क्रिएटिन को सप्लीमेंट करने की बात आती है, तो हमेशा यह उलझन होती है कि क्यों क्रिएटिन ग्रह पर सबसे बड़े पैमाने पर शोधित पूरक है। शायद आपको जानकर हैरानी होगी कि अब तक कम से कम एक हजार अध्ययन इस पर हो चुके हैं और इसके प्रभावशीलता को परखा जा चुका है। ज्यादातर खिलाड़ियों और एथलीटों ने अपनी ताकत के लिए इसे पूरे वर्ष अपने पूरक आहार के रूप में उपयोग किया। हालांकि आपको बता दें कि आमतौर पर क्रिएटिइन का मतलब क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट है, लेकिन क्रिएटिन के अन्य रूप भी हैं, जो बाजार में उपलब्ध हैं। लेकिन जब सवाल उठता है कि आप किस तरह का क्रिएटिन चुनना चाहिए? तो सामान्य तौर पर क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट को चुना जाता है। सवाल है क्यों? आइए जानें इसकी वजहें।
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लेकिन इससे पहले कि हम आगे बढ़ें आपको बताते चलें कि बाजार में कितने प्रकार के क्रिएटिन मौजूद हैं- क्रिएटिन एथिल एस्टर लिक्विट क्रिएटिन क्रिएटिन हाइड्रोक्लोराइड क्रिएटिन मैग्नेशियम शेलेट अब जानते हैं कि क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट इनमें बेस्ट क्यों है?
सबसे ज्यादा अध्ययन
जब हम बात करते हैं कि क्रिएटिन पर सबसे ज्यादा अध्ययन किए गए हैं, तो यह अध्ययन क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट की ही बात की जाती है। असल में आज तक क्रिएटिन पर जितने भी अध्ययन हुए हैं, उसमें से 90 फीसदी क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट पर किए गए हैं। आप कह सकते हैं कि मुट्ठी भर अध्ययन क्रिएटिन के अन्य प्रकारों पर किए गए हैं, उसमें से भी गिने चुने ही इंसानों पर आजमाए गए हैं। अतः क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट ही इंसानों के लिए बेहतर और अध्ययनों के बाद मुताबिक असरकारक है।
ज्यादा प्रभावशाली क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट स्ट्रेंथ, पावर, मास और एक्सरसाइज परफोर्मेंस को अन्य क्रिएटिन की तुलना में ज्यादा प्रभावशाली बनाता है। यूएसए स्थित बेलोर यूनिवर्सिटी के ह्यूमन परफोर्मेंस एंड रिक्रिएशन के डिपार्टमेंट आफ हेल्थ में हुए एक अध्ययन का निष्कर्ष यह निकाला गया है कि क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट, एथिल एस्टर और क्रिएटिन के लिक्विड फाॅर्म से ज्यादा प्रभावशाली और असरकारक है।
इसी तरह एक और अध्ययन न्यूजीलैंड एक साइक्लिस्ट ग्रुप पर किया गया। उनकी शारीरिक क्षमता को दस फीसदी तक बढ़ाने के लिए उन्हें पावडर रूप में क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट दिया गया। जबकि दूसरे ग्रुप लिक्विड क्रिएटिन लिया। क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट लेने वालों ने खुद को ज्यादा शक्तिशाली महसूस किया। साथ ही उनकी परफोर्मेंस में भी बेहतरी नजर आने लगी। जबकि लिक्विड क्रिएटिन लेने वालों में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ। हालांकि क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट और लिक्विड क्रिएटिन की तुलना हेतु अब तक किसी भी तरह के अध्ययन नहीं हुए, लेकिन इनके अलग-अलग लोगों द्वारा इस्तेमाल के जो परिणमा सामने आए हैं, उससे यही स्पष्ट होता है कि क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट ही बेहतर है।
बेहतर उपलब्धता क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट आसानी से उपलब्ध हो जाता है जबकि क्रिएटिन के दूसरे फाॅर्म मिलना मुश्किल होता है। ज्यादा सप्लीमेंट बनाने वाले क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट बनाते हैं। जबकि बहुत कम मेन्युफेक्चरर क्रिएटिन हाइड्रोक्लोराइड और लिक्विड क्रिएटिन बनाते हैं। इसके पीछे की वजह साफ है। ज्यादातर लोग क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट की ही डिमांड करते हैं। अतः वे अपने फायदे हेतु इसी का निर्माण ज्यादा से ज्यादा करते हैं। यही वजह है कि आपको आसनी से क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट के अलावा क्रिएटिन के कोई फाॅर्म नहीं मिलते। सस्ता भी है क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट, क्रिएटिन के दूसरे प्रकार की तुलना में सबसे सस्ता है।
इसकी वजह भी वही है कि क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट हमेशा डिमांड में रहता है, अतः इसकी उपयोगिता के हिसाब से ही इसकी कीमत होती है। जबकि क्रिएटिन के दूसरे फार्म कम मिलते हैं, इसलिए उसकी कीमत भी ज्यादा होती है।
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