश्चर होने कॉटन या टिश्यू पेपर से पोंछ लें। यदि त्वचा रूखी है तो ऑयल बेस्ड मॉइश्चराइजर लगाएं। इसके साथ ही चेहरे पर एक दिन के लिए मॉइस्चराइजर कवर की तरह काम करेगा। तैलीय त्वचा के लिए सामान्य रूप से दैनिक उपचार में क्लींजिंग और डीप पोर क्लींजिंग (यानी स्क्रब या क्लींजिंग ग्रेन के साथ एक्सफोलिएशन), टोनिंग और नमी को शामिल करना चाहिए। अगर पिंपल्स, मुंहासे या दाने हों तो उन पर स्क्रब का इस्तेमाल करने से बचें। सुबह में, तुलसी नीम फेसवॉश के साथ चेहरा धो लें। टोन को साफ करने के बाद, रूई का उपयोग करके त्वचा को इससे पोंछें। अगर ब्लैकहेड्स हैं, तो सफाई ध्यान से करें।
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