रोजेशिया एक बहुत ही सामान्य बीमारी है जो गर्मियों में अधिक देखने को मिल जाती है। ये एक तरह की त्वचा की बीमारी है जो 30 से अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है। ये गोरे लोगों को अधिक होती है। ये पिंपल की तरह होता है लेकिन ये पिंपल से अलग है।
रोजेशिया के कारण नाक के ऊपर, गालों में और माथे पर रैशेज हो जाते हैं जो ज्यादा होने पर पिंपल जैसे दिखते हैं। रैशेज वाली जगहों पर बहुत अधिक जलन होती है। कई बार इसके कारण आंखों में भी सूजन आ जाती है।
डॉक्टर से संपर्क करें
अगर आपको रोजेशिया की बहुत अधिक शिकायत हो गई है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इससे आपकी खराब हुई त्वचा को फायदा मिलेगा और रोजेशिया के फैलने में भी कमी आएगी। साथ ही अधिक बुरी स्थिती की और अधिक बूरी होने पर रोक लगेगी।
टॉप स्टोरीज़
रोजेशिया के लक्षण
- चेहरे का लाल हो जाना।
- त्वचा ड्राई हो जाती है।
- त्वचा में जलन होना।
- त्वचा में पिंपल जैसे फुंसियां उठने लगती हैं।
- आंखे ड्राई हो जाती हैं।
- आंखों में सूजन आ जाती है।
रोजेशिया में कोई एक तरह की स्थिती उत्पन्न नहीं होती। कई बार इसमें नाक भी पूरी तरह से लाल होकर फूल जाती है।
किन कारणों से होता है?
रोजेशिया के कारणों का पता तो अब तक डॉक्टर नहीं लगा पाएं है। उनका मानना है कि किसी भी तरह से किसी भी चीज से एलर्जी रोजेशिया का कारण बनती है। लेकिन इतना तय है कि रोजेशिया बैक्टिरीया के कारण नहीं होता। ये गोरे लोगों को अधिक होता है।
इसके अधिक होने पर कई बार मेडिकल टेस्ट भी कराने पड़ते हैं। रोजेशिया में अल्कोहल का सेवन इसको बढ़ावा देता है।
Read more articles on Communicable Disease in Hindi.