मां घर में पधार चुकी हैं और आपके व्रत शुरू हो गए हैं। ऐसे में खान-पान का विशेष तौर पर ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। लेकिन हमेशा भुने हुए आलू और सवां के चावल या कुट्टू के आटे की रोटी या हलवा ही क्यों ...!!!
चलो इस नवरात्र मां को भोग में खीर चढ़ाते हैं।
जी नहीं...हम चावल की खीर नहीं बल्कि गाजर की खीर की बात कर रहे हैं। जो विटामिनों से भरपूर और हेल्दी होता है। खासकर ये वजन भी नहीं बढ़ने देता और टेस्टी व हेल्दी भी होता है। तो आइए इस लेख में जानें गाजर की खीर बनाने की पूरी विधि।
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जरूरी सामग्री
- गाजर - 2 कप
- दूध - 4 कप
- चीनी - 3/4 कप
- बादाम पेस्ट - 1/2 कप
- केसर के रेशे
- इलायची पाउडर
- घी- 1 चम्मच
- भुने हुए काजू
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बनाने की विधि
- गाजर को धोएं और उसे कद्दूकस करें।
- अब एक पैन में घी गर्म करें और इसमें कद्दूकस किए हुए गाजर को पकाएं। इसे 5 -7 मिनट तक पकाते रहें।
- दूध में दो चम्मच केसर के रेशे डालें।
- अब इस दूध को उबालें। दूध को दो मिनट उबालने के बाद उसमें गाजर डाल दें।
- अब इसमें बादाम पेस्ट मिलाएं।
- फिर पीसी हुई चीनी डालें।
- फिर इलायची पाउडर, और केसर के रेशे ऊपर से इसमें डालें।
- भुने हुए काजू को कद्दूकस करें और खीर में डाल दें।
- अब गर्म-गर्म गाजर की खीर का देवी को भोग लगाएं और अपना व्रत खोलें।
गाजर के फायदे
- गाजर का सेवन नियमित रूप से करने से शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ती है और आपका शरीर इस तरह से मिलने वाले कैल्शियम को जल्दी अवशोषित करता है। जिन लोगों को हड्डियों से सम्बन्धित समस्या होती हैं, उन्हें अपने आहार में गाजर जरूर लेनी चाहिए।
- गाजर आंखो के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। गाजर विटामिन ‘ए’ का भंडार है। इसे नियमित रूप से सेवन करने से आंखों की ज्योति बढ़ती है। यहां तक की जो लोग चश्मा लगाते है उनका चश्मा भी इसके सेवन से उतर जाता है।
- गाजर का जूस एक बढ़िया माउथवाश्ा भी है। इसके सेवन से दांतों की चमक बढ़ती है। भोजन के बाद गाजर का जूस पीने से दांतो में मजबूती और मसूड़ों से ब्लड आना बंद हो जाता है
- गाजर में विटामिन सी होता है। इसका सेवन करने से हड्डियों में मजबूती आती हैं। गठिया की समस्या को दूर करने के लिए नियमित रूप से एक गाजर खाना फायदेमंद होता है।
- गाजर में विटामिन सी के साथ बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट और पोषण पाए जाते हैं। जिसके कारण यह हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करता हैं और शरीर को रोगों से दूर रखता हैं। अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है और आप हमेशा बीमार होते रहते हैं तो आपको गाजर का जूस नियमित रूप से पीना चाहिए।
- गाजर ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करती है। गाजर के जूस में काफी मात्रा में कैरीटेनॉइड पाया जाता है। यह तत्व शरीर में जाकर ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस करने में मदद करता है। इस तरह आप गाजर के सेवन से डायबिटीज से बचें रह सकते हैं।
- गाजर में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है जो आंतों को साफ करता है। इसके सेवन से आंतों से मल निकलकर आंते साफ हो जाती है। कब्ज की समस्या से बचने के लिए नियमित रूप से गाजर चबा चबाकर खानी चाहिए।
- शरीर में विटामिन ए की कमी से त्वचा, बाल और नाखून तीनों ड्राई हो जाते हैं। लेकिन गाजर में मौजूद विटामिन ए के कारण इसके सेवन से यह समस्या दूर हो जाती है और त्वचा चमकदार हो जाती है। साथ ही गाजर में पाया जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए और सी जैसे तत्व, त्वचा को सूरज की किरणों से होने वाली वाली क्षति से भी बचाता है।
- गाजर में विटामिन ‘बी’ काम्प्लेक्स भरपूर मात्रा में होता है। इससे पाचन संस्थान मजबूत बनता है। गाजर का सेवन करने से बच्चे तन्दुरुस्त व स्वस्थ रहते हैं। खाना खाने के 20 मिनट पहले गाजर का जूस पीना पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।