गहनों का शौक भला किसे नहीं है? महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष भी इन दिनों फैशन जगत में पीछे रहना पसंद नहीं करते। हालंाकि वे महिलाओं की तरह गहनों से हमेशा लदे नहीं रहते। लेकिन पुरुष भी इन दिनों चेन, अंगूठी, कड़े आदि में सहजत से देखे जा सकते हैं। बहरहाल यहां बात सिर्फ गहनों की नहीं हो रही। उन गहनों की हो रही है जिन्हें आयात किया गया हो। असल में विदेशी चीजें हमें हमेशा अपनी ओर आकर्षित करती हैं। ऐसे में यदि कोई आयातित गहने की बात करे तो पांव मानों सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। जबकि आयातित गहने जितने ललचाते हैं, वे हमारे स्वास्थ्य के लिए उतने ही खतरनाक होते हैं।
अब एक वर्षीय अर्जुन को ही लें। अर्जुन के शरीर में ब्लड लीड का स्तर बढ़ रहा है। असल में वह महज तीन माह की उम्र से हाथ में छोटा सा कड़ा पहने है। वह उसे मुंह में लेता है। जब शरीर गंभीर स्थिति में पहुंच गया तो इलाज के दौरान डाक्टरों ने इस बात का पता लगाया कि उसके हाथ में जो कड़ा है, उसके खराब स्वास्थ्य के लिए वही जिम्मेदार है। अर्जुन के माता-पिता ने हैरानी से एक दूसरे को देखते हुए कहा कि यह तो आयातित है। यह उसके गुड लक के लिए खरीदा गया था।
लीड की मात्रा अधिक होती है
आयातित गहनों को आकर्षक और सुंदर दिखाने के चलते उसमें लीड का अधिकतम इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आप बखूबी इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि जो लोग आयातित गहने खरीदते हैं, उसमें प्रचूर मात्रा में लीड होता है। उसे यदि कोई गलती से भी मुंह में ले ले तो यह उसके स्वास्थ्य को नुकसान अवश्य पहुंचाती है।
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शुभ-अशुभ से परे रखें
असल में हम धार्मिक प्रवृत्ति के लोग हैं। यही कारण है कि हम गुड लक यानी शुभ और अशुभ को कुछ ज्यादा ही मानते हैं। बच्चों के लिए विदेशी ताबीज तक लाने में गुरेज नहीं करते। जबकि हम इस बात से अंजान रहते हैं कि बच्चे को हर चीज मुंह में लेने की आदत होती है। वे शुभ-अशुभ नहीं मानते। ऐसे में यदि लीड या लीड आधारित गहने बेशक ताबीज के रूप में, बच्चों को दे दिया जाए तो उनके स्वास्थ्य को वह प्रभावित अवश्य करेगा। यदि कहा जाए कि ताबीज, लाकेट या गुड लक के रूप में आप उन्हें बीमारी परोस रहे हैं, तो गलत नहीं होगा।
गहनों को टेस्ट अवश्य करें
यदि आप आयातित गहनों के मोह से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। आप हर स्थिति में आयातित गहनें पहनना चाहते हैं और दूसरों पर रौब दिखाना चाहते हैं। ...तो भी आपको स्वास्थ्य के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। आप चाहें तो घर में एक टेस्टिंग किट खरीद लाइये जिससे यह पता चल सकता है कि आपके गहनों में लीड की मात्रा कितनी ज्यादा है? क्या वह आपके परिवार के स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकता है या फिर वह आपके लिए सेफ है? यदि आप इस मात्रा से वाकिफ नहीं हैं तो फिर विशेषज्ञों से इस सम्बंध में चर्चा अवश्य करें।
लीड जहर से कम नहीं
लीड को किसी जहर से कम न समझें। यह हमारे शरीर के कई अंग विशेष को पूरी तरह नष्ट कर सकता है। इनमें तंत्रिका तंत्र, बालों का झड़ना आदि शामिल हैं। इतना ही नहीं लीड प्रजनन प्रणाली को भी प्रभावि करता है।
लीड से विकास रुक जाता है
यदि आप सोचते हैं कि लीड से हो रही समस्याओं का समाधान आपको आसानी से मिल जाएगा तो आपको बता दें कि आप गलतफहमी का शिकार हैं। लीड न सिर्फ शरीर के कई अंगों को प्रभावित करता है वरन इसके कारण विकास में भी रुकावट आती है। अतः जितना संभव हो आयातित गहनों को बच्चों और खासकर शिशुओं से दूर रखें।
अपने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें
यदि आप लम्बे समय से आयातित गहनों के शौकीन रहे हैं पर अभी तक कभी भी इसकी जांच नहीं की तो अब देर न करें। बेहतर है जल्द से जल्द अपने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें। लीड की मात्रा की जांच कराने का एकमात्र तरीका है। रक्त की जांच। जी, हां अपने परिवार के प्रति यदि आप चिंतित हैं तो जल्द से जल्द कुछ जरूरी परीक्षण करवा लें।
6 साल के बच्चों से अयातित गहनें दूर रखें
यूं तो कृत्रिम गहनों में लीड का उपयोग कितना किया गया है, किया गया है या नहीं किया गया, इसे सामान्य आंखों से नहीं जांचा जा सकता। ऐसे में यही बेहतर होगा कि जो आयातित गहनें आपके पास हैं, उन्हें आप अपने बच्चों से दूर रखें। खासकर जिनकी उम्र 6 साल से कम है, उन्हें किसी भी प्रकार के गहने न दें। नकली मोती आदि सभी गहनें उनके स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं।
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