मेलानोमा स्किन कैंसर का एक प्रकार है और यह मेलोनोसाईट्स में होता है। मेलोनोसाईट्स शरीर की त्वचा के रंग का निर्माण करता है। इसे मिलेनिन नाम से भी जाना जाता है। मिलेनिन सूर्य की किरणों के खतरनाक प्रभाव से त्वचा की रक्षा करता है। शुरुआती अवस्था में पता चलने पर मेलानोमा का इलाज आसानी से हो जाता है। इसके बाद इसका उपचार आसान नहीं होता। मेलानोमा कैंसर के चार चरण होते हैं। चौथे चरण में यह गंभीर बीमारी बन जाती है। मेलानोमा अन्य त्वचा कैंसर की तरह सामान्य न होकर बहुत ही खतरनाक होता है। मेलानोमा न केवल आपकी त्वचा को प्रभावित करता है बल्कि यह आपके अन्य अंगों के साथ ही आपकी हड्डियों को भी अपने प्रभाव में ले सकता है। मेलानोमा कैंसर का उपचार यदि शुरूआती अवस्था में नहीं किया जाता तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है।
मेलानोमा कैंसर का कारण
मेलानोमा कैंसर की शुरूआत ज्यादा समय तक सूर्य की रोशनी में रहने के कारण होती है। त्वचा के लंबे समय तक सूर्य की किरणों के प्रभाव में रहने से स्किन सेल खराब हो जाते हैं। खराब हुए स्किन सेल तेजी से बढ़ते हैं और ये ऊतकों को चारों तरफ से घेर लेते हैं। मेलानोमा कैंसर छुआ-छूत से भी फैलता है। यदि आपके परिवार में यह रोग किसी को है तो दूसरे लोगों को भी इसके होने आशंका बनी रहती है।
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लक्षण
मेलानोमा का मुख्य लक्षण यह होता है कि आपकी त्वचा पर होने वाले मस्से या तिल के आकार में बदलाव होने लगता है। मेलानोमा स्किन कैंसर में शरीर पर जन्म के समय मौजूद तिल या मस्से का आकार तेजी से बढ़ जाता है। इसके अलावा मेलानोमा में त्वचा के ऊपर ब्राउन और ब्लैक कलर के निशान बन जाते हैं। इनका कोई निश्चित आकार नहीं होता। इसमें त्वचा पर पड़ने वाले निशान का साइज 6 एमएम या फिर इससे ज्यादा भी हो सकता है।
मेलानोमा का निदान
स्किन से संबंधित मेलानोमा कैंसर का उपचार इस बात पर निर्भर करता वह किस चरण में है। इसके लिए डॉक्टर आपकी त्वचा की जांच करता है। यदि डॉक्टर को लगता है कि आप मेलानोमा से ग्रसित हैं तो वह आपकी त्वचा की बॉयोप्सी करता है। यदि बॉयोप्सी में कैंसर सेल्स की पहचान हो जाती है तो डॉक्टर लैब में टेस्ट के लिए भेजता है। ऐसा भी हो सकता है कि कैंसर सेल लिम्फ नोड्स तक फैल गए हो। ऐसा होने पर यह खतरनाक हो सकता है।
उपचार
मेलानोमा के उपचार के लिए डॉक्टर सर्जरी करता हैं। इसका पता चलने के तुरंत बाद उपचार के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यदि इसके उपचार में देरी की गई तो यह आपके शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है। सर्जरी के बाद डॉक्टर नियमित चेकअप के लिए आपका शेड्यूल तय करेगा। शेड्यूल के मुताबिक नियमित जांच कराये। यदि आपका मेलानोमा ज्यादा पुराना हो गया है और लिम्फ नोड्स तक फैल गया है तो इसमें सर्जरी के साथ इंटरफेरोन नामक दवाई लाभदायक रहती है।
मेलानोमा के चौथे चरण का उपचार
मेलानोमा के चौथे चरण का उपचार काफी कठिन होता है। चुंकि यह मेलानोमा का अंतिम चरण होता है। चौथे चरण में मेलानोमा लिम्फ नोड्स और शरीर के अन्य भागों में भी फैल जाता है। मेलानोमा के चौथे चरण में लिम्फ नोड्स तक फैली कैंसर ग्रस्त त्वचा को सर्जरी के द्वारा हटाया जाता है। कई बार कोशिकाओं में फैले मेटास्टेसिस को भी हटा दिया जाता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह कितने हैं और कहां पर मौजूद हैं।
मेटास्टेसिस को सर्जरी के द्वारा नहीं हटाया जा सकता। इन्हें रेडिएशन, इम्यूनोथेरेपी, टारगेटिड थेरेपी और कीमोथेरेपी के द्वारा ही हटाया जा सकता है। हाल के दिनों में मेलोनोमा के चौथे चरण के लिए कीमोथेरेपी के मुकाबले इम्यूनोथेरेपी ज्यादा कारगर साबित हुई है।
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