पुरुष हो या महिला, दोनों के ही शरीर के विकास में हार्मोन्स का बहुत महत्व होता है। हार्मोन्स ही किसी को पुरुष बनाता है तो किसी को महिला, ये आपके शरीर को विकसित करने के साथ आपके शरीर की गतिविधियों को भी कंट्रोल करने का काम करता है। अगर ये हार्मोन्स किसी में भी एक मात्रा तक संतुलित रहे तो कोई भी स्वस्थ रह सकता है लेकिन अगर ये असंतुलित हो जाए तो ये एक समस्या बन सकती है। अक्सर देखा जाता है कि पुरुषों में हार्मोन्स असंतुलित होने की समस्या ज्यादा आती है। इसलिए हम इस लेख में पुरुषों में होने वाले असंतुलित हार्मोन्स की बात कर रहे हैं। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि किन कारणों से ऐसा होता है और क्यों होता है।
हार्मोन्स का बहुत अधिक या बहुत कम होना दोनों ही इंसान को काफी प्रभावित करता है। जबकि आपके पूरे जीवनकाल में कुछ हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव अक्सर होते है और यह सिर्फ प्राकृतिक उम्र बढ़ने के कारण हो सकता है। इसके साथ ही दूसरे परिवर्तन तब होते हैं जब आपकी ग्रंथियां नुस्खा गलत हो जाती हैं। इसको पहचानना भी बहुत जरुरी होता है और इसका कारण जानना भी।
हार्मोन्स असंतुलित होने के कारण (Causes Of A Hormonal Imbalance In Hindi)
हार्मोनल असंतुलन के कई संभावित कारण हैं। हर किसी में हार्मोन्स असंतुलित होने के कारण अलग-अलग होते हैं जिनके आधार पर हार्मोन या ग्रंथियां प्रभावित होती हैं। जैसे:
- मधुमेह।
- हाइपोथायरायडिज्म, या अंडरएक्टिव थायरॉयड।
- कुशिंग सिंड्रोम।
- हाइपरफंक्शनिंग थायराइड नोड्यूल।
- हार्मोन थेरेपी।
- किसी प्रकार का ट्यूमर।
- जन्मजात कोई समस्या।
- भोजन विकार।
- दवाओं।
- तनाव।
- एड्रीनल अपर्याप्तता।
- पिट्यूटरी ट्यूमर।
- कैंसर का इलाज।
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पुरुषों में लक्षण (Symptoms In Men)
टेस्टोस्टेरोन पुरुष विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आप पर्याप्त टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन नहीं कर रहे हैं, तो यह कई प्रकार के लक्षण पैदा कर सकता है। जैसे:
- स्तन ऊतक का विकास।
- स्तन कोमलता।
- नपुंसकता।
- मांसपेशियों का नुकसान।
- सेक्स ड्राइव में कमी।
- बांझपन।
- दाढ़ी और शरीर के बालों की वृद्धि में कमी।
- ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डी द्रव्यमान का नुकसान।
- गर्म चमक।
ऐसे करें हार्मोन्स को संतुलित (How to balance Hormonal)
वजन बढ़ाएं
अक्सर जब हार्मोन्स असंतुलित होते हैं तो उसके पीछे आपका वजन भी बहुत अहम भूमिका निभाता है। अगर आपको हार्मोन्स असंतुलित होने के कुछ लक्षण नजर आए तो तुरंत आप अपने वजन को बढ़ाने की ओर ध्यान दें। आप अपनी डाइट को बेहतर करें और कोशिश करें कि आप कुछ भी ऐसा न करें जिससे आपका वजन कम हो।
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डाइट में करें बदलाव
शरीर में हो रहे किसी भी बदलाव में आपकी डाइट काफी अहम हो जाती है, इसके लिए आपको अपनी डाइट में भी कुछ बदलाव करने जरूरी है। इसके लिए आप नारियल का सेवन ज्यादा कर दें इससे आपके हार्मोन्स संतुलित होने लगते हैं, इसके साथ ही आप अपनी डाइट में भरपूर मात्रा में प्रोटीनयुक्त खाने को शामिल करें। हरी सब्जियों को नियमित रूप से खाना शुरू करें, हरी सब्जियों से आपको सभी प्रकार को पोषण की पूर्ति होती है जो आपके हार्मोन्स को भी संतुलित करने का काम करते है।
नियमित रूप से एक्सरसाइज करें
अगर आपको महसूस हो रहा हो कि आपके शरीर में हार्मोन्स असंतुलित हो रहे हैं तो इसके लिए आप तुरंत एक्सरसाइज को नियमित रूप से करना शुरू कर दें। एक्सरसाइज करने से आपके हार्मोन्स संतुलित होते हैं और इससे आपके शरीर की मांसपेशियों में मजबूती बनी रहती है। इसलिए आपको रोजाना एक्सरसाइज को अपनी रूटीन में शामिल करना चाहिए।
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