प्रेग्नेंसी में अधिक विटामिन लेना भी है हानिकारक, जानिए कैसे?

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने खानपान का विशेष ध्‍यान रखने की सलाह दी जाती है। 
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प्रेग्नेंसी में अधिक विटामिन लेना भी है हानिकारक, जानिए कैसे?


गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने खानपान का विशेष ध्‍यान रखने की सलाह दी जाती है। उन्‍हें कहा जाता है कि वे अपने आहार में प्रोटीन, विटामिन, आयरन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्‍वों का समुचित मात्रा में सेवन करें। स्‍वस्‍थ आहार मां और उसके बच्चे की सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है।

लेकिन, स्‍वस्‍थ आहार का पैमाना क्‍या है। अगर इस आहार को कुदरती तरीके से लिया जाए, तो इसकी उपयोगिता और पोषक तत्‍व बढ़ जाते हैं। फल, ताजी हरी पत्ते दार सब्जियां और दूध आदि में सभी पोषक तत्‍व पर्याप्‍त व उचित मात्रा में होते हैं। लेकिन, कई बार महिलायें विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट लेना शुरू कर देती हैं। लेकिन यही सप्लीमेंट कभी-कभी उनके लिए खतरनाक भी साबित हो जाते हैं। इसलिए इन सप्‍लीमेंट्स को लेने से पहले डॉक्‍टर की सलाह लेना जरूरी होता है।

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विटामिन ए

ज्यादा विटामिन ए लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है। इतना ही नहीं कई बार यह गर्भपात का कारण भी बन सकता है। तो अगर आपको विटामिन ए का सेवन करना ही है, तो उसकी मात्रा को लेकर स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

फोलिक एसिड

फोलिक एसिड की अधिक मात्रा आपको कई तरह की समस्‍यायें दे सकती है। इससे आपको पेट की समस्‍यायें, दस्त, व्यग्रता, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, भ्रम, मतली, व्यवहार में बदलाव और त्‍वचा रोग आदि हो सकते हैं। इसके साथ ही दूसरे कई दुष्‍प्रभाव भी सामने आ सकते हैं। शोध के अनुसार लंबे समय तक फोलिक एसिड की अधिक मात्रा लेने से दिल की समस्याओ से जूझ रहे लोगों को हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

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विटामिन बी 1

विटामिन बी 1 की ओवरडोज से त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं। इसके साथ ही एलर्जी, अनिद्रा, हार्ट पैल्पिटैशन्ज, होंठों का नीला पड़ना, सीने में दर्द व सांस की शिकायत और उल्‍टी के साथ खून आने की समस्‍या हो सकती है। विटामिन बी 1 की अधिक खुराक दिल और दिमाग पर बुरा प्रभाव डालती है।

विटामिन बी -6

विटामिन बी -6 की ओवरडोज अकड़न का कारण बनती है। इससे नवजात शिशु को नुकसान हो सकता है। उसकी तंत्रिका को भी भारी नुकसान होता है। सूरज की रोशनी के लिए अत्यधिक संवेदनशीलता, दर्द, त्वचा पर धब्बे और मतली विटामिन बी -6 की अधिक मात्रा के दुष्प्रभाव हैं।

विटामिन बी 12

अधिक मात्रा में विटामिन बी 12 लेने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। शरीर के विभिन्न भागों में खुजली, दिल की बीमारी, चक्कर आना और नियमित रूप से सिर दर्द रहना कुछ बीमारियां है, जो विटामिन बी 12 के ज्यादा उपयोग से होती हैं। विटामिन की अधिक मात्रा से ल्यूकेमिया भी हो सकता है और अगर आप गर्भवती है और एनीमिया भी है तो विटामिन बी 12 लेने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

विटामिन सी

विटामिन सी की अधिक मात्रा से गुर्दे की पत्थरी का खतरा बढ़ जाता है। हमारा शरीर विटामिन-सी को ऑक्सालेट में बदल देता है। अधिकतर ऑक्सालेट मूत्र के माध्यम से हमारे शरीर से बाहर निकल जाता है और जब इसकी मात्रा बढ़ जाती है तो इसे शरीर से निकला नहीं जा सकता है और यह हमारे शरीर में जमा होने लगती है जो पथरी का रूप ले लेता है।

विटामिन डी

विटामिन डी की ओवरडोज रक्त में कैल्शियम का स्तर बढ़ा देता है। इससे भूख में कमी मतली और उल्टी जैसी समस्‍यायें हो सकती हैं। इतना ही नहीं इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। विटामिन डी की ओवरडोज से कमजोरी, बार-बार पेशाब और गुर्दे की समस्या भी हो सकती है।

विटामिन ई

गर्भावस्था के दौरान विटामिन ई के ओवरडोज से गर्भपात तक हो सकता है जो बहुत गंभीर समस्या है, इसलिए इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य ले लें।

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