World Head Injury Awareness Day 2021: सिर में चोट लगने पर भूल से भी न करें ये 6 गलतियां

सिर में लगने वाली चोट जानलेवा हो सकती है, चोट लगने के दौरान की गई कुछ गलतियां जानलेवा हो सकती हैं। सिर में चोट लगने  ध्यान जरूर रखें।
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World Head Injury Awareness Day 2021: सिर में चोट लगने पर भूल से भी न करें ये 6 गलतियां

सिर या मस्तिष्क पर लगने वाली चोट (Head Injury) को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, चाहे वह कोई गंभीर चोट हो या सामान्य। ज्यादातर मामलों में यह देखा गया है कि खेलकूद या अन्य शारीरिक गतिविधियों में सिर पर चोट लगने के मामले सामने आते हैं। गाड़ी या बाइक चलाते समय होने वाली दुर्घटना में भी सिर पर चोट लगने का खतरा होता है, ऐसे में सिर पर चोट लगने पर कुछ बातें है जिनको ध्यान में रखना जरूरी माना जाता है। हेड या ब्रेन इंजरी (Brain Injury) के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए दुनियाभर में वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे (World Head Injury Awareness Day) मनाया जाता है। हेड इंजरी के दौरान किन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, इसको लेकर हमने दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के ब्रेन एंड स्पाइन सर्जरी विभाग के सीनियर कंसलटेंट डॉ राजेंद्र प्रसाद से बात की। आइये जानते हैं इस विषय को लेकर डॉ राजेंद्र प्रसाद ने क्या जानकारी साझा की।  

सिर में लगने वाली चोट के प्रकार (Head Injury Types)

आमतौर पर सिर या मस्तिष्क में लगने वाली चोटें दो प्रकार की होती है। पहली जिसमें किसी वस्तु या जमीन पर गिरने से सिर पर सामान्य चोट लगती है लेकिन चोट थोड़ी हल्की होती है जिसमें सिर से खून नहीं निकलता है या फिर सिर पर कोई घाव नहीं होता है। दूसरी जिसमें किसी दुर्घटना या खेलकूद के दौरान चोट लगती है और यह चोट गंभीर होती है। बाहरी स्किन के नीचे क्रोनियम जिसे खोपड़ी कहते हैं उसमें चोट लगने पर सीटी स्कैन जांच की जरूरत होती है। मेडिकल की भाषा में सिर पर लगने वाली चोटों के प्रकार इस तरह से हैं। 

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1. कंस्यूशन (Concussion)

कंस्यूशन को ट्रॉमेटिक ब्रेन इंजरी (TBI) कहा जाता है। कंस्यूशन को सबसे आम हेड इंजरी भी माना जाता है। इस चोट में सिर से खून नहीं निकलता है और घाव होने की संभावना बेहद काम मानी जाती है।

2. कंट्यूशन (Contusion)

कंट्यूशन ब्रेन पर लगने वाली चोट को कहा जाता है जिसमें मस्तिष्क पर लगने वाली गंभीर चोट शामिल होती है। इस चोट में मस्तिष्क से खून निकलना (Bleeding) और घाव होने की संभावना ज्यादा होती है।

3. इंट्राक्रैनील हेमेटोमा (Intracranial Hematoma - ICH)

मस्तिष्क के अंदर या खोपड़ी में गंभीर चोट लगने की स्थिति को इंट्राक्रैनील हेमेटोमा या आईसीएच कहा जाता है। ब्रेन हैमरेज की स्थिति भी इसी चोट में उत्पन्न होती है।

4. खोपड़ी में फ्रैक्चर (Skull Fracture) 

खेलकूद या किसी दुर्घटना के वक़्त सिर में चोट लगने से खोपड़ी की हड्डियों के टूटने का खतरा होता है।  इस स्थिति में मस्तिष्क और खोपड़ी की हड्डियों में फ्रैक्चर की बात सामने आती है।

इसे भी पढ़ें : सिर पर लगने वाली चोट का दिमाग पर कैसे पड़ता है असर, जानें इसके खतरे और इलाज

सिर पर चोट लगने पर ये गलतियां मत करें (What Not to do after a Head Injury)

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सिर या मस्तिष्क पर लगने वाली चोट बेहद खतरनाक मानी जाती है। चोट लगने के दौरान की गयीं गलतियां जानलेवा भी हो सकती हैं। किसी भी व्यक्ति के सिर में चोट लगने पर उसे तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इस दौरान की गयी थोड़ी सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। सिर पर चोट लगने पर ये गलतियां न करने की सलाह डॉक्टर देते हैं।

1. सिर में चोट लगने पर घाव के दौरान उस पर दबाव न डालें।

2. घाव को साफ करने या धोने की कोशिश खुद से न करें।

3. चोट लगने पर घायल व्यक्ति को हिलाने डुलाने का प्रयत्न न करें।

4. बाइक चलाते वक़्त सिर में चोट लगने पर हेलमेट को निकालने का प्रयास मत करें।

5. सर में किसी भी प्रकार की चोट लगने पर तुरंत अस्पताल में इलाज होना जरूरी है।

6. चोट लगने के बाद 48 घंटे तक शराब का सेवन न करें।

सिर में चोट लगने पर इन बातों का रखें ध्यान (Things to Remember in Case of Head Injury)

सिर में लगने वाली चोट को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को सिर में चोट लगने पर अस्पताल में तुरंत इलाज करवाना जरूरी माना जाता है। सिर में चोट लगने पर इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

1. चोट लगने पर तुरंत चिकित्सक की देखरेख में इलाज होना चाहिए।

2. चोट लगने के बाद कुछ भी खाना - पीना नहीं चाहिए। 

3. यदि रक्तस्राव (Bleeding) हो रहा है तो इसे रोकने की कोशिश की जानी चाहिए।

4. उल्टी या बेहोशी की समस्या होने पर सबसे पहले फर्स्ट ऐड दी जानी चाहिए।

हेड या ब्रेन इंजरी होने पर आप एक्सपर्ट द्वारा बताई गयी इन बातों को ध्यान में रखकर किसी की जान बचा सकते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक सिर में लगने वाली चोट जानलेवा भी हो सकती है इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। कुछ चोटों का असर कई सालों तक दिमाग पर होता है ऐसे में ठीक होने के बाद भी जरूरी सावधानी का ध्यान रखना चाहिए।

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